सुबह पांच से रात 10 बजे तक खुलेगा मंदिर, हवन और पूजन पर प्रतिबंध

शक्तिपीठ मां चिंतपूर्णी में 13 अप्रैल से शुरू होने जा रहे नवरात्र के दौरान मंदिर तड़के पांच बजे से रात्रि 10 बजे तक खुला रहेगा।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 08 Apr 2021 04:03 PM (IST) Updated:Thu, 08 Apr 2021 10:51 PM (IST)
सुबह पांच से रात 10 बजे तक खुलेगा मंदिर, हवन और पूजन पर प्रतिबंध
सुबह पांच से रात 10 बजे तक खुलेगा मंदिर, हवन और पूजन पर प्रतिबंध

जागरण संवाददाता, नंगल: शक्तिपीठ मां चिंतपूर्णी में 13 अप्रैल से शुरू होने जा रहे नवरात्र के दौरान मंदिर तड़के पांच बजे से रात्रि 10 बजे तक खुला रहेगा। इस दौरान श्रद्धालुओं को केवल दर्शनों की अनुमति ही रहेगी। दर्शन पर्ची अनिवार्य है। चैत्र नवरात्र के दौरान कोविड संक्रमण की रोकथाम के मद्देनजर जारी एसओपी में उपायुक्त राघव शर्मा ने बताया कि मंदिर क्षेत्र में चिन्हित स्थानों पर श्रद्धालुओं की कोविड 19 लक्षणों के लिए स्क्त्रीनिंग की जाएगी। सड़कों के किनारे तथा धर्मशालाओं के अंदर व बाहर किसी भी प्रकार के सामुदायिक रसोई या लंगर की अनुमति नहीं होगी। मंदिर क्षेत्र में अस्थायी दुकानों व पार्किंग भी प्रतिबंधित रहेगी, ताकि श्रद्धालुओं की भीड़ जमा ना हो। हवन, यज्ञ, कन्या पूजन, कीर्तन, सत्संग, भागवत, मुंडन संस्कार सहित ढोल-नगाड़ों के प्रयोग और भीड़ के एकत्रित होने पर प्रतिबंध रहेगा। मंदिर में मेडिकल स्क्रीनिंग के बाद बिना लक्षणों वाले श्रद्धालुओं को ही दर्शनों के लिए जाने दिया जाएगा। बुखार, खासी अथवा जुखाम जैसे लक्षणों वाले श्रद्धालुओं को आइसोलेट करके अस्पताल भेजा जाएगा तथा उन्हें कोविड 19 की नेगेटिव रिपोर्ट आने के पश्चात छुट्टी दी जाएगी। दर्शनों के लिए आने वाले श्रद्धालुओं को पंजीकरण व मेडिकल स्क्रीनिंग के लिए चिंतपूर्णी सदन, नए बस अड्डा के समीप एडीबी भवन अथवा अन्य चिन्हित स्थल पर संपर्क करना होगा।

उन्होंने श्रद्धालुओं से आहवान किया कि कोविड 19 सुरक्षा नियमों जैसे मास्क पहनना, निर्धारित सामाजिक दूरी, हाथों को धोना सहित अन्य सुरक्षा उपायों की सख्ती से अनुपालना सुनिश्चित करें और दर्शनों के लिए जाते वक्त पंक्ति में हर समय दो गज की दूरी बनाए रखें। मंदिर परिसर में प्रवेश से पूर्व हाथों व पैरों को साबुन व पानी से अवश्य धोएं। इसके लिए जगदंबा ढाबा, मंगत राम की दुकान तथा पुराना बस अड्डा पर व्यवस्था होगी। मंदिर में मूर्तियों, प्रतिमाओं व पवित्र पुस्तकों को छूने की मनाही होगी तथा नारियल का प्रसाद चढ़ाने पर भी प्रतिबंध रहेगा। चुनरी व झडे केवल चिन्हित स्थलों पर चढ़ाए जा सकते हैं। उन्होंने 10 वर्ष से कम उम्र के बच्चों, 60 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों सहित गंभीर बीमारियों से पीड़ित व गर्भवती महिलाओं को मंदिर में न आने की सलाह दी है। पुजारियों के लिए यह होगी एसओपी

जिला प्रशासन ऊना के अनुसार पुजारी श्रद्धालुओं को न तो प्रसाद वितरित करेंगे और न ही मौली बाधेंगे। पुजारियों को भी कोरोना संक्रमण रोकथाम के लिए निर्धारित हिदायतों की अनुपालना सुनिश्चित करनी होगी। गर्भगृह में एक समय पर केवल दो बारीदारों को ही बैठने की अनुमति रहेगी। पंजीकरण के लिए चिंतपूर्णी सदन में करें संपर्क चिंतपूर्णी सदन में श्रद्धालु पंजीकरण के लिए संपर्क करेंगे। इसके लिए पंजीकरण और चिकित्सीय परीक्षण हेतु समुचित काउंटरों की व्यवस्था होगी। वहा ड्यूटी पर तैनात स्टाफ हेतु उचित मात्रा में सुरक्षा सामग्री की व्यवस्था रहेगी, साथ ही निर्धारित मापदंडों की अनुपालना भी सुनिश्चित करनी होगी। बीएमओ के साथ परामर्श करे आइसोलेशन कक्ष बनाया जाएगा। निर्धारित सामाजिक दूरी बनाए रखने के लिए फर्श पर निशान बनाए जाएंगे। डीसी ने कहा कि होटल संचालकों को भी सरकार द्वारा जारी दिशा-निर्देशों की अनुपालना सुनिश्चित करनी होगी। होटल के प्रवेश द्वार पर हाथों को सैनिटाइज करने की व्यवस्था करनी होगी। सफाई व्यवस्था में कोताही न बरते स्टाफ डीसी ने कहा कि सफाई कर्मचारी निर्धारित वर्दी पहनेंगे। सेवा प्रदाता समय-समय पर स्वच्छता सुनिश्चित करेगा और दिन में तीन बार क्षेत्र की सफाई करवाएगा। एकत्र किए गए कचरे का शीघ्र निपटारा करना होगा। कर्मचारी व्यक्तिगत स्वच्छता और सुरक्षा का ध्यान रखेंगे। श्रद्धालु शभू बैरियर की ओर से गेट नंबर एक व दो और मुख्य बाजार से आते हुए चिंतपूर्णी सदन से प्रवेश करेंगे। तीर्थयात्री नए बस स्टैंड और चिंतपूर्णी सदन के समीप पार्किंग स्थानों का उपयोग कर सकते हैं। ऐसे होगा लिफ्ट का प्रयोग

मेले के दौरान लिफ्ट का प्रयोग वर्जित रहेगा, क्योंकि इससे निर्धारित शारीरिक दूरी बनाए रखना मुश्किल है। दिव्यागों के लिए लिफ्ट का परिचालन किया जा सकता है, किंतु प्रयोग के समय केवल एक व्यक्ति को ही अनुमति दी जाएगी। लिफ्ट के अंदर किसी भी कर्मचारी को बैठने की अनुमति नहीं दी जाएगी और लिफ्ट को प्रत्येक प्रयोग के बाद सैनिटाइज किया जाएगा।

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