नंगल में बेसहारा जानवरों की भरमार, प्रशासन भी बना लाचार

प्राकृतिक खूबसूरती से लैस नंगल शहर में लोग दशकों से बेसहारा जानवरों को परेशानी झेल रहे हैं। विभिन्न सरकारी संस्थानों की ओर से शहर की बेहतरी के लिए अब तक खर्ची जा चुकी अरबों की धनराशि के बावजूद जानवरों की परेशानी से शहरवासियों को निजात नहीं मिल पाई है। घरों में पाले जा रहे पालतू जानवर विशेषकर बीबीएमबी के अधीन आते इलाके में सूअर व डेयरी जैसे धंधों के विरुद्ध भी अब तक की गई कार्रवाई मकसद पूरा नहीं कर सकी है

By JagranEdited By: Publish:Wed, 08 Jul 2020 11:12 PM (IST) Updated:Thu, 09 Jul 2020 06:11 AM (IST)
नंगल में बेसहारा जानवरों की भरमार, प्रशासन भी बना लाचार
नंगल में बेसहारा जानवरों की भरमार, प्रशासन भी बना लाचार

सुभाष शर्मा, नंगल : प्राकृतिक खूबसूरती से लैस नंगल शहर में लोग दशकों से बेसहारा जानवरों को परेशानी झेल रहे हैं। विभिन्न सरकारी संस्थानों की ओर से शहर की बेहतरी के लिए अब तक खर्ची जा चुकी अरबों की धनराशि के बावजूद जानवरों की परेशानी से शहरवासियों को निजात नहीं मिल पाई है। घरों में पाले जा रहे पालतू जानवर विशेषकर बीबीएमबी के अधीन आते इलाके में सूअर व डेयरी जैसे धंधों के विरुद्ध भी अब तक की गई कार्रवाई मकसद पूरा नहीं कर सकी है। ऐसे में जहा शहर में जगह-जगह जानवरों की वजह से गंदगी बरकरार है, वहीं यह जानवर सड़कों पर आकर भी हादसों को न्योता दे रहे हैं। एक नहीं कई लोग ऐसे जानवरों की वजह से दम तोड़ चुके हैं। बकरियों के झुंड लगाए गए पौधों को नुकसान पहुंचा रहे हैं, वहीं सूअर भी रिहायशी इलाके में लोगों के लिए सिरदर्द बने हुए हैं।

बेसहारा पशुओं के कारण फैल रही गंदगी के कारण किसी भी समय बीबीएमबी के रिहायशी इलाकों एचएच ब्लाक, एचएचईबी, पहाड़ी मार्केट, ईबी ब्लाक, डीएसईई तथा राज नगर आदि में बीमारी फैल सकती है। योगाचार्य प्रेम प्रकाश शर्मा किलन एरिया में एक साल पहले आवारा सांड के आक्रोश का शिकार होकर इस दुनिया से अलविदा कह चुके हैं। बे मौत मरने वाले अन्य लोगों की संख्या भी काफी अधिक है।

इस बारे जब एसडीएम एवं नगर कौंसिल की प्रशासिका कन्नू गर्ग से बात करने का प्रयास किया तो उन्होंने फोन नंबर 98787-20238 नहीं उठाया। युद्ध स्तर पर जल्द शुरू हो रही है कार्रवाई : खुशविंदर सिंह

फोटो 8 एनजीएल 07 में है।

नगर कौंसिल के चीफ सेनेटरी इंस्पेक्टर खुशविंदर सिंह ने कहा है कि जल्द बेसहारा जानवरों को पकड़ने के लिए नगर कौंसिल का वाहन आ रहा है। प्रभावी ढंग व युद्ध स्तर से रोज चलने वाला अभियान मात्र 15 दिन में शुरू कर दिया जाएगा। इसके अलावा घरों में पाले जा रहे कुत्तों व अन्य प्रकार के पालतू जानवरों के विरुद्ध भी कार्रवाई शुरू की जा रही है। घरों में पाले जा रहे जो जानवर नगर कौंसिल के पास पंजीकृत नहीं होंगे तो कार्रवाई होगी, वहीं दुधारू तथा अन्य प्रकार के जानवरों को रिहायशी इलाके में रखने वाले लोगों के विरुद्ध भी कार्रवाई शुरू करने की दिशा में तैयारी पूरी हो चुकी है।

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