बढ़ रहा है हीरोइन का स्पेस

एक ब्यूटी सोप के विज्ञापन से चर्चा में आई सोनाली बेंद्रे के सौम्य सलोने रूप को शायद ही कोई भुला पाया हो। मॉडलिंग की दुनिया से फिल्मों में ़क दम रखने वाली सोनाली ने कई फिल्में कीं और बीच में कुछ समय का ब्रेक भी लिया। अब वह बड़े परदे पर अपनी दूसरी पारी की शुरुआत कर रही हैं और सखी के साथ शेयर कर रही हैं अपने इस सफर को।

By Edited By: Publish:Wed, 22 Aug 2012 02:51 PM (IST) Updated:Wed, 22 Aug 2012 02:51 PM (IST)
बढ़ रहा है हीरोइन का स्पेस

सोनाली  ने शादी से पहले इंडस्ट्री के कई बडे सितारों के साथ काम किया। आमिर ख्ान  स्टारर सरफरोश में उनके किरदार को ख्ासी सराहना मिली। शाहरुख के साथ इंग्लिश बाबू देसी मेम बॉक्स ऑफिस पर कमाल नहीं दिखा सकी, लेकिन इसमें उनकी ऐक्टिंग ख्ाूब पसंद की गई। हालांकि, इन उपलब्धियों को वे लंबे समय तक भुना नहीं सकीं। साल 2000  में वे तेलगु और मराठी फिल्मों की ओर मुड गई। अब वे दोबारा हिंदी सिनेमा के गलियारे में इन दिनों सुर्खियों में हैं। वे एकता कपूर की वंस अपॉन  ए टाइम इन मुंबई के सीक्वल से बडे पर्दे पर अपनी दूसरी पारी की शुरुआत करेंगी। पेश है उनसे एक ख्ास मुलाकात।

म•ोदार है किरदार सोनाली कहती हैं, नई पारी को लेकर मैं बेहद उत्साहित हूं। एकता बहुत प्रबोधक हैं। फिल्म के निर्देशक मिलन लूथरिया हैं, जिनके साथ चोरी चोरी में काम कर चुकी हूं। फिल्म के हीरो अक्षय कुमार हैं। उनके साथ 14  साल पहले अंगारे की थी। ऐसा लगा कि फिर से फिल्मों की कई सारी चीजों की याद ताजा होगी। यह बहुत मजेदार अनुभव होगा। इसलिए, एकता को न नहीं कह पाई। मैं अपने रोल के बारे में ज्यादा  नहीं बता सकती, लेकिन यह पिछली फिल्म की अगली कडी होगी। रिश्तों को पर्दे पर उतारने में मिलन का कोई सानी नहीं है। मुझे मजा आता है, जिस खूबसूरती से वे अपनी फिल्मों में किरदार के रिश्तों को परदे पर उतारते हैं। कच्चे धागे से लेकर द डर्टी  पिक्चर तक की मैं बहुत बडी फैन हूं।

परिवार है सबसे अहम

मेरे लिए परिवार से बढकर कुछ नहीं है। शादी के बाद भी उतना ही काम किया, जिससे अपनी फेमिली को पूरा समयदे सकूं। मैं मानती हूं कि लडकियों के लिए मातृत्व से बडा सुख इस दुनिया में दूसरा कुछ नहीं है। मेरा बेटा रणवीर जब मुझे मां कहकर पुकारता है, मन करता है दुनिया की सारी खुशियां उस पर निछावर कर दूं। इंडस्ट्री में डेढ दशक से हूं। लगातार काम किया। प्रेग्नेंसी के दौरान भी शूट पर जाती थी। डिलिवरी के बाद लगा कि इतनी हाय-तौबा किसके लिए कर रही हूं। रणवीर का चेहरा देखा और तय किया कि अब ब्रेक लेना है। फिर कुछ महीनों के लिए काम-धाम बंद कर रणवीर के साथ समय बिताया।

बदल रहा है दस्तूर

हिंदी फिल्म इंडस्ट्री का अलग दस्तूर  रहा है। शादीशुदा अभिनेत्रियों को लेने में वे हिचकिचाते हैं, लेकिन अब समय बदला है। उनकी मानसिकता बदलने लगी है। माधुरी दीक्षित और करिश्मा कपूर बडी उदाहरण हैं। दोनों को बडे बैनर की फिल्में मिलीं। लारा  दत्ता भी ऐक्शन फिल्म से दोबारा वापसी कर रही हैं। एकता कपूर और विद्या बालन  जैसी शख्सीयतें  फिल्मों में हीरोइन का स्पेस बढाने में लगी हैं।

सादगी का दूसरा रूप

सोनाली  के साथ काम कर चुके लोगों का भी मानना है कि सोनाली  बेंद्रे  बेहद सौम्य और शांत किस्म की महिला हैं। सरफरोश में उनके को-स्टार मुकेश ऋषि उनके बारे में कहते हैं, वे बेहद अच्छी कलाकार और उम्दा इंसान हैं। उनमें देसी खूबसूरती है। सेट पर अपने काम से मतलब रखती हैं। हिंदी के अलावा मैंने उनके साथ तेलगु फिल्में भी कीं। वहां भी उन्होंने नाम का सिक्का जमाया। लोगों ने उन्हें मुरारी, इंद्रा, मनमधुदू और शंकर दादा एमबीबीएस में पसंद किया। मुझे लगता है कि हिंदी फिल्मों में उनकी वापसी दमदार होगी।

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