राजस्थान की गहलोत सरकार ने मकर सक्रांति के मौके पर चाइनीज मांझे की बिक्री पर लगी रोक

पतंगबाजी के लिए बेचे जाने वाले चाइनीज मांझे पर रोक लगा दी है। गृह विभाग के निर्देश के अनुसार चाइनीज मांझा विभिन्न धातुओं के मिश्रण से तैयार किया जाता है जो पतंग के पेंच लड़ाने में अधिक कारगर होता है।

By PRITI JHAEdited By: Publish:Wed, 06 Jan 2021 09:55 AM (IST) Updated:Wed, 06 Jan 2021 10:37 AM (IST)
राजस्थान की गहलोत सरकार ने मकर सक्रांति के मौके पर चाइनीज मांझे की बिक्री पर लगी रोक
राजस्थान में चाइनीज मांझे की बिक्री पर रोक

जयपुर, जागरण संवाददाता। राजस्थान की अशोक गहलोत सरकार ने मकर सक्रांति (14 जनवरी) के मौके पर पतंगबाजी के लिए बेचे जाने वाले चाइनीज मांझे पर रोक लगा दी है। इस संबंध में राज्य सरकार के गृह विभाग ने जिला कलेक्टरों एवं पुलिस अधीक्षकों को निर्देश जारी किए हैं।

गृह विभाग के निर्देश के अनुसार चाइनीज मांझा विभिन्न धातुओं के मिश्रण से तैयार किया जाता है जो पतंग के पेंच लड़ाने में अधिक कारगर होता है। इस कारण इसका प्रयोग अधिक होने लगा है। यह मांझा विभिन्न धातुओं के मिश्रण से बना हुआ होने के कारण बेहद धारदार और विधुत का सुचालक होता है। इसके उपयोग के दौरान दुपहिया वाहन चालकों और पक्षियों के जान-माल का नुकसान होता है।

चाइनीज मांझा वाले धागे जब बिजली के तारों के संपर्क में आते हैं तो विधुत सुचालक होने के कारण यह पतंगबाजी करने वालों के लिए भी जानलेवा साबित होते हैं। बिजली के तार भी इससे कई बार कट जाते हैं। कई बार दो तारों के बीच चाइनीज मांझे के संपर्क से शॉर्ट सर्किट भी हो जाता है। इस कारण सरकार ने इसके थोक व खुदरा बिक्री पर रोक लगाई है।

गृह विभाग के निर्देश के बाद विभिन्न जिला कलेक्टरों ने अपने मातहत अधिकारियों को आदेश जारी कर बाजार में इस मांझे की बिक्री रोकने को लेकर आवश्यक कदम उठाने के निर्देश दिए हैं। उल्लेखनीय है कि राजस्थान में मकर संक्रांति के मौक पर काफी बड़े पैमाने पर पतंगबाजी होती है। इसमें चाइनीज मांझे का उपयोग अधिक होता है। प्रतिवर्ष इसके कारण दुर्घटनाएं भी होती है। कई लोगों की गर्दन कटने की बात भी पिछले सालों में सामने आई है।

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