तिवाड़ी से हाथापाई ने खड़ी की राजस्थान भाजपा के लिए मुश्किल

राजस्थान में भाजपा के वरिष्ठ विधायक घनश्याम तिवाड़ी के साथ दो दिन पहले हुई हाथापाई की घटना ने भाजपा के प्रदेश नेतृृत्व के लिए मुश्किल खड़ी कर दी है। हालांकि पार्टी ने मामले की जांच करवा ली और दोषियों को पहचान भी लिया है

By Bhupendra SinghEdited By: Publish:Tue, 06 Oct 2015 01:18 AM (IST) Updated:Tue, 06 Oct 2015 01:26 AM (IST)
तिवाड़ी से हाथापाई ने खड़ी की राजस्थान भाजपा के लिए मुश्किल

जयपुर। राजस्थान में भाजपा के वरिष्ठ विधायक घनश्याम तिवाड़ी के साथ दो दिन पहले हुई हाथापाई की घटना ने भाजपा के प्रदेश नेतृृत्व के लिए मुश्किल खड़ी कर दी है। हालांकि पार्टी ने मामले की जांच करवा ली और दोषियों को पहचान भी लिया है, लेकिन यह मामला बड़ा होता जा रहा है। सोमवार को पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष ओम प्रकाश माथुर ने तिवाड़ी से मुलाकात की और बाद में कहा कि पार्टी के सीनियर नेता के साथ ऐसी घटना से पूरी पार्टी को नुकसान होता है। उन्होंने कहा कि वे खुद इस मामले में पार्टी के प्रदेश नेतृृत्व से बात करेगे।

राजस्थान में घनश्याम तिवाड़ी मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के विरोधी खेमे के माने जाते हैं और ओम प्रकाश माथुर को भी राजे का प्रतिद्वद्वीं माना जाता है। उधर तिवाड़ी के साथ यह घटना करने वाले कार्यकर्ता सांसद रामचरण बोहरा के समर्थक माने जाते हैं और बोहरा राजे के विश्वासपात्रों में हैं। इन सब परिस्थितियों में तिवाड़ी के साथ ऐसी घटना और माथुर की तिवाड़ी से मुलाकता को राजनीतिक दृृष्टि से काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है।

तिवाड़ी से मुलाकात के बाद माथुर ने मीडिया से बातचीत में कहा कि पार्टी के सीनियर नेता के साथ ऐसी घटना नहीं होनी चाहिए। पार्टी पूरे देश में अच्छे वातावरण मे आगे बढ़ रही है, ऐसे में इस तरह की घटना से पूरे देश में पार्टी की छवि को नुकसान पहुंचता है।

उन्होंने कहा कि पार्टी नेतृृत्व को तुरंत कार्रवाई करनी चाहिए और वे स्चयं इस बारे में नेतृृत्व से बात करेंगे। पार्टी के प्रदेश प्रभारी अविनाश राय खन्ना भी तिवाड़ी से फोन पर घटना की जानकारी ले चुके हैं।

उधर पार्टी के प्रदेश नेतृृत्व को भी शायद इस मामले के बडे होने का अंदाजा था, यही कारण रहा कि घटना के दूूसरे दिन ही प्रदेश अध्यक्ष अशोक परनामी ने तिवाड़ी समर्थकों से मुलाकात की और तुरंत मामले की जांच करवा कर रिपोर्ट मांग ली। रिपोर्ट में कार्यकार्ताओं पर कार्रवाई की सिफारिश की गई है।

माना जा रहा है कि मामला ज्यादा तूल न पकड़े, इसलिए जल्द ही कुछ कार्यकर्ताओ को निलम्बित किया जा सकता है।

हालांकि इस बीच बोहरा समर्थक कार्यकर्ता भी प्रदेश नेतृृत्व के पास पहुंच गए हैं और उन्होंने कहा है कि यह सब तिवाड़ी समर्थकों की चाल है। तिवाड़ी के साथ ऐसी कोई घटना नहीं हुई। इस बारे में एक वीडियो फिल्म भी प्रदेश अध्यक्ष को दिखाई गई है।

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