आधा सेशन बीत जाने के बाद भी स्टूडेंट्स के लिए बोर्ड जारी नहीं कर पाया स्ट्डी मैटीरियल

पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड आधा सेशन बीत जाने के बाद भी प्लस वन और प्लस टू के हिस्ट्री के चेप्टर क्लियर नहीं कर पाया। अभी तक बोर्ड ने प्लस वन का 1 और प्लस टू के दो चेप्टर ही जारी किए हैं और वो केवल ऑनलाइन वेबसाइट पर ही अपलोड किए गए हैं।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 06 Sep 2018 09:00 PM (IST) Updated:Thu, 06 Sep 2018 09:00 PM (IST)
आधा सेशन बीत जाने के बाद भी स्टूडेंट्स के लिए बोर्ड जारी नहीं कर पाया स्ट्डी मैटीरियल
आधा सेशन बीत जाने के बाद भी स्टूडेंट्स के लिए बोर्ड जारी नहीं कर पाया स्ट्डी मैटीरियल

जागरण संवाददाता, पटियाला

पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड आधा सेशन बीत जाने के बाद भी प्लस वन और प्लस टू के हिस्ट्री के चेप्टर क्लियर नहीं कर पाया। अभी तक बोर्ड ने प्लस वन का 1 और प्लस टू के दो चेप्टर ही जारी किए हैं और वो केवल ऑनलाइन वेबसाइट पर ही अपलोड किए गए हैं। असल में 2018-19 सेशन की शुरुआत में 11वीं और 12वीं क्लास के हिस्ट्री के सिलेबस से सिख इतिहास से संबंधित अहम चेप्टर हटाकर नया सिलेबस जारी कर दिया गया था। जिसका शिरोमणी गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी, शिरोमणी अकाली से लेकर कई सिख जत्थेबंदियों के विरोध के बाद कमेटी बनाकर सिलेबर रिव्यू कर दोबारा जारी करने की बात कही गई थी, लेकिन करीब आधा सेशन बीत जाने के बाद भी पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड स्टूडेंट्स को स्टडी मैटीरियल मुहैया नहीं करवा पाया। वहीं अध्यापक जत्थेबंदियों ने इसका विरोध करते हुए जल्द अगले चेप्टर जारी करने की बात कही है।

नाम न छापने की शर्त पर एक हिस्ट्री लेक्चरर ने बताया कि अधिकारियों ने कहा था कि एक चेप्टर एक अगस्त को जारी कर अगले चेप्टर हर 15 दिनों में जारी किए जाएंगे। लेकिन अब तक प्लस वन के केवल एक और प्लस टू के महज दो चेप्टर ही ऑनलाइन अपलोड हुए हैं। पहले हिस्ट्री में 1469-1849 तक का समयकाल पढ़ाने के लिए 11 महीने का समय था, लेकिन अब 1450-1966 समयकाल को पढ़ाने के लिए केवल 6 महीने का समय है। जिस कारण स्टूडेंट्स और अध्यापकों दोनों के लिए कम समय में ज्यादा सिलेबस करना मुश्किल है। इसके अलावा पंजाबी माध्यम में जारी किए चेप्टरों में काफी गलतियां है। जिस कारण पढ़ाने में काफी परेशानी आ रही है।

सीनियर सेकेंडरी स्टूडेंटस के लिए पोस्ट ग्रेजुएट स्तर का सिलेबस

हिस्ट्री लेक्चरर मुताबिक सिलेबस को रिव्यू करने के लिए बनाई कमेटी में यूनिवर्सिटी से रिटायर्ड प्रोफेसरों को शामिल किया गया है। प्रोफेसरों ने उसी पैटर्न के आधार पर सिलेबस बना दिया। जिसमें सीनियर सेकेंडरी स्टूडेंट्स के लिए पोस्ट ग्रेजुएट स्तर का सिलेबस थोप दिया गया। इसके अलावा जारी सिलेबस में एक चेप्टर का दूसरे चैप्टर से कोई संबंध नहीं है। इससे भी स्टूडेंट्स का पढ़ने में दिलचस्पी नहीं बन पाती। इसी परेशानी के चलते ज्यादातर स्टूडेंट्स ने हिस्ट्री छोड़ अन्य विषय अपना लिए।

जल्द जारी होंगे अगले चेप्टर- चेयरमैन

बोर्ड के पास अगले चेप्टर की कॉपी पहुंच चुकी है। विभागीय कारणों के कारण कुछ देरी जरूर हुई है। जल्द ही अगल चेप्टर ऑनलाइन अपलोड किए जा रहे हैं। प्राइवेट पब्लिशर्स की किताबें बंद होने के कारण वो झूठी अफवाहें फैला रहे हैं। पंजाबी माध्यम के चेप्टरों में कुछ गलतियां जरूर हुई हैं, जिन्हें जल्द सुधार कर चेप्टर दोबारा अपलोड कर दिए जाएंगे।

.. मनोहर कांत कालोहिया, चेयरमैन पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड स्टूडेंट्स के नुक्सान की बजाए पुराना सिलेबस पढ़ाना था बेहतर विकल्प- डीटीएफ

जब इस सेशन की शुरुआत में ही सिलेबस को लेकर विवाद हो गया था तो विभाग समय खराब न करते हुए इस साल भी पुराना सिलेबस ही लागू कर सकती थी। सरकार जल्द सिलेबस लागू करे और स्टूडेंट्स के हो रहे नुक्सान को रोका जाए। अगर जल्द स्टडी मैटीरियल प्रोवाइड न करवाया गया तो जत्थेबंदी विभाग के खिलाफ प्रदर्शन करेगी।

.. विक्रमदेव ¨सह, जिला प्रधान डैमोक्रेटिक टीचर्स फ्रंट

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