नशा छुड़ाओ केंद्र पर छापामारी, 200 लोगों को रखा था बंधक बनाकर

रूपनगर/चमकौर साहिब मंगलवार को गुरुद्वारा जंड साहिब के साथ बनी एक इमारत में जंड साहिब सिख अकादमी की आड़ में चलाए जा रहे नशा छुड़ाऊ केंद्र पर प्रशासन, पुलिस तथा स्वास्थ्य विभाग की संयुक्त टीम ने छापामारी की।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 16 Oct 2018 09:45 PM (IST) Updated:Tue, 16 Oct 2018 09:45 PM (IST)
नशा छुड़ाओ केंद्र पर छापामारी, 200 लोगों को रखा था बंधक बनाकर
नशा छुड़ाओ केंद्र पर छापामारी, 200 लोगों को रखा था बंधक बनाकर

जागरण टीम, रूपनगर/चमकौर साहिब

मंगलवार को गुरुद्वारा जंड साहिब के साथ बनी एक इमारत में जंड साहिब सिख अकादमी की आड़ में चलाए जा रहे नशा छुड़ाऊ केंद्र पर प्रशासन, पुलिस तथा स्वास्थ्य विभाग की संयुक्त टीम ने छापामारी की। प्रशासन ने पाया कि ये केंद्र अनाधिकृत तौर पर चलाया जा रहा था, जिसकी स्वास्थ्य विभाग से कोई अनुमति नहीं ली गई थी। इस केंद्र को धार्मिक माहौल देकर इसलिए रखा गया था, पहली नजर में कोई भी ये नहीं समझ पाए कि ये नशा छुड़ाऊ केंद्र है और इसमें इतनी तादाद में युवाओं को रखा गया है। इमारत की पहली मंजिल पर सांचों में श्री गुरुग्रंथ साहिब के पावन स्वरूपों की पोथी साहिब विराजमान की हुई हैं। जैसे ही प्रशासन की टीम ने मौके पर छापामारी की तो युवाओं ने अपने दुख बयां करने आरंभ कर दिए कि उनसे यहां अमानवीय व्यवहार किया जा रहा है। उनसे पशुओं के बाड़े में काम करवाया जा रहा है। उनसे मारपीट भी की जाती है। उन्होंने कभी बाहर खुली हवा में सांस नहीं ली । 200 के आसपास लोग इस केंद्र में रखे गए थे। जिनमें 13 साल के बच्चे से लेकर 60 साल तक के बुजुर्ग भी शामिल हैं। खास बात ये है कि केंद्र में रखे गए नशे के आदी अधिकतर लोग पगड़ी धारी हैं। जिला प्रशासन द्वारा प्रशासन, पुलिस तथा स्वास्थ्य विभाग की संयुक्त टीम ने मंगलवार दोपहर बाद केंद्र में अकस्मात छापामारी की। ये छापामारी के दौरान पाया कि एक ही हाल कमरे में युवाओं को भरा हुआ है। युवाओं को ताले में नजरबंद किया हुआ। मौके पर नशा छुड़ाऊ केंद्र के संचालक खुश¨वदर ¨सह द्वारा जिसे एमबीबीएस डॉक्टर बताकर पेश किया गया, वो भी केंद्र में दाखिल मरीज ही निकला। जब प्रशासन की टीम ने थोड़ी सख्ती से उससे पूछताछ की कि तो उसने बताया कि वो एमबीबीएस डॉक्टर है लेकिन यहां नशे का आदी होने के कारण दाखिल हुआ है। वो शहीद भगत ¨सह नगर का रहने वाला है। शहीद भगत ¨सह नगर की महिला जस¨वदर कौर की शिकायत के बाद प्रशासन को सिख अकादमी की आड़ में चल रही नशा छड़ाऊ केंद्र का पता चला तथा प्रशासन ने तुरंत एक्शन लेते हुए छापामारी की। जस¨वदर कौर ने बताया कि उनका बेटा नशे करता था तथा उनसे मारपीट करता था। वो अपने पति तथा भाई को लेकर जंड साहिब में आए थे तथा आकर बेटे को यहां रखने की अपील की थी। जब उन्होंने फीस की बात कही तो उन्हें प्रबंधकों द्वारा कहा गया कि अभी पैसे की जरूरत नहीं है। धीरे धीरे आपसे फीस ले ली जाएगी। लेकिन बाद में उसने 18 हजार रुपए मासिक की मांग की गई। बाद में जब उन्होंने आर्थिक हालत खस्ता होने की बात कही तो नौ हजार रुपए प्रतिमाह की मांग की गई। उन्हें कहा गया कि जब वो बनती फीस देंगे तभी लड़का उन्हें वापस सौंपा जाएगा। इसके बाद उन्होंने डीसी रूपनगर को इसकी शिकायत की। युवा बोले, अमानवीय यातनाएं दी जा रही थीं हमें गुरुद्वारा जंड साहिब के निकट एक इमारत में जंड साहिब सिख अकादमी की आड़ में जो नशा छुड़ाऊ केंद्र चलाया जा रहा है, उसका संचालक खुश¨वदर ¨सह है। केंद्र में बंद रखे गए युवाओं ने आरोप लगाए कि उनके साथ अमानवीय व्यवहार किया जाता रहा है। केंद्र में 13 साल से लेकर 60 साल तक के बुजुर्ग भी भर्ती हैं। केंद्र में भर्ती युवाओं का कहना है कि उनके साथ अमानवीय व्यवहार किया जाता है। उनसे केंद्र के पिछवाड़े रखे गए पशुओं के बाड़े में काम भी करवाया जाता है। 13 साल के युवक ने उससे केंद्र में जबरदस्ती पोछे लगवाने के आरोप लगाए। जो काम नहीं करता था, उससे मारपीट की जाती। एक युवक ने तो उसके गुप्तांग में डंडा घुसेड़ देने का आरोप भी लगाया। जबकि केंद्र चलाने वाले खुश¨वदर ¨सह ने आरोपों को नकारा है तथा कहा कि वो तो युवाओं को धर्म से साथ जुड़ने की प्रेरणा देता है। किसी से अमानवीय व्यवहार नहीं किया जाता। पशुओं के साथ खरगोश, बतखें व बंदर भी रखे हैं बाड़े में सायं जब डीसी डॉ.सुमीत जारंगल तथा एसएसपी स्वपन शर्मा ने नशा छुड़ाऊ केंद्र में दौरा किया। उन्होंने केंद्र में दाखिल लोगों से बातचीत की। बाद में डीसी तथा एसएसपी ने इमारत की पिछली तरफ चलाए जा रहे पशु बाड़े में दौरा किया। वहां पर पांच दर्जन से ज्यादा पशु रखे गए हैं। इसके अलावा बंदर, बतखें तथा खरगोश रखे हुए थे। डीसी ने कहा कि वाइल्ड लाइफ विभाग की टीम को भी मौके पर भेजा जाएगा कि क्या जंगली जानवरों को इस तरह बाड़े में रखा जाना जायज है या नहीं। खुश¨वदर की है आपराधिक बैकग्राउंड मौके से ये पता चला है कि जो खुश¨वदर ¨सह हैं, उसके खिलाफ हत्या समेत आधा दर्जन आपराधिक मामले दर्ज हैं। लेकिन जब एसएसपी स्वपन शर्मा और डीसी डॉ.सुमीत जारंगल ने मौके का दौरा किया तो खुश¨वदर ¨सह ने कहा कि वो दो बार जेल में रह चुका है लेकिन अब वो सभी मामलों में बरी हो चुका है। एसएसपी स्वपन शर्मा ने पुलिस अफसरों को खुश¨वदर सिहं पर दर्ज मामलों का स्टेटस पता करने की हिदायत दी। संचालक खुश¨वदर ¨सह के खिलाफ केस दर्ज: एसएसपी स्वपन रूपनगर के एसएसपी स्वपन शर्मा ने कहा कि अनाधिकृत तौर पर चलाए जा रहे नशा छुड़ाऊ केंद्र के मामले में संचालक खुश¨वदर ¨सह के खिलाफ आईपीसी की धारा 25ए, 384, 342 के तहत एफआइआर दर्ज की गई है। उसकी गिरफ्तारी कर ली गई है। प्रशासन ने अपनी कस्टडी में लिया केंद्र: रूपनगर के डीसी डॉ.सुमीत जारंगल ने कहा कि अनाधिकृत तौर पर ये नशा छुड़ाऊ केंद्र चलाया जा रहा था। प्रशासन ने अब केंद्र को अपनी कस्टडी में ले लिया है तथा स्वास्थ्य विभाग की टीम को यहां तैनात कर दिया गया है। स्वास्थ्य विभाग इन युवाओं का स्वास्थ्य जांच करेगा तथा युवाओं को परिवारों को सूचित किया जा रहा है। जिन लोगों को नशा छुड़ाऊ केंद्र की जरूरत होगी उन्हें निकटवर्ती सरकारी नशा छुड़ाऊ केंद्रों में भेजा जाएगा।

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