धुंध ने रोकी रफ्तार, लंबी दूरी की ट्रेनें घंटों लेट

रविवार को पठानकोट कैंट स्टेशन के रास्ते जम्मूतवी जाने वाली झेलम एक्सप्रेस 2 घंटा, सियालदाह से जम्मूतवी जाने वाली सियालदाह एक्सप्रेस 4 घंटा, ईलाहाबाद से जम्मूतवी जाने वाली स्पेशल 3:35 घंटा, रा¨जद्र नगर से जम्मूतवी जाने वाली अर्चना एक्सप्रेस 3:30 घंटा, हावड़ा से जम्मूतवी जाने वाली हिमगिरी सुपरफास्ट 4 घंटा, हापा से कटड़ा जाने वाली सर्वोदय सुपरफास्ट 2 घंटा, इंदौर से कटड़ा जाने वाली मालवा 1:30 घंटा और संबलपुर से पठानकोट सिटी के रास्ते जम्मूतवी जाने वाली मूरी एक्सप्रेस 4 घंटा देरी से पहुंची।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 09 Dec 2018 06:10 PM (IST) Updated:Sun, 09 Dec 2018 06:10 PM (IST)
धुंध ने रोकी रफ्तार, लंबी दूरी की ट्रेनें घंटों लेट
धुंध ने रोकी रफ्तार, लंबी दूरी की ट्रेनें घंटों लेट

जागरण संवाददाता, पठानकोट: धुंध की वजह से रेल व सड़क यातायात प्रभावित होने के कारण जहां लोगों की दिनचर्या प्रभावित हो रही है, वहीं कारोबार पर भी इसका खासा प्रभाव पड़ रहा है। कारण, रेल व सड़क यातायात प्रभावित होने की वजह से सामान की डिलीवरी सही समय पर नहीं हो पा रही, वहीं कई लोग समय पर नहीं पहुंच पा रहे। बात पठानकोट व आसपास के एरिया की करें तो बढ़ती ठंड व कोहरे के कारण पठानकोट से रोजाना सफर करने वाले कई यात्रियों ने या तो रेंट पर मकान ले लिए हैं या फिर जरूरी होने पर ही सफर करने की बात कह रहे हैं। उधर, रेलगाडियों के लगातार देरी से चलने के कारण जहां ट्रेन में सफर कर रहे यात्री परेशान हैं। रविवार को पठानकोट कैंट स्टेशन के रास्ते जम्मूतवी जाने वाली झेलम एक्सप्रेस 2 घंटा, सियालदाह से जम्मूतवी जाने वाली सियालदाह एक्सप्रेस 4 घंटा, इलाहाबाद से जम्मूतवी जाने वाली स्पेशल 3:35 घंटा, रा¨जद्र नगर से जम्मूतवी जाने वाली अर्चना एक्सप्रेस 3:30 घंटा, हावड़ा से जम्मूतवी जाने वाली हिमगिरी सुपरफास्ट 4 घंटा, हापा से कटड़ा जाने वाली सर्वोदय सुपरफास्ट 2 घंटा, इंदौर से कटड़ा जाने वाली मालवा 1:30 घंटा और संबलपुर से पठानकोट सिटी के रास्ते जम्मूतवी जाने वाली मूरी एक्सप्रेस 4 घंटा देरी से पहुंची।

क्या कहते हैं यात्री

कोठी पंडिता निवासी राकेश कुमार, डेयरीवाल निवासी अजय महाजन, मुटठी निवासी गोपाल दास, थपकौर निवासी आदित्य भारती ने बताया कि वह अर्चना सुपरफास्ट सुपरफास्ट जो सुबह 9 बजे कैंट स्टेशन पर आती है में अपने रिश्तेदारों को रिसीव करने आए थे। रेलवे का पीएंडटी नंबर न होने के कारण ट्रेन की स्थिति का पता न चल पाने की वजह से वह समय पर आ गए। स्टेशन पर आकर पता चला कि ट्रेन तीन घंटे लेट है जो बाद में साडे चार घंटे लेट हो गई। प्रबोध चंद्र ने कहा कि वह तो सरना से हैं इसलिए दोबारा आ जाएंगे लेकिन, ग्रामीण एरिया से आने वाले लोगों को बार-बार आना मुश्किल हो जाता है। ऐसे में उन लोगों के पास स्टेशन पर इंतजार करने के सिवाय कोई काम नहीं होता। उन्होंने कहा कि रेलवे अपने स्तर पर यात्री हेल्प लाइन सुविधा नंबर स्थापित करे ताकि लोग उस नंबर से ट्रेन की जानकारी लेकर ही घर से निकले।

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