बरसात हो चुकी शुरू, ड्रेनों व नालों की सफाई का काम अधूरा

आने वाले दिन बरसात के है। जिसके लिए सरकार द्वारा भले ही संभावी बाढ़ की स्थिति से निपटने लिए तैयारी की जा रही है। परंतु जिले का प्रशासन अभी भी सो रहा है। बरसात शुरू हो चुकी है। मगर अभी तक नालों की सफाई नहीं हो पाई।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 01 Jul 2020 11:34 PM (IST) Updated:Thu, 02 Jul 2020 06:07 AM (IST)
बरसात हो चुकी शुरू, ड्रेनों व नालों की सफाई का काम अधूरा
बरसात हो चुकी शुरू, ड्रेनों व नालों की सफाई का काम अधूरा

धर्मबीर सिंह मल्हार, तरनतारन : आने वाले दिन बरसात के है। जिसके लिए सरकार द्वारा भले ही संभावी बाढ़ की स्थिति से निपटने लिए तैयारी की जा रही है। परंतु जिले का प्रशासन अभी भी सो रहा है। बरसात शुरू हो चुकी है। मगर अभी तक नालों की सफाई नहीं हो पाई। ऐसे में अगर बाढ़ की स्थिति का सामना करना पड़ा तो संभलना मुश्किल हो सकता है। जिले में आती पंजवड़, कैरों, मुरादपुरा, शाहबाजपुर, खडूर साहिब, सोहल, नारला लिंक ड्रेनों की सफाई का अभी तक शुरू नहीं हो पाया। जबकि गांव दोदे और झब्बाल ड्रेन में भी गंदगी और जड़ी बूटी फैली पड़ी है। ऐसी ही स्थिति गुरदासपुर से शुरू होते कसूर नाले की है। यह नाला पाकिस्तान के शहर कसूर जाता है। यह नाला तरनतारन शहर के आधा दर्जन वार्डो के साथ सटा हुआ है। शहर की पाश कॉलोनिया इस कसूर नाले के आसपास है। स्थानीय लोगों महिदर सिंह, जागीर सिंह, गुरसेवक सिंह, कृपाल सिंह, बलजीत कौर, दीवान सिंह, परमजीत कौर, बलबीर कौर का कहना है कि वर्षो से इस नाले में जड़ी बूटी फैली हुई है। नगर कौंसिल के कर्मी शहर की सफाई करके कूड़ा-कर्कट व गंदगी नाले में फेंक देते है। कई बार कौंसिल में मुद्दा उठा चुके : पार्षद सतनाम

वार्ड नंबर छह के पूर्व पार्षद सतनाम सिंह मठाड़ू कहते है कि कसूर नाले की सफाई के लिए कई बार नगर कौंसिल में मुद्दा उठा चुके है। परंतु कोई सुनवाई नहीं होती। किसान नेता जसपाल सिंह ढिल्लों, प्रगट सिंह जामाराय, मजदूर नेता बलदेव सिंह पंडोरी का कहना है कि जिले में आती विभिन्न ड्रेनों और नालों की प्रशासन द्वारा सफाई नहीं करवाई जा रही। ऊपर से बरसात का मौसम शुरू हो चुका है। उन्होंने कहा कि अगर संभावी बाढ़ की स्थिति का सामना करना पड़ा तो जानी और माली नुकसान झेलना पड़ सकता है।

दो सप्ताह में सभी ड्रेनों की होगी सफाई : डीसी

डीसी कुलवंत सिंह कहते है कि जिले में कुल नौ ड्रेन आती है। जिनकी लंबाई 90 किलोमीटर के करीब है। इन ड्रेनों की सफाई के लिए सरकार द्वारा 63 लाख की राशि मंजूर की जा चुकी है। उन्होंने कहा कि ड्रेनज विभाग के एक्सईएन महेश सिंह को बकायदा आदेश दिए गए है। दो सप्ताह के बीच सभी ड्रेनों की सफाई यकीनी तौर पर होगी।

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