शहादत का तोहफा लेकर लौटा सुखजिंदर, याद करेंगी पीढि़यां

तरनतारन : जम्मू-कश्मीर में आतंकियों के आत्मघाती हमले में शहादत का जाम पीने वाले सुखजिंदर सिंह के परिवार को अपने बेटे की शहादत पर गर्व है। साथ ही गांव गंडीविंड (धत्तल) के लोग भी इस कुर्बानी को आने वाली पीढ़ी लिए मिसाल करार देने लगे है।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 16 Feb 2019 01:47 AM (IST) Updated:Sat, 16 Feb 2019 01:47 AM (IST)
शहादत का तोहफा लेकर लौटा सुखजिंदर, याद करेंगी पीढि़यां
शहादत का तोहफा लेकर लौटा सुखजिंदर, याद करेंगी पीढि़यां

धर्मबीर सिंह मल्हार, तरनतारन : जम्मू-कश्मीर में आतंकियों के आत्मघाती हमले में शहादत का जाम पीने वाले सुखजिंदर सिंह के परिवार को अपने बेटे की शहादत पर गर्व है। साथ ही गांव गंडीविंड (धत्तल) के लोग भी इस कुर्बानी को आने वाली पीढ़ी लिए मिसाल करार देने लगे है। गांव में गदरी बाबा संता सिंह की यादगार बताती है कि यह गांव ऐसे शहीदों का यह है जिसका नाम ¨हदुस्तान के इतिहास से कभी मिटने वाला नहीं।

विधान सभा हलका पट्टी में आते गांव गंडीविंड (धत्तल) की आबादी 1300 के करीब है। करीब 40 युवा सैना व सीआरपीएफ में अपनी सेवाएं दे रहे है। 150 के करीब पूर्व सैनिक इस गांव की शान हैं। शहीद सुखजिंदर सिंह के पिता गुरमेज सिंह 2 एकड़ जमीन का मालिक हैं। छोटा लड़का गुरजंट सिंह उर्फ जंटा पिता के साथ खेती में सहयोग करता है। सुखजिंदर सिंह की शहादत पर गांव के सरपंच अमरजीत सिंह कहते हैं कि गदरी बाबा संता सिंह की तरह सुखजिंदर सिंह का नाम भी आने वाली पीढ़ी याद रखेगी। शहीद की मां हरभजन कौर कहती है मैने अपने लाल को घर के गुजारे लिए नहीं बल्कि देश की सेवा लिए भर्ती करवाया था। सुखजिंदर सिंह की भले ही शहादत हो चुकी है परंतु उनको इस कुर्बानी पर गर्व रहेगा। गुरजंट सिंह जंटा का कहना है कि भाई की शहादत में मुझे बल दिया है। मैं भी देश की सेवा लिए सैनिक बनूंगा। घर के कोने में फफक रही बहन बहन लखविंदर कौर बार-बार कह रही थी कि अपने लड़के की लोहड़ी मनाने कर ड्यूटी पर जाते समय भाई ने कहा था अबकी लौटूंगा तोहफा लेकर लौटूंगा।

शहीद के घर में दिलासा देने लिए सरबजीत सिंह की बहन दलबीर कौर पहुंची। दलबीर कौर ने कहा कि शहादत की खबर होने के बावजूद प्रदेश सरकार के किसी मंत्री या विधायक का दुख बांटने न पहुंचा उनकी संवेदनहीनता को दर्शा रही है। विभिन्न नेताओं ने जताया शोक

शिवसेना बाल ठाकरे के प्रदेश उपाध्यक्ष अश्विनी कुमार कुक्कू, जिला अध्यक्ष हरजीत सिंह हीरा, शहरी अध्यक्ष अमनजीत बेदी, कांग्रेस के जिला अध्यक्ष मंजीत सिंह घसीटपुरा, विहिप के प्रांत मंत्री हरेंद्र अग्रवाल, पूर्व चेयरमैन चंद अग्रवाल ने भी शहीद के परिवार से दुख जाहिर किया।

शहीद के नाम पर होगा स्कूल का नाम : एसडीएम

एसडीएम डॉ. अनुप्रीत कौर ने कहा कि शहीद की यादगार के तौर पर गांव में गेट बनाने, सरकारी स्कूल का नाम शहीद के नाम पर रखने की मंजूरी के लिए फाईल सरकार को भेजी जाएगी। उन्होंने बताया कि शनिवार शहीद सुखजिंदर सिंह पार्थिव शरीर गांव पहुंच जाएगा।

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