Rajasthan: भारत-पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय सीमा के निकट बीएसएफ ने पाकिस्तानी नागरिक को पकड़ा

बीएसएफ के अधिकारियों ने इस बारे में पाकिस्तानी रेंजर्स से बात की तो उन्होंने इसे पाक नागरिक मानने से इन्कार कर दिया। इस पर बीएसएफ ने पाक नागरिक को रावला पुलिस थाने के सुपुर्द कर दिया। पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया है। अब संयुक्त जांच दल उससे पूछताछ करेगा।

By Priti JhaEdited By: Publish:Wed, 18 May 2022 12:07 PM (IST) Updated:Wed, 18 May 2022 12:10 PM (IST)
Rajasthan: भारत-पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय सीमा के निकट बीएसएफ ने पाकिस्तानी नागरिक को पकड़ा
राजस्थान में बीएसएफ ने पाकिस्तानी नागरिक को पकड़ा

जागरण संवाददाता, जयपुर। राजस्थान में श्रीगंगानगर जिले के रावला इलाके में भारत-पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय सीमा के निकट एक घुसपैठिये को गिरफ्तार किया गया है। सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) ने घुसपैठ कर भारतीय सीमा में घुसे पाकिस्तानी नागरिक को पकड़ा है। बीएसएफ के अधिकारियों ने इस बारे में पाकिस्तानी रेंजर्स से बात की तो उन्होंने इसे पाक नागरिक मानने से इन्कार कर दिया। पाक रेंजर्स ने उसे लेने से भी मना कर दिया। इस पर बीएसएफ ने पाक नागरिक को रावला पुलिस थाने के सुपुर्द कर दिया। पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया है। अब संयुक्त जांच दल उससे पूछताछ करेगा।

बीएसएफ की पोस्ट नेमीचंद पर गश्त कर रहे जवानों को मंगलवार शाम को पाक नागरिक नजर आया। सीमा पर पिलर संख्या 394-03-एम पर उसे गिरफ्तार किया गया है। पूछताछ में उसने अपना नाम अशाक (32) पुत्र गुलाम मोहम्मद बताया है। वह पाकिस्तान के पंजाब सरगोधा जिले के बलवाल थाना क्षेत्र के छावनी ख्वाजा सलाह का रहने वाला है। उसके पास 390 पाकिस्तानी नोट मिले हैं। प्रारम्भिक पूछताछ में अशाक ने बताया कि वह रास्ता भटक कर भारतीय सीमा में घुस गया । बातचीत में वह मंदबुद्धि लग रहा है। 

फिल्म पृथ्वीराज रिलीज होने से पहले गुर्जर और राजपूत समाज आमने-सामने

फिल्म "पृथ्वीराज" रिलीज होने से पहले राजस्थान के गुर्जर समाज में एक बार फिर दावा किया कि पृथ्वीराज चौहान राजपूत नहीं गुर्जर थे। वहीं राजपूत समाज के नेताओं ने इस मुद्दे पर खुली बहस की चुनौती दी है। फिल्म "पृथ्वीराज "3 जून को रिलीज होनी है। अखिल भारतीय वीर गुर्जर महासभा के संयोजक नरेंद्र गुर्जर ने कहा कि इतिहास और विभिन्न तथ्यों के आधार पर साबित होता है कि पृथ्वीराज चौहान गुर्जर थे। गुर्जर नेताओं के अनुसार पृथ्वीराज रासो पिंगल शैली में लिखी गयी है, जो ब्रजभाषा का एक रूप है जिसमें राजस्थानी भी मिली हुई है। इसके रचयिता चांद बरदाई हैं, जो हिन्दी ब्रजभाषा के प्रथम कवि माने जाते हैं। पृथ्वीराज रासो ब्रज भाषा का पहला महाकाव्य है जो लगभग 1400 विक्रम संवत में लिखा गया। इसमें बताया गया है कि पृथ्वीराज चौहान गुर्जर थे। विक्रम सिंह गुर्जर ने कहा, पृथ्वीराज रासो भाग एक के आदि पर्व के श्लोक 613 में पृथ्वीराज चौहान के पिता सोमेश्वर को गुर्जर बताया गया है।

अखिल भारतीय वीर गुर्जर महासभा के पदाधिकारियों का कहना है कि पृथ्वीराज चौहान ने मुहम्मद गोरी को नहीं मारा, पृथ्वीराज को 1193 ईस्वी में मारा गया था और गोरी को 14 मार्च 1206 को खोकर ने मार डाला था। मुहम्मद गोरी का मकबरा पाकिस्तान के सोहावा झेलम में है और उसे वहीं दफनाया गया। उधर श्री राजपूत करणी सेना के प्रवक्ता विरेंद्र सिंह ने कहा कि पृथ्वीराज चौहान के वंशज अजमेर में रह रहे हैं ।उनके पास पृथ्वीराज के वंशज होने के प्रमाण हैं। उन्होंने पृथ्वीराज चौहान के राजपूत होने पर संदेह करने वालों को बहस की चुनौती दी है।

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