सहन करने का वक्त खत्म: रक्षा मंत्री

रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने शनिवार को पाकिस्तान को साफ संदेश दे दिया कि अब देश के सहने की क्षमता खत्म हो गई है, रक्षा मंत्री के तौर पर मेरा धीरज भी खत्म हो गया अब तो कुछ ना कुछ जरूर करेंगे, परिणाम एक वर्ष के भीतर नतीजे दिखने लगेंगे।

By Bhupendra SinghEdited By: Publish:Sun, 17 Jan 2016 02:17 AM (IST) Updated:Sun, 17 Jan 2016 02:25 AM (IST)
सहन करने का वक्त खत्म: रक्षा मंत्री

जयपुर [नरेन्द्र शर्मा]। रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने शनिवार को पाकिस्तान को साफ संदेश दे दिया कि अब देश के सहने की क्षमता खत्म हो गई है, रक्षा मंत्री के तौर पर मेरा धीरज भी खत्म हो गया अब तो कुछ ना कुछ जरूर करेंगे, लेकिन परिणाम एक वर्ष के भीतर नतीजे दिखने लगेंगे। उन्होंने पाकिस्तानी आतंकियों के लगातार हमलों पर कहा कि प्रोपेगेंडा का जवाब प्रोपेगेंडा से ही दिया जा रहा है। इससे ही दुश्मन को काउंटर किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि जो दिख रहा है, वैसा नहीं है। उनके प्रोपेगेंडा से अधिक बड़ा हमारा नेटवर्क है, असरदार है, उनके नेटवर्क से कोई फर्क नहीं पड़ता,लकिन सिक्योरिटी के नजरिए से हर चीज नहीं बताई जा सकती। एक दिवसीय जयपुर दौरे पर आए पर्रिकर ने शहर के अशोक क्लब में पत्रकारों से बातचीत में कहा कि दुश्मन को कैसे मारा जाए,इस एंगल से सोचना पड़ेगा। वह जिस रास्ते से आ रहा है,वहीं उसे खत्म करना होगा। उन्होंने यह कह कर चौंका दिया कि उन्हें नहीं पता कि पाकिस्तान की कोई टीम पाकिस्तान हमले वाली जगह पर आकर जांच करने वाली है, यह मेरी जानकारी में नहीं है। मेरी इजाजत के बिना कोई कैसे आ सकता है। पाकिस्तान द्वारा सैन्य ठिकानों की जासूसी और हमलों के प्रयास के बारे में उन्होंने कहा कि जलदी ही सैन्य ठिकानों की सिक्योरिटी ऑडिट कराई जाएगी और कमियां दूर कर सुरक्षा के पुख्ता बंदोबस्त किए जाएंगे। पहले बेस कमांडर स्तर पर सुरक्षा ऑडिट होगी और इसके बाद फरवरी में विशेष दल से जांच कराई जाएगी। पर्रिकर ने एक सवाल के जवाब में कहा कि सोशल मीडिया पर पाकिस्तान के या अन्य आतंकी संगठन की ओर से की जा रही कैंपेन और जासूसी के लिए नई स्ट्रैटजी बनाई गई है। फेसबुक को लेकर क्यर खतरे है, हम उसे कैसे ट्रेक कर सकते है, इस पर काम चल रहा है।एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि पक्षियों से जासूसी कराने का पुराना इतिहास है तथा ड्रोन से भी यह काम होता है, लेकिन इसकी रोकथाम के बारे में सेना पूरी तरह सतर्क है। वन रैंक वन पेंशन के सवाल पर रक्षा मंत्री ने कहा कि इस पर टेबुलेशन का काम चल रहा है जो लगभग पूरा होने वाला हैं। इसी महीने लागू होने की संभावना है।

सेना में शामिल होने आए अभ्यार्थियों से भी मिले

रक्षामंत्री मनोहर पर्रिकर ने अपने एक दिवसीय दौरे की शुरूआत सुबह जयपुर के पास आमेर कुण्डा में सेना भर्ती रैली से की। वे यहां सुबह पहुंचे और भर्ती होने आए अभ्यार्थियों से बातचीत की। उन्होंने अभ्यार्थियों से भर्ती रैली में आने वाली समस्याएं पूछी और साथ ही इनके समाधान को लेकर अधिकारियों को निर्देश भी दिए। इसके बाद वे दोपहर में सांभर पहुंचे जहां शाकंभरी माता के दर्शन किए और ग्रामीणों के साथ बातचीत की। पर्रिकर ने शाम को सैन्य अधिकारियों के साथ पाकिस्तान सीमा से सटे राजस्थान के बॉर्डर पर सुरक्षा को लेकर चर्चा भी की। इस दौरान केन्द्रीय राज्यमंत्री राज्यवद्र्धन सिंह उनके साथ थे।

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