15 जनवरी तक मांगी बंद होने वाले स्कूलों की रिपोर्ट

सुरेश कामरा, पटियाला 20 विद्यार्थियों से कम संख्या वाले एलीमेंट्री स्कूलों को बंद करके नजदीक

By JagranEdited By: Publish:Fri, 05 Jan 2018 03:01 AM (IST) Updated:Fri, 05 Jan 2018 03:01 AM (IST)
15 जनवरी तक मांगी बंद होने वाले स्कूलों की रिपोर्ट
15 जनवरी तक मांगी बंद होने वाले स्कूलों की रिपोर्ट

सुरेश कामरा, पटियाला

20 विद्यार्थियों से कम संख्या वाले एलीमेंट्री स्कूलों को बंद करके नजदीकी स्कूलों में मर्ज करने के मामले में शिक्षा विभाग ने जिला शिक्षा अधिकारियों से 15 जनवरी तक रिपोर्ट मांगी है। इससे पहले विभाग ने शिक्षा अधिकारियों को 31 दिसंबर तक रिपोर्ट देने को कहा था, लेकिन जिला स्तर पर अधिकारी उक्त रिपोर्ट देने में असफल रहे हैं। अब डीपीआइ (प्राइमरी) ने जिला शिक्षा अधिकारियों को कहा है कि वे प्री-प्राइमरी की एडमिशन के बाद की रिपोर्ट 15 जनवरी तक भेजें ।

20 से कम स्टूडेंट वाले 80 स्कूल

शिक्षा विभाग ने 800 स्कूलों की सूची जारी करके कहा है कि उनमें 20 से कम छात्र पढ़ाई कर रहे हैं जिसके कारण उनको एक किलोमीटर के दायरे में आने वाले अन्य प्राइमरी स्कूल में मर्ज करके वहां के स्टाफ को अन्य स्थानों पर एडजस्ट किया जाए। विभाग ने 20 से कम स्टूडेंटस की संख्या की जारी सूची में पटियाला जिले के 50 स्कूल बताए हैं, जबकि ऐसे स्कूलों की संख्या 80 बताई है। अधिकारी खुद मानते है कि जारी की गई लिस्ट में कुछ खामियां हैं। प्राइमरी स्कूलों में अब 14 नवंबर को प्री-प्राइमरी का दाखिला होने के बाद संख्या में इजाफा हुआ है। वो कितना है अभी अधिकारियों को इसकी जानकारी नहीं है। जानकारी नहीं होने पर भी हैरानी है कि 14 नवंबर के बाद 52 दिन बीत गए हैं, लेकिन जिला शिक्षा अधिकारियों ने ऐसा कोई डाटा तैयार नहीं किया है कि कितने स्कूल अब तक 20 स्टूडेंटस से कम संख्या वाले हैं ।

साफ सुथरी रिपोर्ट के कारण देरी हो रही : डीपीआइ

डीपीआइ प्राइमरी इंद्रजीत ¨सह ने बताया कि रिपोर्ट देरी से आने के कुछ कारण यह भी हैं कि उन्होंने अधिकारियों को खास तौर पर ध्यान रखने को कहा है कि मर्ज होने वाले स्कूल एक किलोमीटर दायरे में ही होने चाहिए। इससे दूर स्कूल मर्ज नहीं किया जाएगा। वे अपने विश्वसनीय शिक्षकों अथवा अधिकारियों से यह सर्वे सुनिश्चित करवा लें। अब उन्होंने यह रिपोर्ट 15 जनवरी तक मांगी है जिसके बाद मर्ज होने वाले स्कूलों का फैसला लिया जाएगा

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