कंप्यूटर अध्यापक यूनियन ने उप जिला शिक्षा अधिकारी को सौंपा मांग पत्र
कंप्यूटर अध्यापक यूनियन पठानकोट की ओर से जिला प्रधान अमनदीप सिंह और जनरल सचिव विकास राय के नेतृत्व में उप जिला शिक्षा अधिकारी राजेश्वर सलारिया को मिला।
संवाद सहयोगी, मलिकपुर : कंप्यूटर अध्यापक यूनियन पठानकोट की ओर से जिला प्रधान अमनदीप सिंह और जनरल सचिव विकास राय के नेतृत्व में उप जिला शिक्षा अधिकारी राजेश्वर सलारिया को मिला। जनरल सचिव विकास राय ने बताया कि पंजाब सरकार की तरफ से कंप्यूटर अध्यापकों को 2011 में पिकट्स सोसायटी में रेगुलर कर दिया था और कंप्यूटर अध्यापकों के नियुक्ति पत्र में पंजाब सिविल सर्विस रूल्स लागु करने के बारे में भी लिखा गया था। परंतु अभी तक विभाग की तरफ से उन पर पंजाब सिविल सर्विस रूल्स लागू नहीं किए जा रहे । उन्होंने बताया कि 70 के करीब कंप्यूटर अध्यापकों की मौत हो चुकी है और उनके परिवार में से किसी भी सदस्य को सरकार की तरफ से नौकरी नहीं दी जा रही और किसी भी तरह का लाभ नहीं दिया जा रहा। इससे उनका परिवार आर्थिक तंगी का शिकार हो रहा है। इसलिए, कंप्यूटर अध्यापकों में पंजाब सरकार के खिलाफ रोष व्याप्त है। पिछले एक वर्ष से कंप्यूटर अध्यापकों की ड्यूटी कोरोना काल में फ्रंट लाइन पर डाटा एंट्री आपरेटर के रूप में लगा दी गई है जबकि यह ड्यूटी उनके ग्रेड के अनुसार नहीं है, जिससे उनके सम्मान को ठेस पहुंची है, जबकि लगभग सभी विभागों के पास इस काम के लिए नान टीचिग स्टाफ भी मौजूद है। ड्यूटी के समय हमारे कई कंप्यूटर अध्यापक कोरोना की चपेट में आ चुके हैं और उनको इलाज का सारा खर्च अपनी तरफ से करना पड़ा है और सरकार की तरफ से महामारी के दौरान लगी उनकी ड्यूटी का कोई भी लाभ नहीं दिया जा रहा। उन्होंने पंजाब सरकार से मांग की है कि वे ड्यूटी करने के लिए तैयार हैं परंतु उन्हें भी फ्रंटलाइन वर्कर स्कीम के अंतर्गत 50 लाख का बीमा कवर दिया जाए, मेडिकल रीइंबर्समेंट सुविधा दी जाए और अगर किसी कंप्यूटर अध्यापक की मौत हो जाती है तो उसके परिवार के सदस्य को सरकारी नौकरी दी जाए। मांगे पूरी ना होने तक स्टेट कमेटी की तरफ से बायकाट का ऐलान किया जा सकता है। इसलिए, कंप्यूटर अध्यापकों ने पंजाब सरकार से अपील की है कि उनकी मांगों को जल्द से जल्द पूरा किया जाए। इस अवसर पर सुभाष चंद्र, नवनीत, नरेंद्र, विशाल आनंद, अमन शर्मा, मनजीत, अरुण, बूटा मल, दीपक, गंगाराम, रोहित, रंजीत, बिदु, सुकृति, कंवलजीत आदि अध्यापक उपस्थित थे।