डेरे का नहीं होता था ऑडिट, आरबीआइ के नियमों का भी हो रहा था उल्लंघन

। देश-विदेश के ऐतिहासिक गुरुधामों की कार सेवा के लिए प्रसिद्ध डेरा बाबा जगतार सिंह का कई साल से ऑडिट नहीं हुआ।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 26 Feb 2020 01:41 AM (IST) Updated:Wed, 26 Feb 2020 06:14 AM (IST)
डेरे का नहीं होता था ऑडिट, आरबीआइ के नियमों का भी हो रहा था उल्लंघन
डेरे का नहीं होता था ऑडिट, आरबीआइ के नियमों का भी हो रहा था उल्लंघन

धर्मबीर सिंह मल्हार, तरनतारन : देश-विदेश के ऐतिहासिक गुरुधामों की कार सेवा के लिए प्रसिद्ध डेरा बाबा जगतार सिंह का कई साल से ऑडिट नहीं हुआ। यहां पर करोड़ों रुपये कैश होने के बावजूद इसकी सुरक्षा व्यवस्था पर कभी ध्यान नहीं दिया गया। डेरे में रोजाना एक दर्जन सेवादार का ग्रुप चार से छह घंटे तक पैसों की गिनती करता है। ऐसे में डेरा आरबीआइ के उन आदेशों का भी उल्लंघन करता है, जिसमें दो लाख से अधिक की नगदी ना रखने का आदेश होता है।

गोइंदवाल रोड स्थित कार सेवा डेरा बाबा जगतार सिंह के पास ही श्री हरिमंदिर साहिब में सोने की सेवा भी चल रही है। देश-विदेश के ऐतिहासिक गुरुधामों की कारसेवा करने वाले इस डेरे द्वारा करोड़ों की राशि खर्च कर गुरु नानक देव सुपर स्पेशलिटी अस्पताल भी खोला गया है। डेरे में रोज की तरह मंगलवार को भी सैकड़ों की तादाद में श्रद्धालु पहुंचे। 1.68 करोड़ की डकैती के बाद सारा दिन डेरा पुलिस छावनी बना रहा।

एसएसपी ध्रुव दहिया ने बाबा महिदर सिंह का हाल जाना और आश्वासन दिया कि आरोपितों को जल्द काबू कर लिया जाएगा। शिअद के पूर्व विधायक हरमीत सिंह संधू ने डकैती पर चिंता जताते हुए कहा कि धार्मिक डेरे को निशाना बनाकर आरोपित आखिर कहां चले गए। उन्होंने पुलिस की रात्रि गश्त पर भी सवाल उठाए।

विधानसभा सत्र में पहुंचे विधायक डॉ. धर्मबीर अग्निहोत्री के आदेश पर उनके बेटे संदीप अग्निहोत्री ने कार सेवा संप्रदाय के मुखी बाबा जगतार सिंह से मुलाकात की और भरोसा दिया कि मामला मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिदर सिंह के नोटिस में लाया गया है। जल्द आरोपित पुलिस की गिरफ्त में होंगे।

डेरे के कैशरूम में छोटी करंसी के नोटों का लगा ढेर, इसका प्रमाण है कि 15 फुट चौड़े व 12 फुट लंबे कमरे के चारों ओर बनी अलमारियों में करोड़ों की राशि जमा होती थी। इसके बावजूद डेरे में लगे आधा दर्जन सीसीटीवी कई महीने से खराब पड़े हैं।

सूत्रों की मानें तो डकैती की घटना को अंजाम देने के लिए तीन लोग कैशरूम में दाखिल हुए, जबकि एक आरोपित कार को स्टार्ट करके उसी में ही बैठा रहा। उक्त कार चालक डेरे की सारी गतिविधियों व प्रबंधों से वाकिफ था। यही कार चालक डकैती का मास्टर माइंड समझा जा रहा है।

पुलिस ने डेरे के सेवादार बख्शीश सिंह से भी पूछताछ की जिसने आधी रात को कार सवारों के कहने पर गेट खोला। वहीं, कार सेवा संप्रदाय के मुखी बाबा जगतार सिंह ने कहा कि गुरु घर की सेवा को समर्पित होकर यह डेरा चलाया जाता है। संगत द्वारा निकाले जाते दसवंध पर भी कोई डाका डाल सकता है, यह कभी सोचा नहीं था। उन्होंने कहा कि डेरे को सुरक्षा-व्यवस्था की कभी जरूरत नहीं पड़ी।

उधर, एसएसपी ध्रुव दहिया का कहना है कि एसपी (आइ) जगजीत सिंह वालिया, डीएसपी सुच्चा सिंह बल्ल, प्रवेश चोपड़ा, थाना सिटी प्रभारी व आइपीएस तुषार गुप्ता पर आधारित जांच टीम का गठन किया गया है। उम्मीद है कि आरोपित जल्द बेनकाब हो जाएंगे।

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