श्री काली देवी मंदिर के फुट ओवरब्रिज के नींव की जमीन निकली कच्ची, काम रुका

श्री काली देवी जी के मंदिर के सामने बनने वाला पुल बारादरी बाग में बीएसएनएल आफिस के सामने से शुरू होना है। वहीं दूसरी और यह पुल मंदिर की बन रही नई दुकानों के पास आकर उतरना है और वहां की जमीन कच्ची निकली है।

By Edited By: Publish:Mon, 26 Oct 2020 03:44 PM (IST) Updated:Wed, 28 Oct 2020 10:09 AM (IST)
श्री काली देवी मंदिर के फुट ओवरब्रिज के नींव की जमीन निकली कच्ची, काम रुका
पीडब्ल्यूडी ने जिस कंपनी से ब्रिज का डिजाइन बनवाया है उसे दोबारा बनाने को कहा है।

पटियाला, सुरेश कामरा। श्री काली देवी मंदिर के सामने बनने वाले फुट ओवरब्रिज में फिलहाल रुकावट आ गई है। अड़चन यह है कि उक्त ब्रिज के दोनों सिरे की जमीन नींव डालने के लिए सही नहीं है। एक तरफ जमीन पर सीवरेज लाइन है और दूसरी तरफ की जमीन कच्ची है, जिसके चलते मौजूदा हालात में वहां की नींव कमजोर साबित हो सकती है। अब पीडब्ल्यूडी ने जिस कंपनी से ब्रिज का डिजाइन बनवाया है उसे दोबारा बनाने को कहा है।

उधर, गुरुद्वारा श्री दुखनिवारण साहिब के सामने बनने वाले फुट ओवरब्रिज की नींव का काम पूरा हो गया है। दोनों पुलों के निर्माण का बजट करीब तीन करोड़ है। उत्तर भारत के ऐतिहासिक मंदिर श्री काली देवी में लगातार बढ़ रही श्रद्धालुओं की संख्या के मद्देनजर सरकार ने मंदिर के सामने बारांदरी स्थित बीएसएनएल आफिस से लेकर मंदिर के भीतर तक एवं गुरुद्वारा श्री दुखनिवारण साहिब के सामने सरहिंद रोड पर बने बस अड्डे से लेकर गुरुद्वारा के भीतर तक फुट ओवरब्रिज बनाने का काम शुरू किया है। उक्त काम लाकडाउन के कारण रुका हुआ है, लेकिन अफवाह है कि दोनों पुलों का काम फिलहाल रुक गया है। पीडब्ल्यूडी अधिकारियों के मुताबिक दोनों पुलों का काम चालू है।

श्री काली देवी जी के मंदिर के सामने बनने वाला पुल बारादरी बाग में बीएसएनएल आफिस के सामने से शुरू होना है। जब वहां की जमीन को चेक किया गया, तो जमीन पर सीवरेज लाइन है। वहीं, दूसरी और यह पुल मंदिर की बन रही नई दुकानों के पास आकर उतरना है और वहां की जमीन कच्ची निकली है। उक्त जमीन पक्की होने के बजाय वहां पर रोड़ी सहित अन्य सामग्री निकली है, जिस कारण नींव नहीं डाली जा सकती है। ऐसे में मंदिर के सामने पुल का काम रुक गया है। कंपनी से बनवा रहे हैं नया डिजाइन एसडीओ संजय ग्रोवर ने बताया कि पुल के दोनों तरफ नींव डालने वाली जमीन ठीक नहीं निकली है। एक तरफ सीवरेज लाइन है और दूसरी और जमीन कच्ची है, जहां पर मिट्टी की खुदाई पहले हुई लग रही है।

इसलिए कंपनी को नींव भरने का डिजाइन नए सिरे से बनाने को कहा है। उसके बाद ही पुल का कार्य शुरू होगा। पुल के दोनों तरफ एस्केलेटर सीढि़यां (बिजली से चलने वाली) लगेंगी। उक्त पुल के साथ पटियाला की शान भी बढ़ेगी। उधर, गुरुद्वारा श्री दुखनिवारण साहिब के पुल से संबंधित एसडीओ सुरेश कुमार का कहना है कि कोई दिक्कत नहीं है। नींव डल चुकी है और पुल के बाडी पार्ट किसी अन्य स्थान पर तैयार हो रहे हैं। एक महीने तक उक्त पुल को बनाने का काम शुरू हो जाएगा।

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