आईआईटी ने एआइसीटीई से किया समझौता

रूपनगर के भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आइआइटी) ने अपने परिसर में पढ़ते युवा छात्रों व अन्य युवाओं को सशक्त बनाने की दिशा में एक सराहनीय कदम बढ़ाया है।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 24 Feb 2020 10:54 PM (IST) Updated:Tue, 25 Feb 2020 06:15 AM (IST)
आईआईटी ने एआइसीटीई से किया समझौता
आईआईटी ने एआइसीटीई से किया समझौता

संवाद सहयोगी, रूपनगर : रूपनगर के भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आइआइटी) ने अपने परिसर में पढ़ते युवा छात्रों व अन्य युवाओं को सशक्त बनाने की दिशा में एक सराहनीय कदम बढ़ाया है। इसके तहत केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल 'निशंक' की हाजरी में प्रधानमंत्री विशेष छात्रवृत्ति योजना के तहत अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (एआइसीटीइ) के साथ समझौता किया है। इस समझौते के तहत देश भर के एआइसीटीइ से प्रमाणित संस्थानों में पढ़ने वाले जम्मू-कश्मीर के 100 मेधावी छात्रों को इंटर्नशिप मिल सकेगा।

आइआइटी के निदेशक प्रोफेसर सरित कुमार दास ने बताया कि इस एमओयू के अंतर्गत संस्थान द्वारा जम्मू-कश्मीर के 100 मेधावी छात्रों को अपने ही कैंपस में इंटर्नशिप के लिए दाखिला दिया जाएगा। यह भी बताया कि इस एमओयू का उद्देश्य जम्मू-कश्मीर के युवाओं को राष्ट्रीय महत्व रखने वाले संस्थान में अकादमिक संस्कृति के लिए एक्सपोजर प्रदान करना है। उन्होंने कहा कि आइआइटी रूपनगर में हम अपने स्नातकों की रोजगार क्षमता में सुधार करने के लिए दृढ़ता से प्राथमिकता देते हैं व एक सार्थक इंटर्नशिप छात्र के सपनों की नौकरी के लिए मूल आधार के रूप में कार्य करता है जहां उनको न केवल व्यावहारिक रूप से उन सिद्धांतों, जो उन्होंने अपनी कक्षाओं में सीखे हैं, को लागू करने के लिए अवसर प्राप्त होता हैं। इसके अलावा उन्हें आगामी करियर विकल्प के बारे में भी जानकारी प्राप्त होती है। प्रो. दास ने कहा कि छात्रों को वैकल्पिक करियर विकल्प प्रदान करना हमारी सामाजिक जिम्मेदारी और चिता है। उन्होंने कहा कि इन छात्रों को रोजगार योग्य तैयार करने के साथ-साथ उनको रोजगार तलाशने वालों की तुलना में रोजगार प्रदाता के रूप में विकसित करना भी अति महत्वपूर्ण है। इससे हमारे संस्थान में उपलब्ध विश्व स्तरीय अनुसंधान बुनियादी ढांचे का जम्मू-कश्मीर के युवाओं को एक्सपोजर प्रदान करने की क्षमताओं का निर्माण करने में मदद मिलेगी। उन्होंने यह भी कहा कि यह सहयोग हमारे देश के विकास खास कर आर्थिक विकास की प्रक्रिया को तेज करके मानव संसाधन विकसित करने में लाभदायक साबित होगा। उनके अनुसार हाल ही में पीएचडी प्रोग्राम में प्रवेश के लिए जम्मू और कशमीर के छात्रों के लिए विशेष अभियान में आइआइटी ने वॉक-इन-इंटरव्यू आयोजित किया। कुल 223 छात्र इंटरव्यू के लिए उपस्थित हुए और विभिन्न विभागों में 13 छात्रों का चयन किया गया।

जम्मू-कश्मीर के छात्रों के लिए प्रधानमंत्री विशेष योजना हाल ही में घाटी के छात्रों के लिए उच्च शिक्षा सुविधा प्रदान करने के लिए शुरू की गई थी। इस योजना के अंतर्गत एआईसीटीई पोर्टल में दी गई कॉलेजों की निर्धारित सूची में नियमित सामान्य/ प्रोफेशनल/ मेडिकल डिग्री पाठ्यक्रमों में छात्रों को छात्रवृत्ति दी जाती है। एआईसीटीई द्वारा आयोजित केंद्रीकृत काउंसलिग के माध्यम से छात्रों की योग्यता के आधार पर दाखिला प्रदान किया जाता है।

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