Rajasthan: जानें, कौन हैं राजस्थान कांग्रेस के नवनियुक्त अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा

Govind Singh Dotasara एक अक्टूबर 1964 को सीकर जिले के लक्ष्मणगढ़ में जन्मे डोटासरा को लंबा सियासी अनुभव है। डोटासरा सीकर के लक्ष्मणगढ़ से तीसरी बार विधायक चुने गए हैं।

By Sachin Kumar MishraEdited By: Publish:Tue, 14 Jul 2020 11:56 PM (IST) Updated:Tue, 14 Jul 2020 11:56 PM (IST)
Rajasthan: जानें, कौन हैं  राजस्थान कांग्रेस के नवनियुक्त अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा
Rajasthan: जानें, कौन हैं राजस्थान कांग्रेस के नवनियुक्त अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा

जयपुर, प्रेट्र। Govind Singh Dotasara: राजस्थान में जारी सियासी संकट के बीच मंगलवार को सचिन पायलट को हटाकर शिक्षामंत्री गोविंद सिंह डोटासरा को प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी दी गई है। शिक्षक के बेटे डोटासरा वकालत से पंचायत चुनाव के जरिये राजनीति में प्रवेश कर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष पद पहुंचे हैं। एक अक्टूबर, 1964 को सीकर जिले के लक्ष्मणगढ़ में जन्मे डोटासरा को लंबा सियासी अनुभव है। डोटासरा सीकर के लक्ष्मणगढ़ से तीसरी बार विधायक चुने गए हैं। डोटासरा ने राजस्थान विश्वविद्यालय से बीकॉम और एलएलबी की पढ़ाई की है। उन्होंने लगभग दो दशकों तक सीकर की अदालत में प्रैक्टिस की। उन्होंने चार मार्च, 1984 को सुनीता देवी से शादी की थी और उनके दो बेटे हैं। उनकी पत्नी सरकारी स्कूल की शिक्षिका हैं।  

उन्होेंने 2005 में कांग्रेस के टिकट पर लक्ष्मणगढ़ पंचायत समिति से चुनाव लड़ा था। इस चुनाव में उन्होंने जीत हासिल की। वह लक्ष्मणगढ़ पंचायत के प्रधान भी रहे। वह सात साल तक सीकर जिला कांग्रेस अध्यक्ष पद पर काबिज रहे। उन्होंने युवा कांग्रेस के लिए भी काम किया। 2008 में डोटासरा को पहली बार लक्ष्मणगढ़ निर्वाचन क्षेत्र से विधानसभा चुनाव लड़ने के लिए पार्टी का टिकट मिला, यहां भी उन्होंने जीत हासिल की। 2008 से वह लगातार विधानसभा चुनाव जीत रहे हैं। 2018 के विधानसभा चुनावों में पार्टी की जीत के बाद उन्हें राज्य का शिक्षा मंत्री बनाया गया था। इससे पहले उन्होंने 14वीं राजस्थान विधानसभा में कांग्रेस के उप मुख्य सचेतक का पद संभाला। 

कांग्रेस के नवनियुक्त प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा फिलहाल राजस्थान सरकार में शिक्षा मंत्री हैं। वे सीकर जिले के लक्षमणगढ़ से विधायक हैं। साल 1981 से डोटासरा कांग्रेस के लिए काम करते आए हैं। ग्रेजुएशन पूरी करने के बाद उन्होंने लॉ की पढ़ाई भी की है। 2005 में डोटासरा ने पहली पार पंचायत का चुनाव लड़ा। वे प्रधान रहे और अब तीसरी बार विधायक हैं। गणेश घोघरा 35 साल की उम्र में पहली बार डूंगरपुर से विधायक चुने गए हैं। वे पेशे से किसान हैं। 20 साल की उम्र में छात्र राजनीति से कदम रखने वाले गणेश घोघरा ने यूथ कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष तक का सफर तय किया है। हालांकि इससे पहले वे यूथ कांग्रेस के जिला अध्यक्ष रहे थे। इन्हें अशोक चांदना का करीबी माना जाता है।

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