चोरों, स्नैचरों व लुटेरों तक नहीं पहुंच पा रहे कानून के हाथ

जिले की पुलिस बड़े-बड़े गैंगस्टरों को पकड़ने में खुद को पूरी तरह से सक्षम होने का दावा कर चुकी है लेकिन चोरी व चैन स्नैचिग की घटनाओं की गुत्थी सुलझाने में असफल साबित हो रही है।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 18 Nov 2019 11:55 PM (IST) Updated:Tue, 19 Nov 2019 06:15 AM (IST)
चोरों, स्नैचरों व लुटेरों तक नहीं पहुंच पा रहे कानून के हाथ
चोरों, स्नैचरों व लुटेरों तक नहीं पहुंच पा रहे कानून के हाथ

अरूण कुमार पुरी, रूपनगर : लूट की घटनाओं की गुत्थी सुलझाने में पुलिस असफल साबित हो रही है। घटनाओं को अंजाम देने वाले बिना किसी डर के वारदात को अंजाम दे जाते हैं और पुलिस अंधेरे में तीर चलाती रहती है। चोरी, स्नैचिंग और लूट की वारदातों में सबसे ज्यादा वारदातें एटीएम लूटने की हुई हैं। सालभर में दस से ज्यादा एटीएम लुटने की कोशिश की गई। वहीं जिले के घरों व दुकानों में से चोर लाखों का सामान चुरा चुके हैं। साल भर में चोरी की दो दर्जन से अधिक वारदातें और एक दर्जन चेन स्नैचिग के मामले दर्ज हैं जिनके आरोपित पुलिस की पकड़ से दूर हैं। वहीं ऐसे कई मामले हैं जिनमें लुटेरों के चेहरे या पहचान तक सीसीटीवी या लोगों की जानकारी से पता चली है फिर भी आरोपित आजाद घूम रहे हैं। शराब ठेकों और पेट्रोल पंपों को भी लुटेरे सरेआम अपना निशाना बनाने से नहीं चूकते।

इन घटनाओं में पुलिस के साथ हाथ खाली

चार दिन पहले ही शहर में ज्वेलर की दुकान को निशाना बनाते हुए लाखों के सोने पर हाथ साफ कर दिया गया। नंगल की मेन मार्केट में भी चोरों ने नकदी व कपड़े चोरी कर लिए। जुलाई-अगस्त माह के दौरान लुटेरों ने रूपनगर के आसपास शराब के ठेकों को निशाना बनाया। लुटेरों ने शहर के एक बड़े व्यापारी की दुकान पर मध्य रात्रि के वक्त हाथ साफ कर दिया जिसमें लाखों का सामान ले उड़े जबकि लूटी गई दुकान थाना से मात्र 600 मीटर की दूरी पर है।

सबसे ज्यादा एटीएम पर बोला धावा

नंगल चौक में आइसीआइसीआइ बैंक के एटीएम को भी निशाना बनाया व कैश सहित पूरा एटीएम ही ले उड़े। इसके बाद लुटेरों ने आनंदपुर साहिब में खालसा कॉलेज के समक्ष वाले एटीएम पर धावा बोला, क्रेन से एटीएम उखाड़ने की कोशिश भी की लेकिन लोगों के जाग जाने के कारण उन्हें भागना पड़ा। पुलिस को लुटेरे तो नहीं मिले लेकिन जो क्रेन पुलिस को मिली वो भी बाद में चोरी की निकली। कुछ माह पहले एटीएम लुटेरों ने रूपनगर शहर अंदर अपनी उपस्थिति दर्ज करवाते हुए एक-दो नहीं बल्कि तीन एटीएम लूटने की कोशिश की जिसमें कामयाब तो नहीं हुए लेकिन हैरानी इस बात की है कि एक बैंक एटीएम का अलार्म बजने के बावजूद लुटेरे पकड़े नहीं जा सके। लुटेरों ने शहर के बैंक ऑफइंडिया में लूट की नीयत से धावा बोला, सेंध भी लगाई लेकिन अलार्म बोल जाने के कारण उन्हें भागना पड़ा जबकि उसके मात्र दो दिन बाद उसी बैंक में दोबारा लुटेरे घुसे, कैश तो मिला नहीं, सीसीटीवी कैमरे ही लेकर फरार हो गए। हालांकि इन दोनों घटनाओं में लुटेरे सीसीटीवी कैमरे में स्पष्ट दिखाई दे रहे थे जो आज लेकिन पुलिस उन तक पहुंच नहीं पाई। जल्द आरोपितों को पकड़े पुलिस

अपराधियों के मामले में जिला पुलिस प्रमुख की रणनीति तो सराहनीय है लेकिन चोरों सहित चैन स्नेचरों व एटीएम लुटेरों का न पकड़ा जाना बड़ी चिता का विषय है। लोगों का विश्वास जीतने के लिए पुलिस को ऐसे तत्वों को जल्द काबू करना होगा।

जगदीश काजला, मेंबर, शिकायत निवारण कमेटी पुलिस की जबावदेही तय की जाए

जिले अंदर जगह जगह पुलिस की नाकाबंदी व गश्त के बावजूद अगर अपराधी सक्रिय हैं व अपने काम को अंजाम दे रहे हैं तो यह बड़ा गंभीर मुद्दा है जिसके लिए उन पुलिस पार्टियों की जवाबदेही तह होनी चाहिए जो रात की ड्यूटी करते हैं।

प्रेम कुमार शर्मा, इंजीनियर

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ज्यादातर मामलों में लोगों से नहीं मिल पाती जानकारी व सहयोग

जिला पुलिस प्रमुख स्वप्न शर्मा (आइपीएस) ने कहा कि पुलिस हर अपराध को गंभीरता से लेते हुए उसे हल करने की भी जी जान से कोशिश करती है लेकिन ज्यादातर मामलों में पुलिस को पीड़ित लोगों का सहयोग या उनसे पूरी एवं सही जानकारी नहीं मिल पाती जिससे अपराधी तक पहुंचने में समय लग जाता है। उन्होंने दावा किया कि उनके कार्यकाल में हुए ज्यादातर अपराधिक घटनाओं को सुलझाया जा चुका है जबकि शेष घटनाओं को भी जल्द सुलझा लिया जाएगा।

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