राजस्थान में कृत्रिम तरीके से लिया इन पक्षियाें ने जन्‍म, लुप्‍त होने की कगार पर हैं गोडावण

राजस्थान के डेजर्ट नेशनल में कृत्रिम तरीके से लुप्तप्राय पक्षियों को पैदा किया गया है कृत्रिम इन्क्युबेटर के माध्यम से इन पक्षियों का जन्‍म करवाया गया है।

By Babita kashyapEdited By: Publish:Wed, 10 Jul 2019 12:43 PM (IST) Updated:Wed, 10 Jul 2019 12:43 PM (IST)
राजस्थान में कृत्रिम तरीके से लिया इन पक्षियाें ने जन्‍म, लुप्‍त होने की कगार पर हैं गोडावण
राजस्थान में कृत्रिम तरीके से लिया इन पक्षियाें ने जन्‍म, लुप्‍त होने की कगार पर हैं गोडावण

जयपुर, जेएनएन। लुप्तप्राय पक्षियों को कृत्रिम तरीके से पैदा किया गया है। राजस्थान के डेजर्ट नेशनल पार्क में इस दिशा में सफलता मिली है। लुप्त होते जा रहे गोडावण के संरक्षण की दिशा में हाल में एक बड़ी सफलता हासिल हुई है। राजस्थान के जोधपुर में स्थित डेजर्ट नेशनल पार्क में कृत्रिम इन्क्युबेटर के माध्यम दो गोडावण की हैचिंग (पक्षी द्वारा अंडों पर बैठकर उनको सेकने की प्रक्रिया) की गई है।

कृत्रिम हैचिंग के लिए छह अंडे एकत्र किए गए थे। इनसे कृत्रिम इन्क्युबेटर के माध्यम से पहले बच्चे का जन्म 21 जून को और दूसरे का छह जुलाई को हुआ। अधिकारियों के अनुसार दोनों बच्चे स्वस्थ हैं और विशेषज्ञ लगातार उन पर नजर बनाए हुए हैं। 

प्रोजेक्ट से जुड़े विशेषज्ञ श्रवण सिंह का कहना है कि इस सफलता से इस पक्षी को बचाने और इसकी कैप्टिव ब्रीडिंग की राह खुल गई है। संयुक्त अरब अमीरात की राजधानी अबुधाबी से आए विशेषज्ञ इन गोडावण बच्चों की नियमित देखभाल कर रहे हैं। गोडावण संरक्षण के प्रयासों से जुड़े विशेषज्ञ सुमित डुकिया कहते हैं कि दोनों गोडावण एक परिवार से हैं, इसलिए उनके बचने में अब कोई संदेह नहीं है। अब हम बाकी बचे अंडों की हैचिंग में जुटे हैं। सफल रहे तो इस पक्षी के संरक्षण की दिशा में यह बड़ी सफलता होगी।

विशेषज्ञों का कहना है कि इस पक्षी के प्राकृतिक रहवासी क्षेत्र की स्थितियां बहुत विकट हो गई हैं। ऐसे में अब कृत्रिम इन्क्युबेशन ही एक मात्र उपाय बचा है। विशेषज्ञों के अनुसार पिछले दो वर्ष में बिजली के हाईटेंशन तारों ने छह गोडावण की जान ले ली। डुकिया का कहना है कि हमें स्थानीय लोगों को जागरूक करना होगा ताकि वे इस लुप्त होती प्रजाति के संरक्षक बन सकें। राजस्थान हाई कोर्ट भी गोडावण की सुरक्षा और इसके संरक्षण के बारे में दायर एक याचिका की सुनवाई कर रहा है।

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