संतों की शरण में जाकर ही मिलता है सही मार्ग
बलबेडा (पटियाला) कस्बा बलवेड़ा के शिव मंदिर में दिव्य ज्योति जागृति संस्थान द्वारा सात दिवसीय श्री हरि कथा करवाई जा रही है।
जेएनएन, बलबेडा (पटियाला) : कस्बा बलवेड़ा के शिव मंदिर में दिव्य ज्योति जागृति संस्थान द्वारा सात दिवसीय श्री हरि कथा करवाई जा रही है। दूसरी आस्थायिका में संस्थान के संस्थापक व संचालक गुरु आशुतोष महाराज की शिष्या साध्वी मेधावी भारती ने संत ज्ञानेश्वर के जीवन के बारे में बताया कि उन्होंने युवा अवस्था में ही प्रभु को प्राप्त कर लिया था। उन्होंने स्वयं तो सदमार्ग का चयन किया ही, अपितु अपने अनेकों ही युवा साथियों को भी सही दिशा दिखाई। उन्होंने बताया कि उस समय चांगदेव नामक एक व्यक्ति जो कि अपने जीवन में कुसंगित कर बैठा था, जिस समय उसे संत ज्ञानेश्वर का संग मिला तो वह भी सही मार्ग का अनुसरण करने लगा एवं अपने देश के बाकी युवाओं को भी यही प्ररेणा दी कि वह देश का भविष्य हैं। क्योंकि यदि हमारा युवा ही चरित्रहीनता, नशाखोरी, बईमानी, डकैती जैसे सद्कर्म करने लगे तो वह कभी भी अपने देश के उज्ज्वल भविष्य की कामना नहीं कर सकता। साध्वी ने कहा कि महर्षि रमन ने भी यही कहा कि जब तक युवा को सही मार्गदर्शक ही प्राप्त नहीं होगा, तब तक वह अपने जीवन में उन्नति नहीं कर पाएगा। इसीलिए आज हमारे समाज में खासकर युवाओं में ऐसा परिवर्तन होना अनिवार्य है, क्योंकि युवा में ऐसा जोश होता है यदि वह सही दिशा का चयन कर लें तो हमारा समाज स्वर्ग बन जाए। इसलिए हमें आवश्यकता है एक ऐसे मार्गदर्शक की जो वह हमारे भीतर प्रभु के प्रकाश रूप का प्रकटीकरण कर दे तथा हमें हमारे भीतर की सार्थकता से परिचित करवा दे। हरि कथा के पावन अवसर पर मुख्य रूप में राम कुमार शास्त्री, सतीष ठाकुर, डॉ. अतुल भाठला, ओम प्रकाश, कृष्ण वर्मा, रामेश्वर शर्मा, जगदीश शर्मा, संजीव शर्मा, हरकेश मित्तल, सुरिन्द्र मित्तल, अनिकेत गर्ग, रधवीर धवन, अविनाशी शर्मा, जसवंत शर्मा, दिनेश कुमार व निधान सिंह भी शामिल रहे।