छात्रों तक 40 फीसद ही पहुंची किताबें, महत्वपूर्ण विषयों की किताबें न पहुंचने पढ़ाई प्रभावित

सरकारी स्कूलों में दाखिले बढ़ाने के मकसद से अध्यापकों के जरिए ज्यादा से ज्यादा लोगों को अपने बच्चों का दाखिला सरकारी स्कूलों में करवाने के लिए उत्साहित किया जा रहा है। वहीं दूसरी ओर सेशन शुरू होने के बावजूद छात्रों के पास सभी विषयों की पूरी किताबें नहीं पहुंच रहीं।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 24 May 2020 11:38 PM (IST) Updated:Sun, 24 May 2020 11:38 PM (IST)
छात्रों तक 40 फीसद ही पहुंची किताबें, महत्वपूर्ण विषयों की किताबें न पहुंचने पढ़ाई प्रभावित
छात्रों तक 40 फीसद ही पहुंची किताबें, महत्वपूर्ण विषयों की किताबें न पहुंचने पढ़ाई प्रभावित

गौरव सूद, पटियाला : सरकारी स्कूलों में दाखिले बढ़ाने के मकसद से अध्यापकों के जरिए ज्यादा से ज्यादा लोगों को अपने बच्चों का दाखिला सरकारी स्कूलों में करवाने के लिए उत्साहित किया जा रहा है। वहीं दूसरी ओर सेशन शुरू होने के बावजूद छात्रों के पास सभी विषयों की पूरी किताबें नहीं पहुंच रहीं। कई कक्षाओं के छात्रों के पास तो गणित, इंग्लिश और साइंस जैसे महत्वपूर्ण विषयों के किताबें नहीं पहुंची। इस कारण छात्र अपनी पढाई जारी रखने में असमर्थ है। वहीं दूसरी ओर विभाग द्वारा लॉकडाउन के कारण किताबों की सप्लाई में देरी होने का कारण बताया जा रहा है, जबकि अध्यापक विभाग के इस तर्क से बिलकुल भी सहमत नहीं है। अध्यापकों का कहना है कि लॉकडाउन 20 मार्च के बाद से लगाया गया जबकि एक अप्रैल से सेशन शुरू होने से पहले बोर्ड के सभी डिपो पर किताबों की सप्लाई हो जानी चाहिए थी। आलम यह है कि अब तक राज्य भर में अब तक सिर्फ 35 प्रतिशत किताबों की सप्लाई ही हो सकी है, जबकि बाकी किताबों की सप्लाई विभाग द्वारा जल्द करवाने का दावा किया जा रहा है।

पंजाब सरकार द्वारा मुफ्त शिक्षा स्कीम अधीन प्राइमरी से दसवीं स्तर तक छात्रों को को मुफ्त पुस्तकें मुहैया करवाई जाती है। अक्सर हर साल बच्चे आधी अधूरी किताबों के साथ पढाई शुरू करते है। यह स्थिति केवल कुछ महीने नहीं बल्कि सेशन के खत्म होने तक रहती है। इससे बच्चे को परेशानी झेलनी पड़ती ही है बल्कि अध्यापकों और दफ्तरी कर्मचारियों के लिए बड़ी परेशानी बनी रहती है। 40 फीसद किताबें ही मिलीं

डीटीएफ वरिष्ठ उप प्रधान विक्रम देव सिंह ने बताया कि सरकारी स्कूल के छात्रों को लगभग 40 प्रतिशत किताबें ही मिली हैं। हर साल विभाग की लेटलतीफी का नतीजा छात्रों को भुगतना पड़ता है। इस बार विभाग द्वारा लॉकडाउन के कारण किताबों की डिलीवरी को कारण बताया जा रहा है। जबकि लॉकडाउन 22 मार्च के बाद से लगाया गया, वहीं एक अप्रैल से सेशन शुरू होने के बावजूद तब तक विभाग किताबों की छपाई तक नहीं करवाया गया। छात्रों की पढाई का नुकसान ना हो इसके लिए विभाग बहाने बनाना छोड़ जल्द किताबें छात्रों को मुहैया करवाए।

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ल्द मुहैया करवाई जाएंगी किताबें : डीपीआई

डीपीआई एलिमेंट्री इंद्रजीत सिंह ने कहा कि लॉकडाउन तक जितनी किताबों की छपाई हो गई थी अब तक उतनी किताबें छात्रों तक पहुंचा दी गई है। राज्य में क‌र्फ्यू हटने के बाद दोबारा से किताबों की छपाई शुरू हो चुकी है। जोकि जल्द ही विभाग के पास पहुंच जाएंगी और उम्मीद है अगले सप्ताह सभी स्टूडेंट्स को किताबें मुहैया करवा दी जाएंगी।

(बॉक्स)

अब तक स्टूडेंट्स के पास किस सब्जेक्ट की किताबें पहुंची

पहली: गणित

दूसरी: पंजाबी, गणित

तीसरी: पंजाबी, गणित

चैथी: पंजाबी, अंग्रेजी, गणित

पांचवीं: पंजाबी, अंग्रेजी, हिदी, इनवायरमेंट

छठी: पंजाबी, साइंस, फिजिकल एजुकेशन, कंप्यूटर साइंस

सातवीं: साइंस, कंप्यूटर साइंस,

आठवीं: पंजाबी, हिदी, इंग्लिश ग्रामर, साइंस, कंप्यूटर साइंस

नौवीं: पांच विषयों की किताबें पहुंची

दसवीं: दो विषयों की किताबें पहुंची।

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