शहर में डेंगू के चार नए मरीज मिले, देहाती इलाके से अब तक 50 मरीज मिल चुके, कुल मरीज 74

हर रोज डेंगू के मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी हो रही है। गौरतलब है कि 2020 में 78 और 2019 में शहरी क्षेत्र में दिसंबर तक 58 मामले डेंगू के मिले थे वहीं। वहीं 2021 की बात करें 13 सितंबर तक 74 केस मिल चुके हैं।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 14 Sep 2021 05:15 AM (IST) Updated:Tue, 14 Sep 2021 05:15 AM (IST)
शहर में डेंगू के चार नए मरीज मिले, देहाती इलाके से अब तक 50 मरीज मिल चुके, कुल मरीज 74
शहर में डेंगू के चार नए मरीज मिले, देहाती इलाके से अब तक 50 मरीज मिल चुके, कुल मरीज 74

जागरण संवाददाता, पठानकोट : डेंगू का डंक जारी है। अब तक जिले में कुल 74 केस आ चुके हैं। सोमवार को आई रिपोर्ट के अनुसार शहरी इलाकों में डेंगू के चार नए मरीज मिले हैं। इनको घर पर ही दवाई देकर आराम करने को कहा गया है। साथ ही विभाग ने लोगों को सतर्क रहने को कहा है।

जिले में रोजाना बुखार, जुकाम के मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी हो रही है। डेंगू के लक्षण वाले रोज 20 से 25 मरीजों का चेकअप किया जाता है। हर रोज डेंगू के मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी हो रही है। गौरतलब है कि 2020 में 78 और 2019 में शहरी क्षेत्र में दिसंबर तक 58 मामले डेंगू के मिले थे वहीं। वहीं 2021 की बात करें 13 सितंबर तक 74 केस मिल चुके हैं। लगातार बढ़ रही मरीजों की संख्या से सेहत विभाग के अधिकारी चितित हैं। जानकारी मुताबिक 2021 में अब तक 50 केस देहाती इलाकों से मिले हैं जबकि 24 शहरी इलाकों के हैं।

सेहत विभाग कीएपिडेमोलाजिस्ट डा. साक्षी का कहना है कि लोगों को जागरूक किया जा रहा है और लगातार जांच भी की जा रही है। अगर किसी को कोई गंभीर समस्या होती है तो वह अस्पताल में आकर डाक्टरों से अपना उपचार करवा सकता है। जरूरत पड़ने पर ही मरीज भर्ती भी किया जा रहा है। इस समय डेंगू वार्ड में आठ मरीज भर्ती हैं। 13 इलाके हाई अलर्ट जोन हो चुके घोषित, फिर भी नहीं हो रही नालियों की सफाई

शहर की 13 कालोनियां, जिसमें बदहाल व्यवस्था के कारण डेंगू के अलावा अन्य बीमारियां फैल रही हैं। सेहत विभाग की ओर से इन इलाकों को हाई अलर्ट जोन में रखा गया है। इनमें मोहल्ला आनंदपुर भी शामिल है। डेंगू के अधिक मरीज आने से इसे हाई अलर्ट जोन घोषित किया गया है, ताकि निगम की ओर से इसपर विशेष ध्यान दिया जा सके। अगर कहीं पानी खड़ा है तो उसे निकाला जाए, कचरा अगर कहीं फैला हुआ है तो उसकी सफाई करवाई जाए। फागिग करवाई जाए, लीकेज को ठीक किया जाए लेकिन इन कालोनियों की स्थिति आज भी बदतर है। गली की सफाई तक अच्छी तरह से नहीं हो रही। उक्त कालोनियों के लोगों का कहना है कि उनके इलाके दो महीने पहले पानी की नई पाइप डलवाई गई हैं। इससे उनकी गंदे पानी की समस्या तो हल हो गई है, लेकिन जगह जगह सीवरेज ब्लाक हैं। इस कारण जब भी वर्षा आती है तो गलियों में पानी भर जाता है। गली की नालियों का मुंह ऊपर से खुला है जिसके कारण मच्छर पैदा होते हैं। नालियों की भी सही ढंग से सफाई नहीं हो रही है। इसके अलावा जगह-जगह कूड़े के ढेर लगे हैं जिसके कारण वह डेंगू के अधिक मरीज आ रहे हैं। मोहल्ला रडा का भी हाल बुरा

मोहल्ला आनंदपुर के साथ मोहल्ला रडा भी जुड़ा हुआ है। हालांकि इस कालोनी के लोगों का कहना है कि सफाई नियमित रूप से होती है। अगर उनको वहां पर कोई भी दिक्कत आती है तो उनके पार्षद उनकी समस्या का हल करते हैं। साथ ही उनका कहना है कि कुछ गलियों में नालियों का मुंह खुला है। मोहल्ले में एक बड़ा गंदा नाला निकलता है, जो मच्छर की पैदावार का कारण है। इसे कवर करना जरूरी है। इसके चलते लोग बीमार हो रहे हैं। वहीं गड्ढों में गंदा पानी जमा हुआ है। यहां जमे पानी में भारी संख्या में मक्खी, मच्छर पनप रहे हैं, जो लोगों के घरों में घुस रहे हैं। बारिश के कारण मलेरिया फैलने की आशंका बनी रहती है, क्योंकि मच्छरों का यह प्रजनन काल होता है।

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