कूड़े का डंप बना नंगल भाखड़ा रेल मार्ग

प्राकृतिक खूबसूरती से परिपूर्ण शहर में भाखड़ा बाध को जाता रेल मार्ग एक बार फिर कचरे का डंप बन गया है। यहा एक बार नहीं कई बार जागरूकता अभियान चलाकर लोगों को समझाया गया है कि रेलवे मार्ग पर गंदगी न फेंकी जाए, लेकिन जागरूकता के अभाव में लोगों की ओर से गंदगी फैलाने का क्रम लगातार बरकरार है।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 31 Dec 2018 03:38 PM (IST) Updated:Mon, 31 Dec 2018 03:38 PM (IST)
कूड़े का डंप बना नंगल भाखड़ा रेल मार्ग
कूड़े का डंप बना नंगल भाखड़ा रेल मार्ग

सुभाष शर्मा, नंगल

प्राकृतिक खूबसूरती से परिपूर्ण शहर में भाखड़ा बाध को जाता रेल मार्ग एक बार फिर कचरे का डंप बन गया है। यहा एक बार नहीं कई बार जागरूकता अभियान चलाकर लोगों को समझाया गया है कि रेलवे मार्ग पर गंदगी न फेंकी जाए, लेकिन जागरूकता के अभाव में लोगों की ओर से गंदगी फैलाने का क्रम लगातार बरकरार है। विश्व भर में फ्री चलने वाली भाखड़ा ट्रेन के आकर्षण को बढ़ाने तथा ट्रेन को सुविधाजनक बनाने की दिशा में भरसक प्रयास जारी हैं। इस प्रयास के तहत ही यहा रेल मार्ग पर पहुंचकर भाखड़ा बाध के वरिष्ठ अधिकारियों तथा नंगल यात्रिक परिमंडल के अधीक्षण अभियंता इंजीनियर केके सूद सहित अन्य अधिकारियों तथा कर्मचारियों ने खुद झाड़ू लगाकर सफाई अभियान चलाया था, लेकिन यहा दोबारा फिर रेल मार्ग ऐसा बन चुका है जो शहर की सुंदरता पर धब्बा साबित हो रहा है। लोग बाज नहीं आ रहे हैं, वहीं प्रशासन की उदासीनता भी कहीं न कहीं नजर आ रही है। क्योंकि यहा रेल मार्ग के अंदर सफाई करने के लिए पक्के तौर पर कर्मचारी नियुक्त नहीं किए गए हैं। कर्मचारी रेल मार्ग के आस-पास तो सफाई करते हैं, लेकिन रेल मार्ग के बीच सफाई अभियान चलाने के दौरान ही कचरे को साफ किया जाता है। ऐसे में यदि सफाई अभियान न चले तो तब तक रेलवे मार्ग कचरे से भरता ही जाता है। दो माह पहले जहा सफाई अभियान चलाया था। उसके बाद से यहा सफाई करना जरूरी नहीं समझा गया है।

शहर के लोगों ने माग उठाई है कि रेलवे ट्रैक पर भी सफाई लगातार होनी चाहिए। इस कार्य के लिए वाकायदा सफाई कर्मचारियों की नियुक्ति की जानी चाहिए, ताकि इस मार्ग को सुंदर बनाया जा सके।

गौरतलब है कि शहर की तत्कालीन एसडीएम सुरभी मलिक ने खुद यहा महावीर मार्केट में पहुंचकर लोगों से आग्रह किया था कि वह रेलवे ट्रैक पर गंदगी ना फेंके। करीब 3 साल पहले सुरभी मलिक ने दुकानदारों को बुलाकर सहयोग की अपील की थी, फिर भी यहा गंदगी फैलाने वालों के हौसले बुलंद हैं। ऐसे में यहां मिशन स्वच्छ भारत दम तोड़ता नजर आ रहा है।

चार बार चलाए गए हैं सफाई अभियान

नंगल यात्रिक परिमंडल के अधीक्षण अभियंता इंजीनियर केके सूद ने कहा है कि बीबीएमबी लगातार लोगों को समझा रहा है कि शहर को सुंदर बनाया जाए। इस प्रयास में नंगल-भाखड़ा रेलमार्ग पर अधिकारियों ने खुद कर्मचारियों के साथ मिलकर इस साल चार बार सफाई अभियान चलाए हैं, लेकिन लोग यहा सहयोग नहीं दे रहे हैं। यही वजह है कि रेल मार्ग कचरे का डंप बनता दिख रहा है। उन्होंने लोगों से अपील की है कि रेलवे ट्रैक पर कूड़ा कचरा न फेंकें।

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