डॉक्टर व दो नर्सो को दो-दो साल की कैद

जागरण संवाददाता, पटियाला राजिंदरा अस्पताल में पांच साल पहले पांच नवजात बच्चों की जलकर हुई मौत के

By Edited By: Publish:Thu, 18 Dec 2014 07:53 PM (IST) Updated:Thu, 18 Dec 2014 07:53 PM (IST)
डॉक्टर व दो नर्सो को दो-दो साल की कैद

जागरण संवाददाता, पटियाला

राजिंदरा अस्पताल में पांच साल पहले पांच नवजात बच्चों की जलकर हुई मौत के मामले में वीरवार को अतिरिक्त सेशन जज राजिंदर अग्रवाल की अदालत ने डॉ. केके लोचम, नर्स रीटा और सत्या देवी को दो-दो वर्ष की कैद और पांच-पांच हजार रुपये का जुर्माना किया।

सिविल लाइन थाने में चिकित्सा शिक्षा एवं शोध विभाग के सचिव राजी पी श्रीवास्तव की शिकायत पर 20 फरवरी 2011 को तीन लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था, जिसके मामले में आज अदालत ने फैसला सुनाया है।

यह था मामला

31 जनवरी 2009 को 10-12 बच्चों को राजिंदरा अस्पताल के बच्चा वार्ड में इंक्यूबेटरों में रखा गया था। 31 जनवरी बुधवार सुबह करीब 3.30 बजे वार्ड में जल रहे एक हीटर के कारण आग लग गई और वहां पर दाखिल पांच नवजात बच्चे जिंदा जल गए थे, जबकि बाकी के बच्चों को दाखिल बच्चों के रिश्तेदारों सहित बच्चा वार्ड के बाहर स्थित कैंटीन वालों ने बाहर निकाल लिया था।

उस समय राजिंदरा अस्पताल के मेडिकल सुपरिंटेंडेंट सुरिंदर सिंह थे जबकि बच्चा विभाग के मुखी डॉ. केके लोचम थे। डिवीजनल कमिश्नर जसबीर सिंह बीर की देखरेख में मामले की जांच कई पहलुओं पर हुई। इस दर्दनाक हादसे के बाद उपमुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल सहित कई मंत्रियों व अधिकारियों ने मौके को देखा था। राजिंदरा अस्पताल ने उक्त बच्चा वार्ड को बंद कर दिया था, जो अब तक बंद पड़ा है।

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