हंगामे की भेंट चढ़ा 14वीं राजस्थान विधानसभा का अंतिम सत्र

तीसरे दिन शुक्रवार को भी हंगामे के बीच 6 विधेयक पारित हुए, सदन की कार्यवाही मात्र 46 मिनट चली।

By Sachin MishraEdited By: Publish:Fri, 07 Sep 2018 07:48 PM (IST) Updated:Fri, 07 Sep 2018 07:48 PM (IST)
हंगामे की भेंट चढ़ा 14वीं राजस्थान विधानसभा का अंतिम सत्र
हंगामे की भेंट चढ़ा 14वीं राजस्थान विधानसभा का अंतिम सत्र

जागरण संवाददाता, जयपुर। राजस्थान विधानसभा शुक्रवार को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दी गई। 14वीं विधानसभा का अंतिम सत्र हंगामे की भेंट चढ़ गया। सत्र के दौरान तीन दिन हंगामें के बीच विधायी कार्य संपन्न हुए। तीसरे दिन शुक्रवार को भी हंगामे के बीच 6 विधेयक पारित हुए, सदन की कार्यवाही मात्र 46 मिनट चली। सत्र के अंतिम दिन की शुरुआत शुक्रवार को हंगामे से हुई। प्रश्नकाल शुरू होते ही निर्दलीय विधायक नंदकिशोर महरिया ने प्रदेश में चिकित्सा सुविधाओं से वंचित गांव से जुड़ा सवाल पूछा तो कांग्रेस के विधायकों ने महंगाई, मुख्यमंत्री की गौरव यात्रा के सरकारी खर्च, किसानों की आत्महत्याओं और युवक कांग्रेस प्रदर्शन में लाठीचार्ज के मुद्दे उठाए जिस पर हंगामा शुरू हो गया।

नारेबाजी करते हुए कांग्रेस विधायक वेल में आ गए और आखिरकार बढ़ते हंगामे के बीच सदन की कार्यवाही दोपहर 12 बजे तक स्थगित करनी पड़ी। इसी दौरान कांग्रेस सदस्य मुख्यमंत्री को बुलाने की मांग करते रहे।सदन की कार्यवाही फिर शुरू हुई तो कांग्रेस विधायक एक बार फिर वेल में आकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी करने लगे। हंगामा बढ़ता देख अध्यक्ष कैलाश मेघवाल ने सदन की कार्यवाही दोपहर 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दी।

राठौड़ बोले,  हम हर सवाल का जवाब देने को तैयार

संसदीय कार्य मंत्री राजेन्द्र राठौड़ ने कहा कि सदन नियमों से चलता है और कांग्रेस नियमों में आए तो मंत्री हर सवाल का जवाब देने को तैयार हैं। गृह मंत्री गुलाबचंद कटारिया ने कहा कि कांग्रेसी चर्चा नहीं चाहते बल्कि अपनी झेंप मिटाना चाहते हैं। कांग्रेस के विधायक हल्ला करके सदन का समय बर्बाद कर रहे है।

16 मिनट चले प्रश्नकाल में होता रहा हंगामा

सुबह 11 बजे प्रश्नकाल शुरू होते ही हंगामे के दौरान संसदीय कार्यमंत्री राजेन्द्र राठौड़ और उप मुख्य सचेतक मदन राठौड़ ने कहा कि कांग्रेस सदस्य गुरुवार से प्रश्न स्थगित करने को लेकर घड़ियाली आंसू बहा रहे है, जबकि इनके समय 1836 प्रश्न स्थगित हुए थे और आज हो-हल्ला करके सदन की गरिमा गिरा रहे है। उन्होंने कहा कि कल से सदन की कार्यवाही बाधित करने का प्रयास किया जा रहा है, इसलिए इन कांग्रेस सदस्यों को बाहर निकाल देना चाहिए। इसी दौरान कांग्रेस सदस्य महंगाई कम करो की नारेबाजी करते हुए वेल में आ गए और कुल 16 मिनट के बाद आखिरकार विधानसभा अध्यक्ष कैलाश मेघवाल ने सदन की कार्यवाही दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी। राठौड़ ने विपक्ष के नेता रामेश्वर डूडी की तरफ इशारा करते हुए कहा कि इस पद पर स्व.भैरोंसिंह शेखावत जैसे नेता रहे हैं,लेकिन आप इस पद की गरीमा गिरा रहे है।

शून्यकाल मात्र 30 मिनट चला

दोपहर 12 बजे शून्यकाल शुरू होते ही कांग्रेस विधायक गोविंद सिंह डोटासरा,राजपा विधायक नवीन पिलानिया और निर्दलीय विधायक हनुमान बेनीवाल ने किसानों की कर्ज माफी एवं पेट्रोल-डीजल के दामों में वृद्धि का मामला उठाया। इसी दौरान कांग्रस विधायक हंगामा करते हुए वेल में आ गए। इस पर सदन की कार्यवाही 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई। 2 बजे फिर सदन की कार्यवाही शुरू हुई तो हंगामे के बीच ही 6 विधेयक पारित करवाए गए। इसके बाद सदन की कार्यवाही अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दी गई । 

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