Rajasthan: अपनी ही सरकार से नाराज सचिन पायलट ने सोनिया व राहुल गांधी से मिलने का समय मांगा

Sachin Pilot. राजस्थान के कोटा में बच्चों की मौत पर अपनी ही सरकार को जिम्मेदार ठहरा चुके सचिन पायलट अब सोनिया गांधी एवं राहुल गांधी से मिलकर अपना पक्ष रखेंगे।

By Sachin Kumar MishraEdited By: Publish:Thu, 09 Jan 2020 02:53 PM (IST) Updated:Thu, 09 Jan 2020 03:30 PM (IST)
Rajasthan: अपनी ही सरकार से नाराज सचिन पायलट ने सोनिया व राहुल गांधी से मिलने का समय मांगा
Rajasthan: अपनी ही सरकार से नाराज सचिन पायलट ने सोनिया व राहुल गांधी से मिलने का समय मांगा

जयपुर, नरेन्द्र शर्मा। Sachin Pilot. अपनी ही सरकार के कामकाज के तरीकों से नाराज चल रहे उप मुख्यमंत्री और राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष सचिन पायलट ने कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी एवं राहुल गांधी से मुलाकात का समय मांगा है। कोटा के जेके लोन हॉस्पिटल में 36 दिन में 113 बच्चों की मौत सहित अन्य अस्पतालों के हालात को लेकर अपनी ही सरकार को जिम्मेदार ठहरा चुके सचिन पायलट अब सोनिया गांधी एवं राहुल गांधी से मिलकर अपना पक्ष रखेंगे। सोनिया गांधी के निर्देश पर पायलट कोटा का दौरा कर के आएं और उन्होंने कहा कि इस घटना के लिए जिम्मेदारी तय करनी होगी। पायलट बच्चों की मौत सहित अन्य मामलों की रिपोर्ट सोनिया गांधी को सौंपेंगे।

उधर, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने गुरुवार को कहा कि सचिन पायलट हमारे उप मुख्यमंत्री और प्रदेश अध्यक्ष हैं। दोनों पद महत्वपूर्ण हैं। पायलट खुलकर अपने सुझाव दें, हम उन पर अमल करेंगे। गहलोत ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि बच्चों की मौत मामले को लेकर बेवजह मुद्दा बनाया गया, सरकार पूरी तरह से गंभीर है। इस मामले में राजनीति हुई है।

आधा दर्जन मंत्रियों ने सचिन पायलट के रुख का समर्थन किया

उपमुख्यमंत्री और प्रदेश अध्यक्ष होने के बावजूद सरकार के महत्वपूर्ण निर्णयों में खुद को दरकिनार किए जाने से नाराज चल रहे सचिन पायलट को राज्य के खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री रमेश मीणा, सहकारिता मंत्री उदय लाल आंजना, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री भंवरलाल मेघवाल, परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास और लक्ष्मण सिंह रावत सहित कई विधायकों का साथ मिला है। रमेश मीणा और प्रदेश कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष गोपाल सिंह पिछले दिनों दिल्ली जाकर सोनिया गांधी को राज्य सरकार के कामकाज को लेकर अपनी नाराजगी जता चुके हैं। पिछले दिनों विधायक पीआर मीणा ने दिल्ली में पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव अविनाश पांडे से मुलाकात कर सरकार में एक ही पक्ष के लोगों की सुनवाई होने को लेकर शिकायत की है। मीणा पायलट के निकट माने जाते हैं।

वसुंधरा के आवास मामले में सरकार के रुख से नाराज पायलट

सचिन पायलट पूर्व मुख्यमंत्रियों को आवास सहित अन्य सुविधाएं देने को लेकर हाईकोर्ट द्वारा लगाई गई रोक के बावजूद राज्य सरकार के सुप्रीम कोर्ट में पहुंचने से भी नाराज हैं। उनके मुताबिक, सरकार के इस कदम से पूर्व मुख्यमंत्री एवं भाजपा नेता वसुंधरा राजे को लाभ मिला है। पायलट का कहना है कि पूर्व मुख्यमंत्रियों की सुविधाओं को लेकर वसुंधरा राजे के मुख्यमंत्री रहते हुए विधानसभा में गलत कानून पास कराया गया, जिसका विपक्ष में रहते हुए कांग्रेस ने विरोध किया था।

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष की हैसियत से वे इसके खिलाफ बोले थे। लेकिन अब हमने सत्ता में आते ही पूर्व मुख्यमंत्रियों को आवास सहित अन्य सुविधाओं को बचाने के लिए अपना स्टैंड बदल लिया। हाईकोर्ट ने यह कानून रद करने की बात कही तो हमारी सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में एसएलपी दायर की, जो गलत है। उन्होंने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री की सुविधा तुरंत वापस लेनी चाहिए। इस मुद्दे को लेकर पायलट सोनिया गांधी के समक्ष अपना पक्ष रखेंगे। 

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