राजस्थान में इनकम टैक्स कमिश्नर के लिए रिश्वत लेते आईटी प्रैक्टिशनर गिरफ्तार

IT Practitioner Arrested. राजस्थान में इनकम टैक्स कमिश्नर के लिए लेते आईटी प्रैक्टिशनर को गिरफ्तार किया गया है।

By Sachin MishraEdited By: Publish:Thu, 20 Jun 2019 07:28 PM (IST) Updated:Thu, 20 Jun 2019 07:28 PM (IST)
राजस्थान में इनकम टैक्स कमिश्नर के लिए रिश्वत लेते आईटी प्रैक्टिशनर गिरफ्तार
राजस्थान में इनकम टैक्स कमिश्नर के लिए रिश्वत लेते आईटी प्रैक्टिशनर गिरफ्तार

जयपुर, जागरण संवाददाता। राजस्थान भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) की टीम ने गुरुवार को कोटा में बड़ी कार्रवाई करते हुए इनकम टैक्स कमिश्नर के लिए रिश्वत ले रहे आईटी प्रैक्टिशनर दलाल को गिरफ्तार किया है। 50 हजार रुपये की रिश्वत की यह रकम चेक के जरिए परिवादी से ली जा रही थी। इस चेक को आरोपित के कब्जे से बरामद किया है। यह कार्रवाई एसीबी के महानिदेशक आलोक त्रिपाठी के निर्देशन में हुई। मामले में सह आरोपित इंकमटैक्स कमिश्नर भूमिगत हो गया।

57 लाख की रिकवरी में राहत देने के लिए मांगी रिश्वत

अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक चंद्रशील ठाकुर ने बताया कि गिरफ्तार किया गया आरोपित कोटा के पार्श्वनाथ विहार निवासी गिरफ्तार आरोपित वीरेंद्र कुमार जैन है। वह इंकम टैक्स प्रैक्टिशनर है। वहीं, रिश्वत के इस मामले में एसीबी ने आयकर आयुक्त (अपील) अमरीश बेदी को भी सह आरोपित बनाया है। वह मूल रूप से जयपुर में शास्त्री नगर के रहने वाले है। ठाकुर ने बताया कि कोटा के लाडपुरा निवासी भरत कुमार कुशवाह ने एसीबी में शिकायत दी थी कि उसने अपनी माताजी के खाते की जमीन बेची थी, जिसकी स्क्रूटनी प्रोसेडिंग इनकम टैक्स विभाग में चल रही थी। इसकी टैक्स लाइबिलिटी पैनल्टी करीब 57 लाख की निकाली गई थी।

इस संबंध में परिवादी कुशवाह ने कोटा में आयकर आयुक्त (अपील) अमरीश बेदी के कार्यालय में अपील की। इस अपील में सुनवाई कर फैसला कुशवाह के पक्ष में करने की एवज में अमरीश बेदी व आईटी प्रैक्टिशनर वीरेंद्र कुमार जैन ने दो लाख रुपये की रिश्वत मांगी । इसमें पहली किश्त में बिना नाम का 50 हजार का चेक मांगा। एसीबी टीम ने सत्यापन के बाद गुरुवार को ट्रेप रचा। इसके बाद परिवादी ने 50 हजार रुपये की रिश्वत के रूप में एक खाली चेक पर स्वहस्ताक्षरित रकम भरकर दलाल वीरेंद्र कुमार जैन को दिया। इस पर एसीबी की टीम ने दलाल वीरेंद्र जैन को धरदबोचा।

पूछताछ में वीरेंद्र जैन ने यह चेक सह आरोपित आयकर आयुक्त अमरीश बेदी के लिए लेना और उन्हें ऑफिस में ले जाकर देने का खुलासा किया। इस पर एसीबी की टीम उसे लेकर अमरीश बेदी के कार्यालय में पहुंची। तब तक बेदी फरार हो गया। एसीबी की यह कार्रवाई पुलिस निरीक्षक अजीत बगडोलिया, पुलिस निरीक्षक दलबीर सिंह फौजदार, सत्येन्द्र सिंह, भरत सिंह और मनोज कुमार की टीम ने की। 

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