पीयू का फरमान- आठ जून तक फीस भरो, नहीं तो भुगतो जुर्माना

पटियाला पंजाबी यूनिवर्सिटी (पीयू) अपना खाली बैंक खाता अब विद्यार्थियों की फीस से भरने की तैयारी कर रही है। यूनिवर्सिटी ने अलग-अलग सेमेस्टरों के विद्यार्थियों को फीस भरने के लिए कहा है और इसके लिए आठ जून तक का समय तय किया है।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 27 May 2020 12:33 AM (IST) Updated:Wed, 27 May 2020 12:33 AM (IST)
पीयू का फरमान- आठ जून तक फीस भरो, नहीं तो भुगतो जुर्माना
पीयू का फरमान- आठ जून तक फीस भरो, नहीं तो भुगतो जुर्माना

जागरण संवाददाता, पटियाला : पंजाबी यूनिवर्सिटी (पीयू) अपना खाली बैंक खाता अब विद्यार्थियों की फीस से भरने की तैयारी कर रही है। यूनिवर्सिटी ने अलग-अलग सेमेस्टरों के विद्यार्थियों को फीस भरने के लिए कहा है और इसके लिए आठ जून तक का समय तय किया है। साथ ही तय किया गया है कि उसके बाद रोजाना के हिसाब से जुर्माना देना होगा।

पंजाबी यूनिवर्सिटी की मौैजूदा समय में वित्तीय हालत खराब चल रही है। अगले महीने यूनिवर्सिटी को अपने ही स्टाफ के संघर्ष का सामना करना पड़ सकता है। कारण यही है कि यूनिवर्सिटी प्रशासन के पास अपने स्टाफ को वेतन देने के लिए पैसा तक नहीं है। फीस भरने के फरमान के साथ-साथ इसमें देरी पर यूनिवर्सिटी द्वारा रोजाना लगाए जाने वाले जुर्मानों को लेकर विद्यार्थी जत्थेबंदियां इस फैसले का विरोध कर रही हैं। बावजूद इसके यूनिवर्सिटी प्रशासन स्टूडेंट्स की इस मांग को सुनने को तैयार नहीं है। उधर, स्टूडेंट्स जत्थेबंदियां प्रशासनिक अधिकारियों से सितंबर तक फीस न लेने और जुर्माना न लगाने की मांग कर रही हैं। स्टूडेंट्स का कहना है कि अगर यूनिवर्सिटी प्रशासन ने जल्द अपना फैसला नहीं बदला तो संघर्ष का रास्ता भी अपना सकते हैं।

तय तारीख के एक माह के भीतर 10 हजार जुर्माना देना होगा

यूनिवर्सिटी ने फीस भरने की अंतिम तारीख आठ जून तय की है। अगर इसके बाद कोई विद्यार्थी फीस भरेगा, तो उसको रोजाना पांच रुपये अतिरिक्त जुर्माना देना पडे़गा। इसके बाद रोजाना 465 रुपये जुर्माने के साथ-साथ नए सिरे से एडमिशन फीस देनी होगी। इसके बाद अगले 15 दिन एक हजार जुर्माना, 15 दिन बाद 1500 रुपये जुर्माना, इसके बाद दो हजार रुपये जुर्माना और अगर इसके बाद भी स्टूडेंट फीस भरने में लेट हैं, तो एक महीने के भीतर 10 हजार रुपये जुर्माना भरना होगा। महीना गुजर जाने के बाद यह जुर्माना 15 हजार तक होगा।

पेंशन के लिए भी सरकार से उम्मीद लगाई बैठी है यूनिवर्सिटी

यूनिवर्सिटी की वित्तीय हालात ऐसे हो गए हैं कि मौजूदा समय में पेंशन जारी करने के लिए भी पैसा नहीं है। इसके लिए भी अधिकारी सरकार से ग्रांट मिलने की उम्मीद लगाए बैठे हैं। जानकार बताते है कि पिछले समय में यूनिवर्सिटी प्रशासन ने बैंक में मुलाजिमों की 25 करोड़ रुपये की एफडी गिरवी रखकर लोन लिया था और वह एफडी अब तक बैंक के पास गिरवी हैं। उधर, सरकार से भी बजट में यूनिवर्सिटी को कोई ग्रांट नहीं मिली। जिसके चलते यूनिवर्सिटी की वित्तीय हालत दिन-प्रतिदिन खराब होती जा रही है। पीयू तय तारीख के बाद लगने वाले जुर्माने माफ करे

स्टूडेंटस जत्थेबंदी डीएसओ के नेता अजायब सिंह ने कहा कि यूनिवर्सिटी प्रशासन तय तारीख के बाद लगने वाले जुर्माने माफ करे। वहीं, दूसरी ओर सितंबर तक स्टूडेंट्स से फीस की मांग न करे। उन्होंने कहा कि लॉकडाउन का असर सभी वर्ग पर पड़ा है। हर घर के हालात खराब हैं। इसलिए जत्थेबंदी प्रशासन से मांग करती है कि वह तुरंत फीस भरने की तारीख में बदलाव करे। सरकार पीयू को 500 करोड़ की ग्रांट जारी करे

पीयू के प्रोफेसर व मानवाधिकार पंजाब कांग्रेस के प्रधान डॉ. पंकज महिदरू ने कहा कि यूनिवर्सिटी की वित्तीय हालत दुरुस्त करने के लिए सरकार 500 करोड़ की ग्रांट जारी करे। वहीं, दूसरी ओर यूनिवर्सिटी को अपने पेंशनर्स को पहल के आधार पर पेंशन जारी करे। क्योंकि राज्य सरकार की ओर से भी पेंशनर्स को पहल दी जाती है। डॉ. महिदरू ने कहा कि यूनिवर्सिटी की वित्तीय हालत इतनी ज्यादा खराब हो चुकी है कि अपने ही मुलाजिम व पेंशनर्स को पैसा जारी करने के लिए पीयू के पास फंड तक नहीं है। सरकार के पास स्कॉलरिशप का पैसा 46 करोड़ पेंडिग

रजिस्ट्रार डॉ. मनजीत सिंह का कहना है कि स्कॉलरिशप का 46 करोड़ रुपये और कांस्टीट्यूट कॉॅलेजों का 21 करोड़ सरकार के पास पेडिग है। अगर सरकार यूनिवर्सिटी को यह पैसा जारी कर देती है, तो पीयू को काफी सहायता प्राप्त होगी।

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