चुनाव में मिली हार और राहुल के इस्तीफे से कब उभरेगी कांग्रेस

लोकसभा चुनावों में कांग्रेस की करारी हार और अध्यक्ष पद से राहुल गांधी के इस्तीफे का असर राजस्थान में सत्ता और संगठन की गतिविधियों पर भी साफ दिखाई दे रहा है।

By Preeti jhaEdited By: Publish:Mon, 08 Jul 2019 02:13 PM (IST) Updated:Mon, 08 Jul 2019 02:13 PM (IST)
चुनाव में मिली हार और राहुल के इस्तीफे से कब उभरेगी कांग्रेस
चुनाव में मिली हार और राहुल के इस्तीफे से कब उभरेगी कांग्रेस

जयपुर, जागरण संवाददाता। लोकसभा चुनावों में कांग्रेस की करारी हार और अध्यक्ष पद से राहुल गांधी के इस्तीफे का असर राजस्थान में सत्ता और संगठन की गतिविधियों पर भी साफ दिखाई दे रहा है। कांग्रेस संगठन में नए कार्यक्रम, बैठकें लगभग थम सी गई है। इसके साथ ही इसका असर कांग्रेस कार्यकर्ताओं के मनोबल पर भी साफ दिख रहा है।

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट के पद छोड़ने को लेकर बार-बार में चलने वाली चर्चाओं के कारण ना तो सरकार में सही ढंग से काम हो पा रहा है और ना ही संगठन के पदाधिकारी काम में दिलचस्पी ले रहे है। गहलोत और पायलट की खींचतान के चलते चार माह बाद पिछले दिनों केबिनेट की बैठक हुई,लेकिन कोई बड़े निर्णय नहीं हो सके। प्रदेश में कांग्रेस ने अभी तक हार के कारणों की समीक्षा के लिए औपचारिक बैठक तक नहीं की है ।

कागजों में रह गया मास कांटेक्ट प्रोग्राम

लोकसभा चुनाव की हार के बाद कांग्रेस ने मास कॉन्टेक्ट प्रोग्राम चलाने की घोषणा की थी, जिसके तहत कांग्रेस नेताओं को फील्ड में जाकर जनता से संपर्क करना था। लेकिन अभी तक कुछ नेताओं को छोड़ दें तो मास कॉन्टेक्ट प्रोग्राम के तहत कोई फील्ड में नहीं गया है। अध्यक्ष पद से राहुल गांधी के इस्तीफे के बाद पार्टी में असमंजस की स्थिति है। इस असमंजस के दूर होने तक संगठन की गतिविधियों की स्पीड रुकी हुई रहेगी, कांग्रेस के नेता फिलहाल वेट एंड वॉच की रणनीति पर चल रहे है, राहुल गांधी के इस्तीफे प्रकरण के पटाक्षेप के बाद ही संगठन सक्रिय हो सकेगा।

कांग्रेस प्रवक्ता अर्चना शर्मा ने कहा, 'संगठन में जिसके पास जो भी जिम्मेदारी है वो पूरी सक्रियता से प्रदेश में उसे पूरा कर रहा है। हम चाहते हैं कि राहुल गांधी नेतृत्व करते रहें, ताकि कार्यकर्ताओं का मनोबल बढ़ा रहा है। इसमें कोई दो राय नहीं है कि लोकसभा में हुई हमारी हार का प्रभाव कार्यकर्ता पर पड़ता है। लेकिन सभी कार्यकर्ताओं ने प्रदेश कांग्रेस कमेटी और सीडब्ल्यूसी ने राहुल गांधी से गुजारिश की है कि वो अपना इस्तीफा वापस ले लें।

कांग्रेसजनों को पूरी उम्मीद है कि वो इस्तीफा वापस लेंगे और उनके सक्षम नेतृत्व में पार्टी आगे बढ़ेगी। इसके अलावा प्रदेश महासचिव गिरिराज गर्ग ने भी कहा है कि हमें विश्वास है कि राहुल गांधी कांग्रेस का नेतृत्व करेंगे और पार्टी हार से उभर कर फिर एक बार मजबूती से खड़ी होगी।  

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