तरनतारन के गांव लालपुरा में कर्ज से परेशान किसान ने लगाया फंदा, पांच साल पहले पिता ने की थी आत्महत्या

तरनतारन के गांव लालपुरा में 31 वर्षीय किसान ने कर्ज से परेशान होकर आत्महत्या कर ली। किसान के पिता ने भी पांच साल पहले कर्ज से परेशान होकर आत्महत्या कर ली थी। किसान के पिता ने करीब आठ वर्ष पहले उसने 14 लाख का कर्ज लिया था।

By Vikas_KumarEdited By: Publish:Sun, 20 Dec 2020 08:14 PM (IST) Updated:Sun, 20 Dec 2020 08:14 PM (IST)
तरनतारन के गांव लालपुरा में कर्ज से परेशान किसान ने लगाया फंदा, पांच साल पहले पिता ने की थी आत्महत्या
तरनतारन के गांव लालपुरा में एक युवा किसान ने कर्ज से परेशान होकर आत्महत्या कर ली।

तरनतारन, जेएनएन। गांव लालपुरा में 31 वर्षीय किसान इकबाल सिंह ने फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। उसके सिर पर 20 लाख का कर्ज था। पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम करवा स्वजनों को सौंप दिया है। पांच साल पहले इकबाल सिंह के पिता ने भी आत्महत्या कर ली थी।

खडूर साहिब के गांव लालपुरा निवासी काबल सिंह के पास तीन किल्ले जमीन थी। जंडियाला गुरु स्थित इलाहाबाद बैंक से करीब आठ वर्ष पहले उसने 14 लाख का कर्ज लिया था। काबल सिंह का बड़ा बेटा हरपाल सिंह ट्रक चलाता है और छोटा लड़का इकबाल सिंह खेतीबाड़ी का काम करता था। बैंक का कर्जा उतारने में काबल सिंह पांच वर्ष पहले विफल रहा। उसने नवंबर 2015 में आत्महत्या कर ली थी। काबल सिंह की जमीन दोनों भाइयों में मां सुरिंदर कौर ने बांट दी।

31 वर्षीय इकबाल सिंह का विवाह उत्तर प्रदेश निवासी जगबीर कौर के से हुआ था। पत्नी की बीमारी के कारण इकबाल सिंह ने अपनी जमीन गिरवी रख दी। पांच माह पहले जगबीर कौर चार वर्षीय बेटी मनरीत कौर को छोड़कर चल बसी। इकबाल सिंह न तो बैंक का कर्ज उतार पाया और न ही गांव के साहूकार के पास गिरवी पड़ी जमीन छुड़वा पाया। एएसआइ गुरमेज सिंह ने बताया कि करीब 20 लाख के कर्ज के बोझ से तंग आकर इकबाल सिंह ने फंदा लगाकर अपने कमरे में जान दे दी। इकबाल सिंह की मां सुरिंदर कौर के बयान दर्ज करके थाना गोइंदवाल साहिब में धारा 174 के तहत कार्रवाई करके शव का पोस्टमार्टम करवा दिया गया।

डैडी तू बोलदा क्यों नहीं

इकबाल सिंह ने अपनी चार वर्षीय मासूम लड़की मनरीत कौर के साथ शाम को खाना खाया। फिर बेटी को सुला दिया। मां सुरिंदर कौर को कहा कि थका हुआ हूं, यह कहते उसने अपने कमरे का दरवाजा व लाइट बंद कर ली। कुछ देर बाद शोर सुन मां सुरिंदर कौर ने दरवाजा जोर से खोला तो छत के गार्डर के साथ इकबाल सिंह झूल रहा था। पिता की लाश पर आंसू बहाते मासूम मनरीत कौर बार-बार कह रही थी कि डैडी तू बोलदा क्यों नहीं.....पहला मेरी मम्मी रुस्स गई ते हुण तू वी सो गया ए। चल उठ मैैंनू खेतां विच ले के चल। मेरे तेरे नाल कम करांगी। पहले पति, फिर बहु व अब लड़के की मौत के बाद सुरिंदर कौर बुरी तरह से टूट चुकी हैं। उसका कहना है कि मासूम पोती मनरीत कौर का पालन-पोषण कैसे कर पाउंगी।

सरकार की कार्यगुजारी पर उठे सवाल

किसान इकबाल सिंह द्वारा आत्म हत्या कर लेने पर आम आदमी पार्टी के नेता मनजिंदर सिंह सिद्धू, अकाली दल डेमोक्रेटिक के नेता दलजीत सिंह लालपुरा उनके घर पहुंचे और परिवार से गहरा दुख जाहिर किया। दलजीत सिंह लालपुरा ने कहा कि कैप्टन सरकार द्वारा कर्जमाफी के नाम पर किसानों को गुमराह किया जाता रहा है। उन्होंने कहा कि पहले पिता काबल सिंह ने आत्म हत्या की। पर इसके बावजूद सरकार नहीं जागी। कर्ज बढ़ता रहा अब इकबाल सिंह द्वारा आत्म हत्या कर लेना सरकार के माथे पर कलंक है।

chat bot
आपका साथी