इंप्रूवमेंट ट्रस्ट के पूर्व चेयरमैन सहित 6 अधिकारियों को विजिलेंस का नोटिस

शहीद सेवा ¨सह ठीकरीवाला नगर (एसएसएसटी) में सेल्फ फाइनांस स्कीम के तहत एलआइजी 48 फ्लैट योजना में लाखों की गड़बड़ी होने पर लोकल बॉडी डिपार्टमेंट के विजिलेंस सेल ने इंप्रूवमेंट ट्रस्ट के अधिकारियों और पूर्व चेयरमैन को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 12 Oct 2018 08:18 PM (IST) Updated:Fri, 12 Oct 2018 08:18 PM (IST)
इंप्रूवमेंट ट्रस्ट के पूर्व चेयरमैन सहित 6 अधिकारियों को विजिलेंस का नोटिस
इंप्रूवमेंट ट्रस्ट के पूर्व चेयरमैन सहित 6 अधिकारियों को विजिलेंस का नोटिस

संजय वर्मा, पटियाला

शहीद सेवा ¨सह ठीकरीवाला नगर (एसएसएसटी) में सेल्फ फाइनांस स्कीम के तहत एलआइजी 48 फ्लैट योजना में लाखों की गड़बड़ी होने पर लोकल बॉडी डिपार्टमेंट के विजिलेंस सेल ने इंप्रूवमेंट ट्रस्ट के अधिकारियों और पूर्व चेयरमैन को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है। फ्लैट निर्माण के लिए बिना बैंक गारंटी एनएच कंस्ट्रक्शन कंपनी को 61 लाख रुपये एडवांस देने के मामले में शिरोमणि अकाली दल के पूर्व चेयरमैन विष्णु शर्मा, तत्कालीन ईओ राज कुमार कपूर, एसडीओ एपी ¨सह, अकाउंटेंट खुशवंत ¨सह और सहित 6 अधिकारियों को नोटिस भेज कर डिपार्टमेंट में पेश होने को कहा है। विजिलेंस सेल ने फ्लैट निर्माण की स्कीम में गड़बड़ी किए जाने की बात करते हुए सभी को अपना पक्ष रखने को कहा है।

चंडीगढ़ लोकल बॉडी डिपार्टमेंट से मिली जानकारी के मुताबिक दिसंबर 2016 को एसएसटी नगर में एलआइजी फ्लैट बनाने का वर्क आर्डर दिया गया और इसके तीन महीने बाद बिना बैंक गारंटी के एनएच कंस्ट्रक्शन को एडवांस दिया गया। एडवांस देने के दो महीने बाद फ्लैट के ड्रा निकाले गए। जांच में पाया गया कि इन फ्लैट के लिए केवल 6 आवेदन ही मिले थे, जिनमें से दो आवेदन अलग-अलग कारण से लौटाने पड़े थे। दरअसल, बिना प्ला¨नग के तैयार किये जा रहे एलआइजी फ्लैट की स्कीम ठप्प होने के बाद लोकल बॉडी डिपार्टमेंट के विजिलेंस सेल को इसकी शिकायत मिली तो विजिलेंस सेल की ओर से जांच शुरू की गई। डिपार्टमेंट के चीफ विजिलेंस आफिसर सुदीप मानक स्वयं मौका देखने पटियाला पहुंचे थे। विजिलेंस सेल की जांच में पाया गया कि एक करोड़ के अधिक के इस प्रोजेक्ट में कई खामिया मिली हैं। विजिलेंस सेल की ओर से वीरवार को इंप्रूवमेंट ट्रस्ट के अधिकारियों और पूर्व चेयरमैन विष्णु शर्मा को नोटिस निकाल कर पेश होने को कहा है। विजिलेंस जांच रिपोर्ट के मुताबिक स्कीम के लिए कंपनी को ट्रस्ट खाते से 61 लाख का एडवांस भुगतान किया गया और कोई बैंक गारंटी नहीं ली गई। इतना ही नहीं कंस्ट्रक्शन के लिए कंपनी की ओर से केवल साढ़े 6 लाख का ही मेटीरियल खरीदा गया। खरीदे गए मेटीरियल के बिल ट्रस्ट को नहीं दिए गए। ट्रस्ट की ओर से अप्रैल 2018 में ड्रा रद्द करते हुए कांट्रक्टर को दिये गए एडवांस को दूसरे काम में एडजस्ट करने का प्रस्ताव डाल कर मामले को दबाने का प्रयास किया गया जबकि काम पूरा करने की अवधि दो साल की थी ऐसे में कंपनी से अधिकारियों ने मुआवजा नहीं लिया और इंप्रूवमेंट ट्रस्ट को आर्थिक नुकसान पहुंचाया है। विजिलेंस सेल ने इस स्कीम में और कई अनियमितताएं बताते हुए जिम्मेवार अधिकारियों और पूर्व चेयरमैन को एक सप्ताह के अंदर जवाब देने को कहा है।

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