ड्राइ¨वग टेस्ट सेंटर का नेट सात दिन से स्लो, लोग परेशान

जिले के ऑटोमैटिक ड्राइ¨वग टेस्ट सेंटर में पंजाब स्टेट वाईड एरिया नेटवर्क पिछले एक सप्ताह से धीमा है।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 17 Apr 2018 12:52 AM (IST) Updated:Tue, 17 Apr 2018 12:52 AM (IST)
ड्राइ¨वग टेस्ट सेंटर का नेट सात दिन से स्लो, लोग परेशान
ड्राइ¨वग टेस्ट सेंटर का नेट सात दिन से स्लो, लोग परेशान

जासं, पठानकोट

जिले के ऑटोमैटिक ड्राइ¨वग टेस्ट सेंटर में पंजाब स्टेट वाईड एरिया नेटवर्क पिछले एक सप्ताह से धीमा है। नेट धीमा होने के कारण जहां कार्यालय में काम करने वाले कर्मचारियों को लोगों की बातें सुननी पड़ रही है, वहीं इसका सीधा-सीधा असर काम पर पड़ रहा है। काम में कमी आने के कारण जहां राज्य सरकार को भी आर्थिक तौर पर नुक्सान उठाना पड़ रहा है। नेट धीमा होने की वजह से जो काम दस मिनट में होता है उसके लिए लोगों को एक घंटा से ज्यादा समय तक लान में लगना पड़ रहा है। लोगों को पेश आ रही समस्याओं को लेकर जिला प्रशासन की और से अभी तक कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए जिसे लेकर कार्यालय में काम करवाने आए लोगों में भारी रोष पाया जा रहा है।

जानकारी के अनुसार पंजाब सरकार ने सरकारी दफ्तरों के लिए पवन यानि पंजाब स्टेट वाईड एरिया नेटवर्क बना रखा है। इसी नेटवर्क से इंटरनेट कनेक्टिविटी लेकर सरकारी दफ्तरों में काम चलता है। ड्राई¨वग टेस्ट सेंटर पठानकोट में भी इसी पर काम होता है। लेकिन, इस नेटवर्क के पिछले कई दिनों से डाऊन यानि स्लो होने के कारण काम नहीं हो पा रहा है।

नेट धीमा होने की जानकारी मिलने के बाद जागरण प्रतिनिधि इंदिरा कालोनी स्थित टेस्ट ड्राइ¨वग सेंटर पहुंचा। पठानकोट रेलवे कालोनी निवासी अजय कुमार, बलजीत ¨सह निवासी मोहल्ला रामपुरा, शुभम निवासी टीचर कालोनी ने बताया कि वह सुबह 9 बजे से काम करवाने के लिए आए हैं। लेकिन, 11 बजे तक वह काम नहीं करवा पाए। इस संबंधी जब वह कर्मचारियों से बात करते हैं तो जबाव मिलता है कि नेट स्लो है वह क्या करें। नेट चलेगा तो ही वह लोग कुछ कर पाएंगे। सेंटर में आलम इस तरह हो चुका है कि एक ही इंटरनेट डोंगल के सहारे सेंटर के तीन सेक्शन चल रहे हैं। पहले एक सेक्शन में डोंगल लगाकर काम किया जाता है। इसके बाद वही डोंगल दूसरे और तीसरे सेक्शन में भेजकर बारी-बारी काम किया जाता है। जितनी देर एक सेक्शन में काम चल रहा होता है उतनी देर तक दो अन्य सेक्शनों के कर्मचारी खाली बैठे रहते हैं। कुर्सियां छोड़ कैबिन से बाहर आने के अलावा उनके पास कोई काम नहीं होता है। ऐसे में जहां सेंटर में रोजाना सौ से ज्यादा लाईसेंस अप्लाई होते थे वही अब बड़ी मुश्किल से चालीस के करीब ही लाइसेंस अप्लाई हो पा रहे हैं।

सेंटर के सहायक इंचार्ज दीपक से बात की तो उन्होंने बताया कि काम न रूके इसके लिए एक इंटरनेट डोंगल जुगाड़ के रूप में रखी है। हालांकि, एक डोंगल के सहारे पूरे सेंटर का काम चला पाना संभव नहीं है। उन्होंने कहा कि लोगों को पेश आ रही परेशानियों को देखते हुए वह ऐसी व्यवस्था कर रहे हैं कि उनका अधिक समय खराब न हो। मौसम खराबी से नहीं हुआ एक भी टेस्ट

सोमवार को मौसम की खराबी के कारण ड्राई¨वग टेस्ट सेंटर के ऑटोमैटिक टेस्ट ट्रैक पर एक भी टेस्ट लाईसेंस आवेदक का नहीं हो पाया। सुबह तड़के चली आंधी और बारिश के कारण ड्राई¨वग टेस्ट सेंटर के ऑटोमैटिक ट्रैक पर लगे सेंसर और कैमरों में खराबी आ गई जिस कारण एक भी टेस्ट नहीं हो पाया। सारा दिन टेस्ट ट्रैक सेक्शन बंद रहा। सेंटर के सहायक इंचार्ज दीपक का कहना है कि हर बार मौसम की खराबी के कारण यही परेशानी यहां पर आती है। मामला ध्यान में नहीं : एसडीएम

इस संबंधी एसडीएम डॉ अमित महाजन से बात की गई तो उन्होनें कहा कि उन्हें मामले की कोई जानकारी ही नहीं है। उन्होनें कहा कि अब मामला उनके ध्यान में आ गया है तो वह सरकार को इस बारे जरूर लिखेंगे।

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