केजरीवाल की संत ढड्डरियां वाले संग बंद कमरे में गुप्त मंत्रणा

इस मंत्रणा में केजरीवाल संग आप नेता एडवोकेट हरविंदर सिंह फुल्का, पंजाब कनवीनर सुच्चा सिंह छोटेपुर, विधायक जरनैल सिंह, सुखपाल सिंह खैहरा भी शामिल हुए..

By Gunateet OjhaEdited By: Publish:Wed, 25 May 2016 05:00 PM (IST) Updated:Wed, 25 May 2016 05:23 PM (IST)
केजरीवाल की संत ढड्डरियां वाले संग बंद कमरे में गुप्त मंत्रणा

प्रदीप शाही, पटियाला। दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी (आप) के मुख्य संयोजक अरविंद केजरीवाल ने बुधवार दोपहर बाद पटियाला-संगरूर रोड स्थित गुरुद्वारा परमेश्वर द्वार में संत बाबा रंजीत सिंह ढड्डरियां वाले के निजी निवास स्थान पर गुप्त मंत्रणा की।

मंत्रणा में केजरीवाल संग आप के सीनियर नेता एडवोकेट हरविंदर सिंह फुल्का, पंजाब कनवीनर सुच्चा सिंह छोटेपुर, विधायक जरनैल सिंह, सुखपाल सिंह खैहरा विशेष तौर से शामिल हुए। इस मंत्रणा से पहले अरविंद केजरीवाल और संत ढड्डरियां वालों ने अलग से विचार विमर्श किया। यह गुप्त मंत्रणा करीब 45 मिनट तक चली। मंत्रणा समाप्त करने के बाद बाहर निकले केजरीवाल ने चुप्पी साधते हुए मीडिया से किसी तरह से भी कोई बात नहीं की और वह बिना बोली चंडीगढ़ के लिए रवाना हो गए।

मंगलवार को आप की पंजाब मीडिया टीम की ओर से केजरीवाल के गुरुद्वारा परमेश्वर द्वार के दौरे संबंधी समूची मीडिया को निमंत्रण भेजा गया था। संत ढड्डरियां वालों के साथ मीटिंग समाप्त होने के बाद केजरीवाल कड़ी सुरक्षा के घेरे में अपनी गाड़ी में बैठ कर चंडीगढ़ को रवाना गए। रवाना होने से पहले बड़ी संख्या में मौजूद मीडिया के लोगों ने केजरीवाल से संत ढड्डरियां वालों संग हुई मुलाकात के बारे सवाल पूछा तो केजरीवाल ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी। और सभी की बातें सुन कर चलते बने।

केजरीवाल सुबह 11.25 मिनट पर गुरुद्वारा परमेश्वर द्वार स्थित संत ढड्डरियां वाले के निजी निवास स्थान पर सीधे पहुंचे। गुरुद्वारा साहिब में कड़ी सुरक्षा के चलते किसी को भी अंदर जाने की इजाजत नहीं मिली। आप के सीनियर नेता दुर्गेश पाठक, कंवर संधू, प्रो. बलजिंदर कौर, हिम्मत सिंह शेरगिल संत ढड्डरियां वाले के कमरे में जाने के लिए बेचैन दिखाई दिए, लेकिन उन्हें निराशा मिली। गुरद्वारा साहिब में बड़ी संख्या में आप कार्यकर्ता केजरीवाल से मिलने की आस लगाए बैठे रहे। दोपहर बाद तक इंतजार करते आप कार्यकर्ता आखिर केजरीवाल को देख कर ही संतुष्ट हो गए।

वहीं इस दौरान एक निजी चैनल की महिला पत्रकार ने केजरीवाल के आगे आ कर बातचीत करने की कोशिश की, लेकिन वह हाथापाई की ही शिकार हो गई। इतना ही नहीं इस महिला पत्रकार का एक पैर केजरीवाल की कार के नीचे भी आ गया। इस बाबत केजरीवाल ने कोई ध्यान नहीं दिया।

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