हेडकांस्टेबल का बेटा नाबालिग लड़की को दो दिन तक बंधक बनाकर करता रहा दुष्कर्म
हेड कांस्टेबल के बेटे ने नाबालिग लड़की का अपहरण किया और दो दिन तक उससे दुष्कर्म करता रहा। पुलिस के पास मामला पहुंचा तो समझौते का दबाव बनाया जाने लगा।
जेएनएन, तरनतारन। घर पर नाबालिग लड़की को अकेल देखकर हेड कांस्टेबल ने उसका अपहरण कर लिया। दो दिन तक वह उसे बंधक बनाकर उससे दुष्कर्म करता रहा। मां को जब इसका पता चला तो उसने उसे बरामद किया। वह पुलिस के पास पहुंची तो पुलिस ने नाबालिग लड़की को रातभर थाने में रखकर प्रताड़ित किया। पीड़िता की मां ने एसएसपी को शिकायत दी, जिसके बाद मामले की जांच के आदेश दिए गए हैं। आरोप है कि लड़की को बयान बदलने के लिए मजबूर किया गया।
पीड़िता की मां के अनुसार वह किसी काम से घर से बाहर गई थी। घर पर उसकी 16 साल की बेटी अकेली थी। इसी दौरान हेड कांस्टेबल के बेटे करण ने बेटी को घर से अगवा कर लिया। वह उसे अपने दोस्त के घर ले गया और बंधक बनाकर दो दिन तक दुष्कर्म करता रहा। मां ने बताया कि जब वह घर लौटी तो बेटी गायब थी। उसे पता चला कि करण ने बेटी को अगवा किया है।
वाल्मीकि सभा के अध्यक्ष हरचंद सिंह बैका की मदद से बेटी को बरामद किया गया। वह सहमी हुई थी। पुलिस को शिकायत दी तो एएसआइ सुरिंदर कुमार बेटी को पूछताछ के लिए थाना भिखीविंड ले गया। वहां पूरी रात उसे बयान बदलने के लिए प्रताड़ित किया गया और पिटाई की। दबाव बनाया कि वह ये बयान दे कि करण के साथ मर्जी से गई थी। वूमेन सेल भिखीविंड की इंचार्ज एएसआइ बलविंदर कौर की मौजूदगी में ये सब हुआ।
क्या कहती है पुलिस
--- आरोप गलत हैं। महिला पुलिस की मौजूदगी में लड़की के बयान दर्ज किए गए। प्रताड़ना और मारपीट की बात झूठ है। बलविंदर कौर, इंचार्ज वूमेन सेल भिखीविंड
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