सात घंटे अंधेरे में डूबे रहे 138 गांव

नूरपुरबेदी सोमवार सुबह अचानक बिजली सप्लाई ठप हो जाने के कारण नूरपुरबेदी क्षेत्र में पड़ते 138 गांव अंधेरे मे डूब गए।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 17 Dec 2018 09:57 PM (IST) Updated:Mon, 17 Dec 2018 09:57 PM (IST)
सात घंटे अंधेरे में डूबे रहे 138 गांव
सात घंटे अंधेरे में डूबे रहे 138 गांव

संवाद सहयोगी, नूरपुरबेदी

सोमवार सुबह अचानक बिजली सप्लाई ठप हो जाने के कारण नूरपुरबेदी क्षेत्र में पड़ते 138 गांव अंधेरे मे डूब गए। गौरतलब है कि आनंदपुर साहिब में स्थित 132 केवी सब स्टेशन से नूरपुरबेदी 66 केवी सब स्टेशन और बजरूड़ स्थित 66 केवी सब स्टेशन को बिजली सप्लाई की जा रही है और यहां से आगे क्षेत्र के 138 गांवों को बिजली सप्लाई की जाती है। मगर सोमवार सुबह करीब साढे़ चार बजे अचानक क्षेत्र की बिजली सप्लाई ठप हो गई जो सुबह करीब 11 बजे जाकर बहाल हुई। सर्दियों का मौसम होने के कारण तड़के साढ़े चार बजे बिजली जाने पर नूरपुरबेदी का समूह क्षेत्र अंधेरे में डूब गया। इस दौरान कई घंटे बिजली सप्लाई में विघन पड़ने के कारण कुछ घंटे के लिए पीने वाले पानी की किल्लत का सामना भी करना पड़ा। लोग उक्त सब स्टेशनों पर बिजली बंद के कारणों का पता लगाने के लिए बार बार संपर्क करते रहे, मगर सप्लाई बंद होने के कारणों से पावरकॉम के अधिकारी खुद कई घंटे अनजान रहे। 15 घंटे पैदल पेट्रोलिंग बिजली बंद होने के कारणों संबधी संपर्क करने पर पावरकॉम के 132 केवी सब स्टेशन आनंदपुर साहिब में तैनात जेई ओम प्रकाश ने बताया कि सुबह साढ़े चार बजे अचानक बिजली बंद होने पर वह रूपनगर के एओटीएल पहुंचे और करीब एक दर्जन बिजली कर्मचारियों को साथ लेकर तुरंत खराबी ढूंढने के लि पेट्रो¨लग पर निकल गए। इस दौरान करीब 15 किलोमीटर पैदल चलकर 72 टावरों की तारों और प्रत्येक टावर की डिस्कों की बारीकी से जांच की गई। उन्होंने बताया कि सतलुज दरिया में भी कुछ टावर स्थित हैं जिन्हें माइ¨नग के चलते मिट्टी धंसने कारण शायद कुछ खराबी पड़ी हो सकता है। उन्होंने कहा कि जब कोई खराबी न मिली, तो फिर स्विच लगाने की परवानगी दी गई तो बिजली सप्लाई बहाल हो गई।

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