इलेक्ट्रोनिक मै¨पग से तलाशेंगे फूड प्रोसे¨सग की संभावनाएं

राजेश भट्ट, पटियाला प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मिशन 2022 को सफल बनाने के लिए उनके मंत्री

By JagranEdited By: Publish:Thu, 17 Aug 2017 06:53 PM (IST) Updated:Thu, 17 Aug 2017 06:53 PM (IST)
इलेक्ट्रोनिक मै¨पग से तलाशेंगे फूड प्रोसे¨सग की संभावनाएं
इलेक्ट्रोनिक मै¨पग से तलाशेंगे फूड प्रोसे¨सग की संभावनाएं

राजेश भट्ट, पटियाला

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मिशन 2022 को सफल बनाने के लिए उनके मंत्रीमंडल के सदस्य भी जुट गए हैं। मिशन 2022 में मोदी का सबसे ज्यादा फोकस किसानों और युवाओं को रोजगार पर है। ऐसे में केंद्रीय फूड प्रोसे¨सग मंत्री हरसिमरत बादल ने भी किसानों की आय बढ़ाने और फूड प्रोसे¨सग इंडस्ट्री के जरिए युवाओं को रोजगार देने का रोडमैप तैयार कर लिया है। केंद्रीय फूड प्रोसे¨सग मंत्रालय अब देशभर में फसलों की इलेक्ट्रोनिक मै¨पग करवा रहा है, ताकि फसलों के उत्पादन के हिसाब से एरिया वाइज फूड प्रोसे¨सग के लिए नीति तैयार की जा सके। मंत्रालय की तरफ से पांच कंपनियों के साथ इस काम के लिए करार किया जा रहा है। यह कंपनियां देश के अलग-अलग हिस्सों में सर्वे कर मंत्रालय को अपनी रिपोर्ट सौंपेंगे। इसके साथ ही फसलों के उत्पादन के हिसाब से वह किसानों के ग्रुप भी बनाएंगे और उन्हें फसली चक्र से बाहर निकलने के लिए प्रेरित भी करेंगे।

केंद्रीय फूड प्रोसे¨सग मंत्री हरसिमरत कौर बादल ने बताया कि उनका मंत्रालय किसानों की आय बढ़ाने पर काम कर रही है। उन्होंने बताया कि उन्हें लक्ष्य मिला है कि 2022 तक किसानों की आय दोगुनी होनी चाहिए। उन्होंने बताया कि फूड प्रोसे¨सग का काम सीधे तौर पर किसानों से जुड़ा है। इसलिए वह पहले यह जानना चाहती हैं कि देश के किस हिस्से में कौन सी फसल का कितना रकबा है। उन्होंने बताया कि इसके लिए सेटेलाइट के जरिए फसलों की मै¨पग की जा रही है। सेटेलाइट के जरिए फसलों के उत्पादन की जो रिपोर्ट आएगी उसके हिसाब से उन क्षेत्रों के लिए पॉलिसी तैयार की जाएगी। उन्होंने बताया कि इलेक्ट्रोनिक मै¨पग में उन फसलों पर विशेष जोर दिया जाएगा जो प्रोसेस होकर किसानों को ज्यादा मुनाफा दे सकती हैं। हरसिमरत कौर बादल ने बताया कि इलेक्ट्रोनिक मै¨पग के बाद किसानों के ग्रुप बनाकर उन्हें पहले फसली चक्र से बाहर आकर कम समय में तैयार होने व मुनाफे वाली फसलों के उत्पादन के लिए प्रेरित करेंगे। उन्होंने बताया कि इसके लिए पांच कंपनियों के साथ करार हो किया जा रहा है जो कि देशभर में किसानों के ग्रुप बनाकर खेती करने और फसलों की प्रोसे¨सग से संबंधित जानकारी देंगे। उन्होंने कहा कि पंजाब पर उनका विशेष फोकस है ताकि पंजाब के किसान धान और गेहूं के उत्पादन से बाहर निकले। उन्होंने कहा कि उनका मंत्रालय प्रोसेस किए गए उत्पादों के लिए मार्केट भी उपलब्ध करवाएगा।

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