'आयुष्मान' के तहत निजी अस्पतालों ने उपचार से मना किया तो होगी कार्रवाई

आयुष्मान योजना के एम्पैनल्ड अस्पताल उपचार से इंकार नहीं कर सकेंगे।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 04 Jan 2020 01:23 AM (IST) Updated:Sat, 04 Jan 2020 06:15 AM (IST)
'आयुष्मान' के तहत निजी अस्पतालों ने उपचार से मना किया तो होगी कार्रवाई
'आयुष्मान' के तहत निजी अस्पतालों ने उपचार से मना किया तो होगी कार्रवाई

सूरज प्रकाश, पठानकोट : आयुष्मान योजना के एम्पैनल्ड अस्पताल उपचार से इंकार नहीं कर सकेंगे। जिले में करीब डेढ़ लाख कार्डधारक इस योजना से जुड़ चुके हैं, जबकि सरकार की तरफ से 11 प्राइवेट अस्पतालों को योजना से जोड़ा गया है। बिना किसी ठोस वजह से संबंधित अस्पताल उपचार करने से इंकार नहीं कर सकता है। सेहत विभाग के पास उपचार न करने की शिकायत आने के बाद इसकी पड़ताल शुरू हो गई है। प्रसव करवाने से मना करने के मामले में सेहत विभाग मरीज एवं अस्पताल प्रबंधन का पक्ष जानेगा और आगामी कदम उठाएगा। इसके साथ ही विभाग न स्पष्ट कर दिया है कि प्राइवेट अस्पतालों को योजना का लाभ तभी मिलेगा जब वे नियमों का पालन करेंगे। पारदर्शी तरीके से बन रहे कार्ड

आयुष्मान योजना कोआर्डिनेटर मयूर शर्मा ने कहा कि जिले में डेढ़ लाख कार्ड बन चुके हैं। कार्डधारक से राशन और आधार कार्ड की प्रतिलिपि ली जाती है। अभी तक किसी तरह गलत तरीके से कोई कार्ड बनाने का मामला सामने नहीं आया है। अगर ऐसा कहीं होता है तो शिकायत की जा सकती है। आयुष्मान कार्डधारक लें उपचार सुविधा

सिविल सर्जन डॉ. विनोद सरीन ने कहा कि आयुष्मान कार्डधारक सभी एम्पैनल्ड अस्पतालों में जाकर उपचार करवा सकते हैं। अगर कोई अस्पताल आयुष्मान कार्ड से संबंधित मरीज का उपचार करने के लिए मना करता है उसके खिलाफ कानूनी आधार पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।

ये अस्पताल हैं एम्पैनल्ड

आयुष्मान के साथ जिले के 11 प्राइवेट अस्पताल एम्पैनल्ड हैं। इनमें अजय हार्टकेयर अस्पताल, चौहान अस्पताल, केडी अस्पताल, महाजन हाई अस्पताल, मैक्सकेयर अस्पताल, नवचेतन अस्पताल, पीएमसी अस्पताल, राज अस्पताल, सुखसदन अस्पताल, गोयल अस्पताल, एसकेआर हॉस्पिटल। योजना के लाभ

- हर साल पांच लाख रुपये तक का स्वास्थ्य बीमा दिया जाएगा

- योजना में 1350 से ज्यादा बीमारियों के इलाज की सुविधा

- कार्डियोलॉजी, कैंसर केयर, न्यूरोसर्जरी और निओनेटल जैसी बड़ी बीमारियों के उपचार की सुविधा

- अस्पताल में दाखिल होने से पहले और बाद के खर्च भी योजना से मिलेंगे।

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