Lockdown: घर से नहीं निकलने का संदेश देने वाली कविता पर प्रस्तुति देंगी छह देशों की छात्राएं
Lockdown. लॉकडाउन में घर से नहीं निकलने का संदेश देने वाली कविता पर भारत सहित छह देशों की छात्राएं एक साथ प्रस्तुति देंगी।
राज्य ब्यूरो, जयपुर। Lockdown. शत्रु ये अदृश्य है, विनाश इसका लक्ष्य है। कर न भूल, तू जरा भी ना फिसल, मत निकल, मत निकल, मत निकल। लॉकडाउन में घर से नहीं निकलने का संदेश देने वाली इन पंक्तियों पर बुधवार को भारत सहित छह देशों की छात्राएं एक साथ प्रस्तुति देंगी। यह आयोजन महाराजा सायाजी विश्वविद्यालय वडोदरा (गुजरात) के संगीत विभाग द्वारा कराया जाएगा।
कवि हरिवंशराय बच्चन की प्रसिद्घ रचना अग्निपथ पर आधारित इस कविता को महाराष्ट्र में रेलवे पुलिस विशेष बल में इंस्पेक्टर पद पर कार्यरत शरद गुप्ता ने लिखा है। शरद मूल रूप से राजस्थान के कोटा के रहने वाले हैं। उन्होंने बताया कि लॉकडाउन को देखते हुए उन्होंने 26 मार्च को यह कविता फेसबुक पर पोस्ट की थी। तब से यह कविता कई जगह इस्तेमाल की गई है। जयपुर पुलिस ने भी लॉकडाउन के दौरान लोगों को घरों में रहने का संदेश देने के लिए इस कविता का इस्तेमाल किया था।
गुप्ता ने बताया कि बुधवार को महाराजा सायाजी विश्वविद्यालय वडोदरा के संगीत विभाग के प्रयासों से भारत, कनाडा, श्रीलंका, अमेरिका, मॉरीशस और दक्षिण अफ्रीका के विभिन्न विश्वविद्यालयों के नृत्य संकाय की 250 छात्राएं अपने घरों में ही रहकर एक ही समय में इस कविता पर प्रस्तुति देंगी। प्रस्तुति कत्थक और भरतनाट्यम शैली पर आधारित रहेगी।
यह है कविता
शत्रु ये अदृश्य है,
विनाश इसका लक्ष्य है।
कर न भूल, तू जरा भी ना फिसल,
मत निकल, मत निकल, मत निकल।
हिला रखा है विश्व को,
रुला रखा है विश्व को।
फूंक कर बढ़ा कदम, जरा संभल,
मत निकल, मत निकल, मत निकल।
उठा जो एक गलत कदम,
कितनों का घुटेगा दम।
तेरी जरा सी भूल से, देश जाएगा दहल,
मत निकल, मत निकल, मत निकल।
संतुलित व्यवहार कर,
बंद तू किवाड़ कर।
घर में बैठ, इतना भी तू ना मचल,
मत निकल, मत निकल, मत निकल।
गौरतलब है कि राजस्थान में कोरोना संक्रमण फैलने के साथ ही मरीजों की रिकवरी भी तेजी से हो रही है। प्रदेश के 33 में से 31 जिलों में संक्रमण फैल चुका है। मंगलवार को 2 लोगों की मौत के साथ ही 68 नए पॉजिटिव केस सामन आए। प्रदेश में अब तक 115 लोगों की कोरोना के कारण मौत हुई,वहीं कुल संक्रमितों का आंकड़ा 4056 पहुंच गया। 2326 लोग उपचार के बाद रिकवर हुए हैं।