अब पठानकोट-जो¨गद्रनगर ट्रैक पर फुल स्पीड में दौड़ेंगी ट्रेनें

पठानकोट- जो¨गद्रनगर रेलवे ट्रैक पर दौड़ने वाली ट्रेनों की स्पीड बढ़ाने की ओर रेलवे ने कदम बढ़ा दिया है।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 06 Dec 2018 01:17 AM (IST) Updated:Thu, 06 Dec 2018 01:17 AM (IST)
अब पठानकोट-जो¨गद्रनगर ट्रैक पर फुल स्पीड में दौड़ेंगी ट्रेनें
अब पठानकोट-जो¨गद्रनगर ट्रैक पर फुल स्पीड में दौड़ेंगी ट्रेनें

जागरण संवाददाता, पठानकोट

पठानकोट- जो¨गद्रनगर रेलवे ट्रैक पर दौड़ने वाली ट्रेनों की स्पीड बढ़ाने की ओर रेलवे ने कदम बढ़ा दिया है। बीते सोमवार को मंडल की ओर से जारी आदेश के बाद स्थानीय अधिकारियों की देखरेख में पठानकोट से बैजनाथ तक के सफर को 9 घंटे की बजाय 5 घंटे में पूरा करने का ट्रायल लिया गया है। ट्रायल सफल रहा है लेकिन, हाई स्पीड ट्रेन का लुत्फ सभी यात्रियों को मिल पाना मुश्किल है। कारण, 9 घंटे के सफर को 5 घंटे में पूरा करने के लिए केवल चार स्टेशनों को ही चयन हो पाना संभव है। अगर इससे अधिक स्टेशनों पर ट्रेन का ठहराव करवाया जाता है तो उक्त सफर को पांच घंटे में कर पाना मुश्किल है।

रविवार को रेल मंत्री पीयूष गोयल ने कालका- शिमला रेल सेक्शन पर चलने वाली नैरोगेज ट्रेनों में सुविधाएं मुहैया करवाने की बात कही थी। इतना ही नहीं रेल मंत्री ने पठानकोट- जो¨गद्रनगर नैरोगेज रेल सेक्शन को ब्राडेज में परिवर्तन करने की मांग को भले रेल मंत्री पीयूष गोयल ने नहीं माना लेकिन, समय की बचत को ध्यान में रखते हुए उक्त सेक्शन पर स्पीड बढ़ाने की बात को मान लिया है। रेल मंत्री की ओर से उक्त सेक्शन पर ट्रेनों की स्पीड़ बढ़ाए जाने की घोषणा के चौबीस घंटा के भीतर ही रेलवे ने उस पर काम कर दिया है। हालांकि, स्पीड़ कितनी बढ़नी है, बढनी भी है कि नहीं इस पर तो अभी अंतिम फैसला सेफ्टी टीम की ओर से दिया जाना है। लेकिन, यह जरुर है कि इस ओर रेलवे ने कदम बढ़ाना शुरु कर दिए हैं।

बीते सोमवार को पठानकोट रेलवे के एडीएमई के नेतृत्व में सुबह 11:15 बजे इंजन के साथ सात डिब्बे लगाकर हाई स्पीड ट्रेन का ट्रायल लिया गया। ट्रेन ज्वालामुखी रोड, नगरोटा, पालमपुर व कांगड़ा स्टेशनों पर दो-दो मिनट के लिए रोकी गई। ट्रेन ने बैजनाथ तक का सफर जो पहले ट्रेन 9 घंटा में पूरी करती थी सोमवार को 5 घंटा में पूरा किया। रेलवे की ओर से भले इसे सफल करार दिया गया लेकिन, इंजीनिय¨रग विभाग की ओर से अभी इस पर क्लीन चिट नहीं दी गई है। इंजीनिय¨रग विभाग का कहना है कि ट्रेन की स्पीड बढ़ाने के लिए इंफास्ट्रक्चर बदलना बेहद जरुरी है जिसके बाद में हायर अथारिटी से बात की जाएगी।

उधर, इस संदर्भ में जब फिरोजपुर रेल मंडल के एडीआरएम एनके वर्मा से बात की तो उनका कहना था कि सोमवार को पठानकोट से बैजनाथ तक का पांच घंटे में सफर पूरा करने का ट्रायल लिया गया था जो सफल हुआ है। ट्रायल की रिपोर्ट हायर अथारिटी को भेज दी गई है जिस पर जल्द ही आरएसओ की दोबारा ट्रायल लिया जाएगा। इसके बाद ही सेक्शन पर ट्रेनों की स्पीड निर्धारित की जाएगी।

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