जहरीली शराब मामले में चार तस्करों के खिलाफ चालान पेश

जहरीली शराब पीने से तीन लोगों की मौत और एक व्यक्ति की आंखों की रोशनी जाने के मामले में पुलिस ने चार लोगों के खिलाफ अदालत में चालान पेश कर दिया है।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 20 Nov 2020 08:23 PM (IST) Updated:Fri, 20 Nov 2020 08:23 PM (IST)
जहरीली शराब मामले में चार तस्करों के खिलाफ चालान पेश
जहरीली शराब मामले में चार तस्करों के खिलाफ चालान पेश

धर्मबीर सिंह मल्हार, तरनतारन

गांव रटौल में जहरीली शराब पीने से तीन लोगों की मौत और एक व्यक्ति की आंखों की रोशनी जाने के मामले में थाना सिटी पुलिस ने चार लोगों के खिलाफ अदालत में चालान पेश कर दिया है। इसमें पुलिस ने हत्या की धारा भी लगाई है। मामले में 27 नवंबर से अदालत में सुनवाई शुरू होगी।

थाना सिटी के अंतर्गत आते गांव रटौल में शराब तस्कर प्रकाश सिंह पाशा ने मटका लगाकर 16 जुलाई को शराब बेची थी। शराब जहरीली थी, जिसे पीने से रौनक सिंह, सुरजीत सिंह व जोगिंदर सिंह की मौत हो गई, जबकि पूर्व बीएसएफ कर्मी रविंदर सिंह बिट्टू की आंखों की रोशनी चली गई। 25 जुलाई को दैनिक जागरण ने यह मामला उठाया। इसके पश्चात पुलिस ने तस्कर पाशा के खिलाफ सिर्फ एक्साइज एक्ट में ही केस दर्ज किया। 31 जुलाई को जहरीली शराब पीने से जिले में सौ से अधिक लोगों की मौत होने पर पुलिस ने पाशा के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर लिया था। जांच के बाद पुलिस ने मामले में गुरजंट सिंह बंटी निवासी गांव चीतेकलां, गुरबख्श सिंह देसा व विक्रमजीत सिंह विक्की दोनों निवासी गांव भगतूपुरा को भी नामजद किया था। एसआइटी की जांच के बाद पुलिस ने चारों आरोपितों के खिलाफ धारा 302 (हत्या), 304 (गैर इरादतन हत्या), 328 (क्षति करना), 272 (मिलावटी वस्तु), 120बी (आपराधिक षड्यंत्र), 326 (गंभीर जख्मी करना), 201 (धोखाधड़ी) के तहत चीफ ज्यूडीशियल मजिस्ट्रेट (सीजेएम) राजेश आहलूवालिया की अदालत में बुधवार को चालान पेश कर दिया।

एसएसपी ध्रुमन एच निंबाले ने बताया कि जांच में सामने आया है कि कुख्यात तस्कर रछपाल सिंह शाली निवासी गांव ढोटियां से जहरीली शराब खरीदकर विक्रमजीत सिंह विक्की ने गांव रटौल के तस्कर प्रकाश सिंह पाशा को बेची थी। पुलिस ने अदालत में चालान पेश कर दिया है। अदालत में 27 नवंबर से सुनवाई शुरू होगी।

रटौल की घटना से नहीं लिया था पुलिस ने सबक

गांव रटौल में जहरीली शराब पीने से आंखों की रोशनी खो चुके पूर्व बीएसएफ कर्मी बिट्टू ने बताया कि घरेलू वजह से उसे नौकरी छोड़नी पड़ी थी। पाशा मटका लगाकर शराब बेचता था। इसे पीने से तीन लोगों की मौत हो गई थी। इस मामले को दैनिक जागरण ने उठाया था, लेकिन पुलिस ने तुरंत कोई कार्रवाई नहीं की। अगर पुलिस तुरंत अवैध शराब मामले में कार्रवाई करती तो फिर सौ से अधिक लोगों की जान नहीं जाती।

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