आरटीए, एसडीएम ने 324 स्कूल वाहनों की चेकिग, 108 के चालान काटे, 14 जब्त
पटियाला सरकार के निर्देशों पर स्कूली वाहनों पर हो रही कार्रवाई के खिलाफ वाहन मालिकों ने संघर्ष का रास्ता अपनाने की तैयारी कर ली है।
जागरण संवाददाता, पटियाला : सरकार के निर्देशों पर स्कूली वाहनों पर हो रही कार्रवाई के खिलाफ वाहन मालिकों ने संघर्ष का रास्ता अपनाने की तैयारी कर ली है। स्कूल वाहन मालिक सोमवार देर शाम व मंगलवार दिन में सीएम आवास पर सांसद परनीत कौर से मिलने गए थे। पर सांसद के न मिलने से इन स्कूल वाहन मालिकों में रोष है। वहीं, दूसरी ओर आरटीए दफ्तर व समूह एसडीएम की स्कूली वाहनों के खिलाफ कार्रवाई जारी है। जिसके तहत जिला भर में मंगलवार को भी 108 स्कूल वाहनों के चालान काटे गए व 14 को जब्त किया गया। दूसरी ओर स्कूल वाहन चालकों ने अब अपना मुद्दा कल परनीत कौर के सामने रखने का फैसला किया है। शहर में दौड़ते रहे स्कूली वाहन
जानकारी अनुसार मंगलवार को सुबह से लेकर दोपहर तक स्कूली वाहन शहर की सड़कों पर दौड़ते रहे। पर ट्रैफिक पुलिस ने कड़ी कार्रवाई नहीं की। जिसके चलते बेखौफ होकर वाहन चालक नियमों का उल्लंघन करते देखे गए। ऑटो के ड्राइवर ने अपने साथ वाली सीट पर ही बच्चों को बैठा रखा था। अगर ऑटो चालक ही अपनी जिम्मेदारी से नियम का उल्लंघन करना बंद कर दें, तो बच्चों के साथ होने वाले हादसों को टाला भी जा सकता है। उधर प्रशासन की ओर से लगातार दूसरे दिन भी स्कूली वाहनों के चालान काटे गए। आरटीए व एटीओ ने 64 वाहनों की चेकिंग
आरटीए दफ्तर, समूह एसडीएम व ट्रैफिक पुलिस ने दूसरे दिन पटियाला और फतेहगढ़ साहिब में स्कूली वाहनों की चेकिग की गई। इस दौरान 324 वाहनों की चेकिग की और 108 वाहनों के चालान काटे। इस दौरान 14 गाड़ियों के दस्तावेज पूरे न होने के चलते उन्हें जब्त किया गया। आरटीए अरविद कुमार ने बताया कि आरटीए व एटीओ ने 64 गाड़ियों की चेकिग कर 33 गाड़ियों के चालान किए। वहीं आठ गाड़ियों को जब्त किया। समूह एसडीएम की ओर से 108 स्कूल गाड़ियों की चेकिग की गई। इनमें से 57 गाड़ियों के चालान काटे गए ओर 6 गाड़ियों को दस्तावेज पूरे न होने के चलते जब्त किया गया। आरटीए ने बताया कि ट्रैफिक पुलिस ने 30 स्कूली गाड़ियों की चेकिग की। इनमें से 18 गाड़ियों के चालान काटे। आरटीए ने कहा कि नियमों का उल्लंघन करने वाले वाहन चालकों को बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने कहा कि यह कार्रवाई अगले दिनों में भी जारी रहेगी। ---दूसरे दिन भी वाहनों वहीं खामियां आई सामने
-स्पीड गवर्नर नहीं था
-परमिट नहीं रखा हुआ था
-ड्राइविग लाइसेंस नहीं मिला
-वाहन की आरसी नहीं मिली
-वाहन में फायर सेफ्टी सिस्टम नहीं मिला
-फर्स्ट-एड किट नहीं रखी हुई थी
-बच्चों के लिए लेडी अटेंडेंट नहीं थी
-वाहन में मौजूद स्टाफ के यूनिफार्म नहीं पहनी हुई थी
-प्रेशर हॉर्न लगा रखा था
-साउंड सिस्टम लगा रखा था
-पॉल्यूशन सर्टिफिकेट नहीं था
-वाहन पर पीला रंग नहीं था