टायरों की री-टेंडरिग न होने से पीआरटीसी की 200 बसें जाम

प्रेम वर्मा पटियाला पेप्सू रोड ट्रांसपोर्ट कारपोरेशन (पीआरटीसी) की वर्कशॉप में टायरों की कमी के कारण करीब 200 बसें सात महीने से बंद पड़ी हैं।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 26 Aug 2020 06:44 PM (IST) Updated:Wed, 26 Aug 2020 06:44 PM (IST)
टायरों की री-टेंडरिग न होने से पीआरटीसी की 200 बसें जाम
टायरों की री-टेंडरिग न होने से पीआरटीसी की 200 बसें जाम

प्रेम वर्मा, पटियाला

पेप्सू रोड ट्रांसपोर्ट कारपोरेशन (पीआरटीसी) की वर्कशॉप में टायरों की कमी के कारण करीब 200 बसें सात महीने से बंद पड़ी हैं। विभिन्न रूटों के लिए बस की कमी से जूझ रहे पीआरटीसी को कोविड-19 के कारण लगे क‌र्फ्यू के दौरान राहत तो मिली लेकिन अब ट्रांसपोर्टेशन शुरू होने पर एक बार फिर से महकमे को घाटा पड़ रहा है। वजह यही है कि बसों के टायर की टेंडरिग के बावजूद एक ही आवेदनकर्ता मिलने पर इसे फाइनल नहीं किया जा सका। --------------- इस वजह से वर्कशॉप में खड़ी हैं बसें

पीआरटीसी की वर्कशॉप में करीब 200 बसें टायर न होने के कारण चलने की हालत में नहीं हैं। मार्च में क‌र्फ्यू लगने से पहले पीआरटीसी ने टेंडर रिलीज किया था। इस टेंडर के लिए एक ही आवेदनकर्ता मिला। नियमों के अनुसार एक ही आवेदनकर्ता होने पर दोबारा से टेंडरिग की जाती है। करीब एक दशक से पीआरटीसी को टायरों की सेवा मुहैया करवाने वाली कंपनी तकनीकी कारणों के चलते दूसरी बार हुए टेंडर में आवेदन नहीं भर पाई तो उन्होंने अधिकारियों से निवेदन किया कि री-टेंडरिग की जाए। उनकी कंपनी पीआरटीसी की नियमों व शर्तों के अनुसार पहले की तरह काम करेगी। तीसरी बार टेंडर निकलने पर एक ही कंपनी आवेदनकर्ता के रूप में सामने आई। अब महकमे को नियमों के अनुसार फिर से टेंडरिग करनी थी क्योंकि आवेदनकर्ता एक ही था। नए आवेदनकर्ता ने महकमे पर दबाव बनाना शुरू कर दिया, जिस वजह से री-टेंडरिग की प्रक्रिया बीच में रूक गई।

-------------------- सिर्फ एक हफ्ते का समय चाहिए- एमडी

पीआरटीसी के एमडी जसकिरन सिंह ने कहा कि टायरों की री-टेंडरिग के बारे में उन्हें जानकारी है। कानूनी प्रक्रिया पूरी कर रहे हैं। एक ही आवेदनकर्ता होने पर री-टेंडरिग करेंगे ताकि महकमे के सामने बेहतर विकल्प आएं। इसके लिए एक हफ्ते का समय चाहिए।

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टायरों की टेंडरिग पर काम चल रहा है : चेयरमैन

पीआरटीसी के चेयरमैन केके शर्मा ने कहा कि टायरों की टेंडरिग कई बार हुई है लेकिन आवेदनकर्ता एक ही मिला है। कानूनी प्रक्रिया के अनुसार जल्द ही टायरों की री-टेंडरिग को फाइनल कर देंगे।

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