गेहूं की फसल के लिए ठंड व कोहरा वरदान
शुक्रवार की सुबह घनी धुंध में कोहरे की चादर से लिपटी सी निकली। शीतलहर का प्रकोप भी दिनभर जारी रहा। घनी धुंध व कड़ाके की ठंड जहां आमजन के लिए परेशानी का सबब बनी हुई है वहीं घना कोहरा व रात के समय गिरता तापमान गेहूं जौ व सरसों की फसलों के लिए वरदान साबित होने वाला है।
संवाद सहयोगी, संगरूर : शुक्रवार की सुबह घनी धुंध में कोहरे की चादर से लिपटी सी निकली। शीतलहर का प्रकोप भी दिनभर जारी रहा। घनी धुंध व कड़ाके की ठंड जहां आमजन के लिए परेशानी का सबब बनी हुई है, वहीं घना कोहरा व रात के समय गिरता तापमान गेहूं, जौ व सरसों की फसलों के लिए वरदान साबित होने वाला है। खेतीबाड़ी विशेषज्ञों के मुताबिक भी आलू की फसल व कुछ बेलदार सब्जियों को छोड़ सभी फसलों के लिए ठंड व कोहरा लाभप्रद ही साबित होगा। गेहूं की फसल पर कोहरे व ठंड का रत्ती भर भी नुकसान नहीं होने वाला है।
गेहूं की फसल को लगा रहे दूसरा पानी : किसान
मंगवाल के किसान गुरमेल सिंह राणा ने बताया कि कोहरा व ठंड फसलों के लिए लाभदायक है। उनके द्वारा फसलों की दो बार पानी लगाया जा चुका है। वह खेतों में दो बार यूरिया भी डाल चुके हैं। अच्छे मौसम के कारण इस बार गेहूं की फसल की अधिक झाड़ मिलने की पूरी उम्मीद है, क्योंकि इस मौसम के गेहूं का दाना अधिक विकसित होगा। टनल सिस्टम व मेड (बट्ट) के आसपास पानी लगाएं: खेतीबाड़ी अधिकारी
जिला मुख्य खेतीबाड़ी अधिकारी जसविदर पाल ग्रेवाल ने बताया कि ठंड व कोहरे से गेहूं, जौ, मसूर व सरसों आदि की फसलों के झाड़ में इजाफा होगा। आलू की फसल व बेल पर लगने वाली कुछ फसलों जैसे शिमला मिर्च, खीरा, पेठा की फसल को कोहरे व ठंड से नुकसान की संभावना होती है। इन फसलों को कोहरे व ठंड से बचाने हेतु टनल सिस्टम या फसलों के ईर्द गिर्द निकाली गई मेड (बट्ट) के पास पानी लगा दें, इससे कोहरे व ठंड का प्रभाव कम हो जाता है। सब्जी के काश्तकार किसान सब्जी की फसल को जरूरत पड़ने पर लगातार पानी लगाते रहें। इससे भी कोहरे व ठंड का असर काफी कम हो जाएगा।