.. आंखे बंद करके कलाकृतियां बनाता है अभिषेक
ग्रास आर्टिस्ट के नाम पर अपनी पहचान बना चुके अभिषेक चौहान ने इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में अपना नाम दर्ज करवाकर नया कीर्तिमान स्थापित किया है।
संस, राजपुरा पटियाला : ग्रास आर्टिस्ट के नाम पर अपनी पहचान बना चुके अभिषेक चौहान ने इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में अपना नाम दर्ज करवाकर नया कीर्तिमान स्थापित किया है। इतना ही नहीं अपनी अदभुत छाप और देश, विदेश में पहचान कायम कर अभिषेक ने राजपुरा के नाम को सर्वोच शिखर तक पहुंचाने का काम किया है। वह देश के पहले ऐसे व्यक्ति बन चुके हैं जो आंखों पर पट्टी बांध कर इतनी बारीकी से कलाकृतियां तैयार कर लेते हैं कि जिन्हें देख लोग दंग रह जाते हैं। क्या यह संभव है, आंखे बंद करके कुछ कर पाना इतना कठिन कार्य। पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अम¨रदर ¨सह ने देश की संस्कृति व घास दस्तकारी को बचाने के लिए अभिषेक चौहान को सम्मानित करते हुए कलाकृतियों में विशेष सहयोग देने का भी आश्वासन दिया है।
यह सब परमात्मा की देन : अभिषेक
अभिषेक ने बताया की यह परमात्मा की देन है की वह यह नामुमकिन काम करने में सफलता पा चुके हैं। इंडिया बुक ऑफ रिकार्ड में जब उन्होंने अपनी कला का प्रपोजल रखा तब इंडिया बुक ऑफ रिकार्ड की टीम ने पुष्टि की थी की मुझे सच में कुछ नहीं दिख रहा। उन्होंने आंखों पर एक मोटी परत मिट्टी की चढ़ाई थी और ऊपर से पट्टी बांधी थी जिसके आर-पार देखना असंभव था। अभिषेक ने कहा, मेरे इस प्रकार कलाकृति तैयार करने से इंडिया बुक ऑफ रिकार्ड टीम के सदस्य भी हैरान थे।
वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने के प्रयास में अभिषेक
अभिषेक ने बताया अब वह लिम्का बुक ऑफ रिकार्ड और गिनीज वर्ल्ड रिकार्ड में नाम दर्ज करवाकर विश्व के पहले ऐसे व्यक्ति बनने का कीर्तिमान हासिल कर देश और पंजाब का नाम उंचा करना चाहते हैं। इसके लिए वह स्पोंसर देख रहे हैं जो लिम्का और गिनीज रिकार्ड के लिए स्पोंसर कर सके। अभिषेक ने बताया कि पूरे विर्श्व में कुछ ही कलाकार हैं जो आंखे बंद करके कुछ करने की क्षमता रखते हैं। अब उनमें भारत से उनका नाम भी आने लग गया है। यह कार्य देश की संस्कृति तथा विरसे के प्रति उनके प्रेम और कड़ी मेहनत के कारण संभव हुआ है। देश की संस्कृति की वजह से ही हमारी पुरे विश्व में अलग पहचान है। युवा पीढ़ी को इस बात को समझना चाहिए।