शहीद बलविदर सिंह को दी गई श्रद्धांजलि
शहीद बलविदर सिंह फर्स्ट पैरा में 27 नवंबर 2014 को अरनिया सेक्टर जम्मू-कश्मीर में आतंकवादियों से लोहा लेते शहीद हुए थे। उन्होंने दो आतंकवादियों को मौत के घाट उतारा था।
संवाद सहयोगी, दुनेरा: शहीदों की चिताओं पर लगेंगे हर वर्ष मेले, वतन पर मिटने वालों का यही आखिरी निशान होगा। यह शब्द शहीद बलविदर सिंह फर्स्ट पैरा निवासी गाहल के शहीदी दिवस पर गांव गाहल में आयोजित कार्यक्रम में सरपंच पूरन धीमान ने कहे।
उन्होंने कहा कि शहीद बलविदर सिंह फर्स्ट पैरा में 27 नवंबर 2014 को अरनिया सेक्टर जम्मू-कश्मीर में आतंकवादियों से लोहा लेते शहीद हुए थे। उन्होंने दो आतंकवादियों को मौत के घाट उतारा था। शहीद बलविदर सिंह को राष्ट्रपति ने शहीदी उपरांत शौर्य चक्र भी दिया गया। इस दौरान जीओजी टीम धार कलां विशेष रूप से उपस्थित थीं। स्कूली छात्रों की ओर से देशभक्ति गीत पेश कर शहीद बलविदर सिंह को याद करते हुए श्रद्धांजलि अर्पित की गई। शहीद के पिता कुलदीप सिंह ने अपने पुत्र की शहीदी को नमन करते हुए कहा कि मुझे गर्व है कि मेरे बेटे ने देश की रक्षा के लिए अपने प्राण न्योछावर कर अपना एवं अपने गांव का नाम रोशन किया। इस मौके पर, सुभाष चलाडीया, मेजर सुमन कल्याण, शाम लाल, मनोहर लाल, प्रहलाद सिंह, देवराज शर्मा पप्पू, महिदर सिंह, प्रीतम ,चरण दास आदि उपस्थित थे।
राजीव कुमार