बिजली कंपनियों से सुखबीर ने करोड़ों की रिश्वत लेकर किए थे समझौते : ब्रह्मपुरा

। अकाली दल टकसाली के अध्यक्ष रंजीत सिंह ब्रह्मपुरा ने कहा है कि पंजाब को लूटने में सुखबीर सिंह बादल और बिक्रम सिंह मजीठिया ने कोई कसर नहीं छोड़ी।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 22 Feb 2020 12:14 AM (IST) Updated:Sat, 22 Feb 2020 06:09 AM (IST)
बिजली कंपनियों से सुखबीर ने करोड़ों की रिश्वत लेकर किए थे समझौते : ब्रह्मपुरा
बिजली कंपनियों से सुखबीर ने करोड़ों की रिश्वत लेकर किए थे समझौते : ब्रह्मपुरा

जागरण संवाददाता, तरनतारन : अकाली दल टकसाली के अध्यक्ष रंजीत सिंह ब्रह्मपुरा ने कहा है कि पंजाब को लूटने में सुखबीर सिंह बादल और बिक्रम सिंह मजीठिया ने कोई कसर नहीं छोड़ी। इसी वजह से राज्य में अकाली दल का बुरा हाल हो गया है। उन्होंने कहा कि कुर्बानियां देकर शिरोमणि अकाली दल को बनाया गया था, जिसे अब चोर और डाकुओं की पार्टी समझा जा रहा है।

उन्होंने आरोप लगाया कि गठबंधन सरकार के समय सुखबीर बादल ने बतौर उप मुख्यमंत्री बिजली कंपनियों से करोड़ों रुपए की रिश्वत ली थी, जिसके चलते प्रदेश में तीन वर्ष के बाद गरीब लोगों पर 4300 करोड़ रुपए का आर्थिक बोझ पड़ा है।

ब्रह्मपुरा ने कहा कि डेरा मुखी राम रहीम को माफी दिलाने, माफीनामा रद करवाने, बरगाड़ी कांड करवाने के मामले में बादल परिवार कभी भी सिख कौम का सामना नहीं कर सकता। एसजीपीसी और श्री अकाल तख्त साहिब की मान-मर्यादा को ठेस पहुंचाने के मामले में आने वाली पीढि़यां बादल परिवार को कभी माफ नहीं करेंगी।

ब्रह्मपुरा ने कहा कि एसजीपीसी का दुरुपयोग करके सुखबीर बादल अपनी निजी जायदाद बना रहे हैं। श्री गुरु नानक देव जी के 550वें प्रकाश पर्व के समागम के मौके सुल्तानपुर लोधी में 12 करोड़ का टेंट लगाकर 11 करोड़ का घपला किया गया। आने वाले एसजीपीसी के चुनाव में बादल परिवार को हराना जरूरी है। इस शुभ कार्य के लिए उनके साथ पूर्व जत्थेदार भाई रंजीत सिंह, बाबा सरबजोत सिंह बेदी, एचएस फूलका, बैंस ब्रदर्स, रविंदर सिंह समेत कई नेता उनके साथ हैं।

इस मौके पर राज्य सभा सदस्य सुखदेव सिंह ढींडसा, पूर्व स्पीकर रविइंद्र सिंह, बीरदविंदर सिंह, पूर्व मंत्री सेवा सिंह सेखवां, पूर्व विधायक रविंदर सिंह ब्रह्मपुरा, मनमोहन सिंह सठियाला, उजागर सिंह बडाली, बीबी हरजीत कौर तलवंडी, हरसुखइंद्र सिंह बब्बी बादल, मंजीत सिंह भोमा, करनैल सिंह पीर मोहम्मद, बलविंदर सिंह वेईपुई, गुरिदरबीर सिंह मरोक, गोपाल सिंह जानिया, जगतार सिंह, दलजीत सिंह गिल, कश्मीर सिंह संघा व मंजीत सिंह धग्गड़ मौजूद थे। बादल पुत्रमोह में बेबस : ढींडसा

राज्यसभा सदस्य सुखदेव सिंह ढींडसा ने कहा कि प्रकाश सिंह बादल के साथ जेल काटने में मैं पीछे नहीं रहा। उस समय सुखबीर बादल कहां थे, लेकिन दुख की बात यह है कि प्रकाश सिंह बादल पुत्रमोह में आज बेबस होकर सिख पंथ का तमाशा बनाने को मजबूर हैं। उन्होंने कहा कि वर्ष 1972 में मैंने आजाद तौर पर विधायक का चुनाव जीता था। जिसके बाद शिअद में शामिल हुआ और लगातार पार्टी की सेवा की। सुखबीर बादल आज मुझे काग्रेस का एजेंट करार देकर घटिया सियासत कर रहे हैं। लोग जानते हैं कि सुखबीर अहंकार में हैं और यह अहंकार जल्द टूट जाएगा। पहली बार सीएम बनाना मेरी गलती थी : रविइंद्र

पूर्व स्पीकर रविइंदर सिंह ने कहा कि 50 साल पहले मैंने 24 विधायकों को साथ लेकर जिस विधायक को मुख्यमंत्री बनाया था, आज वह मुझे काग्रेस का एजेंट करार दे रहा है। आज मंच पर मैं उनका नाम लेना भी पसंद नहीं करता। उन्होंने कहा कि लोग जवाब मांगते हैं कि पूर्व सीएम प्रताप सिंह कैरों के पोते आदेश प्रताप सिंह के साथ किसने अपनी इकलौती लड़की का विवाह किया था। फिर काग्रेस परिवार मजीठिया के घर में अपने बेटे सुखबीर सिंह बादल का किसने रिश्ता लिया। प्रकाश सिंह बादल का नाम लिए बिना उन्होंने कहा कि मैं अपनी जुबान से इस शख्स का नाम भी नहीं लेना चाहता। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिदर सिंह के साथ मेरी दोस्ती थी। जो आज भी है और सारी उम्र रहेगी। रविइंद्र सिंह ने कहा कि कैप्टन तो अकाली थे जिन्होंने 1984 के विरोध में उस समय आवाज उठाई जब वह शिअद में थे। कैप्टन को अकाली से काग्रेसी बनाने में हाथ किसका है, यह सारा पंजाब जानता है। नहीं पहुंचे पूर्व सांसद अजनाला

अकाली दल टकसाली के उपाध्यक्ष डॉ. रत्न सिंह अजनाला इस समागम में नहीं पहुंचे। कई दिनों से डॉ. अजनाला के बाबत अनुमान लगाया जा रहा था कि शिअद अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल द्वारा बोनी अमरपाल सिंह अजनाला को शिअद में दोबारा शामिल करने के बाद पूर्व मंत्री ब्रिकम सिंह मजीठिया की डयूटी लगाई गई थी कि डॉ. अजनाला को टकसालियों से दूर करके दोबारा शिअद के साथ जोड़ा जाए। हालांकि अकाली दल टकसाली की समूची लीडरशिप मंच पर दिखी। वहीं, रंजीत सिंह ब्रह्मपुरा ने दावा किया कि डॉ. अजनाला की सेहत ठीक ना होने कारण वह कांफ्रेंस में नहीं पहुंच सके। फ़ोटो -ए - एसजीपीसी के पूर्व अध्यक्ष जगदेव सिंह तलवंडी की बेटी हरजीत कौर को सम्मनित करते रंजीत सिंह ब्रह्मपुरा, रविंदर सिंह बह्मपुरा। फोटो -बी -सुखदेव सिंह ढींडसा को सम्मानित करते हुए अकाली दाल टकसाली के अध्यक्ष रंजीत सिंह ब्रह्मपुरा , साथ हैं पूर्व स्पीकर रविइंद्र सिंह।

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