सड़कों पर हादसों का सबब बन रहे बेसहारा पशु

हरे भरे सुंदर शहर नंगल में बेसहारा जानवरों के कारण लोगों में दहशत है। सड़कों पर घूम रहे बेसहारा जानवर जहां खुद जख्मी हो रहे हैं वहीं शहर के कई लोगों को भी घायल कर चुके हैं।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 23 Aug 2020 04:50 PM (IST) Updated:Sun, 23 Aug 2020 04:50 PM (IST)
सड़कों पर हादसों का सबब बन रहे बेसहारा पशु
सड़कों पर हादसों का सबब बन रहे बेसहारा पशु

सुभाष शर्मा, नंगल : हरे भरे सुंदर शहर नंगल में बेसहारा जानवरों के कारण लोगों में दहशत है। सड़कों पर घूम रहे बेसहारा जानवर जहां खुद जख्मी हो रहे हैं वहीं शहर के कई लोगों को भी घायल कर चुके हैं। शहर की अड्डा मार्केट, मेन मार्केट, स्लम एरिया मोहल्ला राज नगर, इंदिरा नगर, पहाड़ी मार्केट, नंगल-भाखड़ा मुख्य मार्ग पर तो जानवरों की दहशत चरम सीमा पर है। गाय, बैल, कुत्ते, सूअर, बकरियां आदि से परेशान लोग जिला प्रशासन से कई बार गुहार लगा चुके हैं।

जगह-जगह ये जानवर गोबर व मलमूत्र करके शहर की सुंदरता को प्रभावित कर रहे हैं। दूसरी तरफ बीबीएमबी के रिहायशी इलाके में भी प्रभावशाली लोग सूअर तथा बकरियों जैसे जानवर घरों में पाल कर मोटी कमाई कर रहे हैं। कई लोग गंवा चुके जान, कई हुए घायल

आवारा सांडों की वजह से अब तक कई लोग जख्मी हो चुके हैं। बीएसएनएल के एसडीओ विकास सहगल, बीबीएमबी के फोरमैन राजेंद्र कुमार, गोल मार्केट के संजय बजाज, राज नगर की महिला प्रेमा देवी कनोजिया, बतन सिंह राणा, हरी चंद तथा न्यू प्रीत नगर में भी कई लोग आवारा जानवरों की वजह से घायल हुए हैं। शहर के एन ब्लॉक में रहने वाले बीबीएमबी कर्मचारी का बेटा गौरव शर्मा भी अचानक स्कूटर के आगे कुत्ते के आ जाने से जख्मी होकर पीजीआइ पहुंच कर दम तोड़ गया था। पिछले साल ही पतंजलि योग समिति के योगाचार्य प्रेम प्रकाश शर्मा अपने घर के आगे ही सांड का शिकार होकर इस दुनिया को अलविदा कह चुके हैं। कई बार दिए ज्ञापन, हुए प्रदर्शन, नहीं हुआ समाधान

आदि धर्म समाज के लोगों ने तो तीन साल पहले भाखड़ा बांध के चीफ इंजीनियर कार्यालय के बाहर प्रदर्शन भी किया था। इनके अलावा शिवालिक एवेन्यू में बेशुमार कुत्तों से परेशान रिटायर अध्यापिका चित्रा शर्मा सहित अन्य लोगों डीके बठला, पूजा, कुसुम, नवीन, पंकज आदि सहित 103 नागरिकों ने नगर कौंसिल नंगल को गत 10 मई 2017 को लिखित रूप से अवगत कराया था। अभी तक इस दिशा में प्रभावी कार्रवाई नजर नहीं आ रही है। नगर कौंसिल की कार्य प्रणाली संतोषजनक नहीं---

फोटो 23 एनजीएल 03 में है।

नगर कौंसिल के पूर्व चेयरमैन राजेश चौधरी ने कहा है कि 120 करोड़ का भरकम बजट होने के बावजूद नगर कौंसिल शहर को स्वच्छ, सुंदर व समस्या मुक्त बनाने में असफल साबित हो रही है। आवारा जानवरों के विरुद्ध जरूरी कार्रवाई अमल में ना लाए जाने के कारण शहर में हादसे हो सकते हैं। पहले भी एक नहीं कई लोग हादसों का शिकार होकर जख्मी व मौत के मुंह में जा चुके हैं। कौंसिल की कार्य प्रणाली संतोषजनक नहीं है। जनहित के लिए अन्य सुविधाओं के प्रति भी घोर अनदेखी बरकरार है।

----आवारा जानवरों की समस्या के लिए कार्य जारी---

फोटो 23 एनजीएल 02 में है।

नगर कौंसिल के सेनेटरी इंस्पेक्टर मुकेश शर्मा ने कहा है कि लगातार प्रयास जारी हैं। अब तक 700 के करीब गाय बैलों को पकड़ कर अलग-अलग गोशालाओं तक पहुंचाया गया है। हमारा शहर हिमाचल बार्डर पर होने के कारण लोग बाहर से आकर गाय बैलों को छोड़कर जा रहे हैं। एक सप्ताह पहले ही एमपी कोठी के पास एक ट्रक में भरे गाय बैलों को कोई शहर में छोड़ गया है। कौंसिल ने नया वाहन खरीदा है। लुधियाना से एक सप्ताह में ही जानवर पकड़ने वाला विशेष वाहन नंगल आ रहा है जिसके बाद लावारिस जानवरों को पकड़ने का काम और तेज कर दिया जाएगा।

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