राजस्थानः संघ की बैठक में छाए अनुच्छेद 370 और एनआरसी मुद्दे

Article 370. तीर्थनगरी पुष्कर में चल रही संघ की बैठक में अनुच्छेद 370 और एनआरसी मुद्दे छाए रहे।

By Sachin MishraEdited By: Publish:Mon, 09 Sep 2019 02:01 PM (IST) Updated:Mon, 09 Sep 2019 02:01 PM (IST)
राजस्थानः संघ की बैठक में छाए अनुच्छेद 370 और एनआरसी मुद्दे
राजस्थानः संघ की बैठक में छाए अनुच्छेद 370 और एनआरसी मुद्दे

पुष्कर, प्रेट्र। राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) व उसके सहयोगी संगठनों की तीर्थनगरी पुष्कर में चल रही तीन दिवसीय बैठक के दूसरे दिन रविवार को भाजपा के कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा और वरिष्ठ पार्टी नेता राम माधव ने हिस्सा लिया। नड्डा ने बैठक में जम्मू-कश्मीर का विशेष दर्जा समाप्त किए जाने पर एक विस्तृत प्रस्तुति दी। राम माधव ने असम में राष्ट्रीय नागरिकता रजिस्टर (एनआरसी, नेशनल रजिस्टर ऑफ सिटीजन ऑफ इंडिया) के मुद्दे पर चिंताओं का समाधान किया। सूत्रों ने बताया कि संघ और उसके सहयोगी संगठनों के नेताओं ने जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 को समाप्त करने के लिए मोदी सरकार की प्रशंसा की।

सूत्रों ने बताया कि बैठक में नड्डा ने जानकारी दी कि कश्मीर घाटी में समग्र स्थिति सुधारने के लिए सरकार क्या उपाय करने जा रही है। एनआरसी का मुद्दा उठा राम माधव ने बैठक में शामिल प्रतिनिधियों को असम में एनआरसी के मुद्दे पर जानकारी दी। राम माधव ने वास्तविक नागरिकों को अंतिम सूची से बाहर किए जाने के मुद्दे पर बैठक के दौरान उठाई गई चिंताओं का जवाब दिया। इस मुद्दे को उठाने वालों ने दावा किया कि अंतिम सूची से जिन वास्तविक नागरिकों को बाहर किया गया है उनमें अधिकतर हिंदू हैं। सूत्रों ने कहा कि शनिवार को बैठक में असम में एनआरसी को लेकर चिंताएं उठाई गई थीं। आरएसएस के सहयोगी संगठन 'सीमा जागरण मंच' ने असम में एनआरसी की अंतिम सूची के जारी होने के मुद्दे पर एक प्रस्तुति दी।

गौरतलब है कि 31 अगस्त को जारी अंतिम सूची में 19 लाख से ज्यादा लोगों को शामिल नहीं किया गया है। संघ की प्रदर्शनी में गुर नानक व डॉ. आंबेडकर बैठक के दौरान एक प्रदर्शनी भी लगाई गई है। इसमें डॉ. भीमराव आंबेडकर और गुर नानक छाए रहे। इसका आयोजन संघ की मारवाड़ इकाई ने किया है। प्रदर्शनी में आदिवासी और अनुसूचित जाति के विशेष रूप से राजस्थान के नेताओं की संक्षिप्त जीवनी भी दिखाई गई। संघ के संस्थापक केबी हेडगेवार और एमएस गोलवलकर के बड़े कटआउट भी लगाए गए हैं। लेकिन गुर नानक और डॉ. आंबेडकर के बड़े होर्डिग्स सभी का ध्यान खींच रहे हैं।

इस बारे में पूछे जाने पर संघ के एक पदाधिकारी ने बताया कि गुर नानक की 550वां जयंती मनाई जा रही है और डॉ. आंबेडकर बड़े दलित नेता रहे हैं। इनके होर्डिग सामाजिक सद्भाव की संघ की विचारधारा के अनुकूल हैं। विभिन्न मसलों पर बैठक इस अखिल भारतीय समन्वय बैठक में आरएसएस के 35 सहयोगी संगठनों के 200 से अधिक प्रतिनिधि भाग ले रहे हैं। यह लोकसभा चुनाव के बाद इस तरह की पहली बैठक है। तीन दिवसीय बैठक शनिवार को शुरू हुई और इसमें विभिन्न मुद्दों पर चर्चा हो रही है। इसमें अर्थव्यवस्था से लेकर राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़े मुद्दे शामिल हैं।

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