14 हजार कर्मचारियों ने दिन-रात काम करके बनाया भाखड़ा बांध: इंजी. महेंद्रू

By Edited By: Publish:Sat, 20 Sep 2014 01:04 AM (IST) Updated:Sat, 20 Sep 2014 01:04 AM (IST)
14 हजार कर्मचारियों ने दिन-रात काम करके बनाया भाखड़ा बांध: इंजी. महेंद्रू

जागरण संवाददाता, नंगल

भाखड़ा बांध निर्माण के समय अपनी सेवाएं प्रदान करने वाले 85 वर्षीय इंजी. कृष्ण लाल महेंद्रू शुक्रवार को करीब तीन दशक बाद भाखड़ा बांध देखने आए। जवानी के दिनों की यादों को ताजा करते हुए इंजी. महेंद्रू ने बताया कि उन्होंने वर्ष 1953 में यहां भाखड़ा बांध में बतौर सूपरिंटेंडिंग इंजीनियर नौकरी शुरू की थी। वर्ष 1969 तक उन्होंने उन तमाम दिनों में यहां भाखड़ा में नौकरी की जब मुश्किल भरे हालातों में डैम का निर्माण करने में हजारों लोग नौकरी कर रहे थे। अपने छोटे भाई कर्नल आरसी महेंद्रू व भाभी के साथ भाखड़ा बांध देखने आए इंजी. महेंद्रू ने कहा कि भाखड़ा बांध के निर्माण के समय सभी काम करने वाले कर्मचारी इतनी मेहनत किया करते थे, जिसकी मिसाल शायद आज देखने को नहीं मिल सकती है। दिन-रात चलने वाले काम संबंधी बताते हुए उन्होंने बताया कि उनकी ड्यूटी लगभग 4 किलोमीटर लंबी उस कनवेयर बैल्ट पर काफी समय तक रही है जिसके माध्यम से डैम निर्माण के लिए रेत व बजरी फत्तेवाल खड्ड से डैम तक पहुंचा करती थी। निर्माण समय दिन-रात चलने वाले काम में करीब 14 हजार कर्मचारी नौकरी किया करते थे। इन दिनों इंजी. महेंद्रू चंडीगढ़ के सेक्टर 11 में रहते हैं व उनकी दो बेटियां यूएसए में सेटल हैं।

बीबीएमबी के जन संपर्क एवं आरएम एंड एसएम डिविजन के अधिकारियों व कर्मचारियों संगीता शर्मा, सतीश कुमार, सतनाम सिंह ने इंजी. महेंद्रू को भाखड़ा ब्यास प्रबंध बोर्ड की सोवनियर 'भाखड़ा ब्यास राष्ट्र गौरव' भेंट करके उन्हें सम्मानित किया। कर्मचारियों ने भाखड़ा बांध संबंधी वे सारी अपडेट जानकारी इंजी. महेंद्रू को उपलब्ध करवाई जिसके तहत आज भाखड़ा बांध नई तकनीक से लेस होकर सस्ती बिजली के उत्पादन से राष्ट्र निर्माण में योगदान दे रहा है।

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